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वतन की उड़ान: इतिहास से सीखेंगे, भविष्य संवारेंगे - ओपन बुक प्रतियोगिता ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

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  1. हमें वस्तु स्थिति को स्वीकार करना चाहिए, इससे लोगों का भ्रम दूर हो जाता है. आचार्य विद्यासागर आप लोगों को कुछ बातों के ऊपर विश्वास नहीं होता है, अथवा समझ में नहीं आता है। कार्य देखकर कहने लगते हो कि देव चमत्कार है या कोई जादू टोना है या फिर शंका होने लगती है हमें वस्तुस्थिति को स्वीकार करना चाहिए उसे दृढ़ श्रद्धान करके अपना लेना चाहिए वस्तुस्थिति की जानकारी होने पर लोगों का भ्रम दूर हो जाता है। यह बात भाग्याेदय में विराजमान आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने गुरुवार काे धर्म सभा में कही। आचार्य श्री ने कहा की दो महिलाएं थी। एक कर्म सिद्धांत पर भरोसा करती थी तो दूसरी महिला थोड़ा यूं ही पर विश्वास करती थी एक दिन महिला ने देखा एक राजा पहले हाथी पर फिर घोड़े पर सवार होता है फिर पालकी पर सवार होता है और जब वह पालकी से उतरता है तो दो चार लोग उसके पांव दबाने लग जाते हैं तो दूसरी सखी पहली से कहती है यह क्या नाटक हो रहा है। पांव तो उनके दबाने चाहिए जिन्होंने पालकी उठाई है यह कब थके, यह चले ही नहीं कहां से थक गए होंगे। आचार्य श्री ने कहा कि कर्म सिद्धांत को जाने वाली महिला ने कहा कि यह पूर्व में मुनि महाराज थे उस समय उन्होंने कठिन तप किया था भूमि पर शयन किया था उपवास किए थे गाड़ी में नहीं बैठे कभी पैदल विहार करते रहै। आचार्य श्री ने कहा यहां से स्वर्ग में जाते हैं वहां थकना आदि कुछ नहीं होता है फिर एक एक देव के अनेक सेवक होते हैं जो दिन-रात सेवा ही करते रहते हैं किंतु सम्यक दृष्टि उन सब में कभी रुचि नहीं लेता है जैसे-जैसे अध्यात्म के निकट पहुंचते हैं वैसे वैसे भोग विलास पैर चूमने आती है। आचार्य श्री का पूजन क्षमा सागर महिला मंडल ने किया। आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन हुअा। सहस्त्र कूट जिनालय के लिए प्रतिमा विराजमान करने की घोषणा कर्इ लाेगाें द्वारा की गर्इ। कार्यक्रम का संचालन मुकेश जैन ढाना और सुरेंद्र मालथोन ने किया सहस्त्र कूट जिनालय का भूमि पूजन किया गया भाग्योदय तीर्थ परिसर में आचार्य श्री के आशीर्वाद से बनने वाले सर्वतोभद्र जिनालय के सामने स्थित सहस्त्रकूट जिनालय का भूमि पूजन गुरुवार को दोपहर 3.30 बजे आचार्य श्री के ससंघ सानिध्य में प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी विनय भैया ने कराया। सहस्त्रकूट जिनालय में 1008 प्रतिमाएं विराजमान होना हैं। जिनमें 12 प्रतिमाएं बड़ी अाैर शेष 996 छोटी प्रतिमाएं विराजमान होंगी। सहस्त्रकूट जिनालय के निर्माण के लिए प्रेमचंद संध्या जैन सौरभ रूही जैन गौरव अनामिका और नीरज पायल जैन के परिवार में नीव से लेकर शिखर तक का निर्माण कराने की घोषणा की है। इसी परिवार ने आज शिलान्यास की प्रथम शिला विधि विधान के साथ रखी इस अवसर पर सर्वतोभद्र जिनालय और निर्माण कमेटी के सभी सदस्य उपस्थित थे । कुल 97 मुनि महाराज और माता जी के सानिध्य में यह शिलान्यास हुआ।
  2. हथकरघा पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी 16,17 फरवरी काे भाग्योदय तीर्थ में, देश के कई राज्यों के जेल अधिकारी आएंगे आचार्य विद्यासागर महाराज की स्वर्णिम योजना हथकरघा एक सामाजिक क्रांति को राष्ट्रीय स्वरूप प्रदान करने अाैर जेल में रह रहे कैदियों के पुनर्वास के लिए भाग्योदय तीर्थ में आचार्य संघ के सानिध्य में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का 16 अाैर 17 फ़रवरी को आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम प्रभारी ब्रम्हचारी डॉ. रेखा जैन, प्रवक्ता वीरेन्द्र मालथौन ने बताया कि संगोष्ठी में दिल्ली, हरियाणा , उत्तर प्रदेश , झारखंड , महाराष्ट्र , छत्तीसगढ़ के साथ मध्यप्रदेश के वरिष्ठ जेल अधिकारी इस संगोष्ठी में शामिल होंगे। योगेश जैन ने बताया कि समारोह में पूर्व राष्ट्रपति भारत र| प्रणव मुखर्जी , केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह , मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ अन्य राज्यों के गृह व जेल मंत्रियों को आमंत्रित किया गया है। डॉ नीलम जैन अाैर डॉ राजा जैन का कहना है कि कार्यक्रम चार सत्रों में अायाेजित किया जाएगा। पहले दिन 16 फरवरी काे उद्घाटन सत्र के बाद प्रथम सत्र में हथकरघा से होने वाले लाभ व वस्त्रों का प्रदर्शन होगा । दूसरे दिन 17 फरवरी काे दूसरे सत्र में क़ैदियों को हो रहे मानसिक अाैर आर्थिक लाभ की जानकारी अाैर पुनर्वास, कौशल योजना के लाभ के बारे में चर्चा हाेगी इसी दिन समापन सत्र भाी होगा । संगाेष्ठी हथकरघा क्षेत्र में उद्यम स्थापित करने वाले युवा व्यवसायियों को भी आमंत्रित किया गया ।आचार्य श्री की प्रेरणा व आशीर्वाद से हर गांव काम, हर हाथ काम योजना के अंतर्गत बनाए जा रहे वस्त्रों को श्रमदान नाम दिया गया है। जेल अधीक्षक राकेश बांगरे अाैर जेलर मदन कमलेश के साथ केन्द्रीय जेल के सभी अधिकारी भी जेल की व्यवस्थाओं अाैर हथकरघा केन्द्र की व्यवस्था में लगे हुए हैं। पूजन करते समय सावधान रहे, चावल का एक कण भी नीचे नहीं गिरना चाहिए : आचार्यश्री सागर | आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने बुधवार काे भाग्योदय परिसर में धर्मसभा में कहा कि पूजा में जिस समय जो अर्ध्य चढ़ाना चाहिए वह चढ़ाएं, इससे कर्मों की निर्जरा होती है। पूजन करते समय हमेशा सावधानी बरतना चाहिए। चावल का एक कण भी नीचे नहीं गिरना चाहिए। आचार्य श्री ने कहा भक्ति कैसे करना है। पूजन कैसे करना है। यह आपको मन लगाकर करना चाहिए। पूजन करना आपको अच्छे तरीके से सीखना पड़ेगा। अर्ध और बिखराते हैं गली गली, ऐसा नहीं होना चाहिए। समय का अपव्यय नहीं करना चाहिए बल्कि समय का उपयोग अच्छे कामों में करना चाहिए। एक मेंढक की कहानी सुनाते हुए आचार्य श्री ने कहा कि एक कुएं में 1 मेंढक रहता था उसने ऊपर दो व्यक्तियों की आवाज सुनी कि आज यहां पर भगवान आ रहे हैं उसका भी मन हुआ दर्शन करने का और वह कुएं से बाहर आकर जिस तरफ लोग जा रहे थे वह उसी तरफ बढ़ता गया लेकिन छोटा होने से किसी वाहन ने उसके ऊपर से निकाल दिया और उस मेंढक की यात्रा समाप्त हो गई।
  3. संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय परिसर में आयोजित धर्मसभा में कहा कि पूजा कैसे की जाती है। जिस समय जो अर्घ चढ़ाना चाहिए वह चढ़ाएं, इससे कर्मों की निर्जरा होती है। पूजन करते समय हमेशा सावधानी बरतना चाहिए और चावल का एक कण भी नीचे नहीं गिरना चाहिए। आचार्य श्री ने कहा भक्ति कैसे करना है पूजन कैसे करना है यह आपको मन लगाकर करना चाहिए। पूजन करना आपको अच्छे तरीके से सीखना पड़ेगा। अर्घ चढ़ाते हैं और बिखराते हैं गली गली, ऐसा नहीं होना चाहिए। समय का अपव्यय नहीं करना चाहिए, बल्कि समय का उपयोग अच्छे कामों में करना चाहिए। हमेशा नीचे देखकर चलना चाहिए एक मेंढक की कहानी सुनाते हुए आचार्य श्री ने कहा कि एक कुएं में 1 मेंढक रहता था उसने ऊपर दो व्यक्तियों की आवाज सुनी कि आज यहां पर भगवान आ रहे हैं। उसका भी मन हुआ दर्शन करने का और वह कुएं से बाहर आकर जिस तरफ लोग जा रहे थे उसी तरफ बढ़ता गया, लेकिन छोटा होने से किसी वाहन ने उसके ऊपर से निकाल दिया और उस मेंढक की यात्रा समाप्त हो गई। आप लोग भी वाहनों से आते हैं हमेशा नीचे देख कर आप लोगों को चलना चाहिए। आप भागकर नहीं भगाकर आते हैं एक मेंढक भगवान के दर्शन की अभिलाषा के साथ कुएं से निकला था और बाद में मृत्यु के बाद वह देव बना ऐसा पुराणों में शास्त्रों में लिखा है। भाग्योदय में एमब्यूलेंस देने की घोषणा आचार्य श्री की पूजन मोराजी जैन समाज, चौधरन बाई मंदिर कमेटी, पथरिया जैन समाज, वर्णी कॉलोनी जैन समाज के लोगों को प्राप्त हुआ। बुधवार को आचार्य श्री की आहारचर्या और पढ़गाहन करने का सौभाग्य विमला बाई जैन, आनंद, मोना जैन, अजीत नीटू नेहा जैन को सौभाग्य मिला। इस अवसर पर अंजू जैन, बबली जैन, पूर्व विधायक सुनील जैन आदि को आहार देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आनंद जैन परिवार ने आहार दान के उपलक्ष्य में भाग्योदय तीर्थ अस्पताल को एक आधुनिक एंबुलेंस देने की घोषणा की। सहस्त्रकूट जिनालय का आज होगा शिलान्यास भाग्योदय तीर्थ परिसर में बनने बाले सर्वतो भद्र जिनालय का शिलान्यास समारोह गुरुवार को दोपहर 1ः30 बजे से आचार्य विद्यासागर महाराज के ससंघ सानिध्य में प्रतिष्ठाचार्य ब्र. विनय भैया विधि विधान से शिलान्यास कराएंगे। मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया आचार्य श्री के आशीर्वाद से भाग्योदय तीर्थ परिसर में सहस्त्रकूट जिनालय का निर्माण होने जा रहा है। जिनालय का निर्माण कराने प्रेमचंद संध्या जैन, सौरव रूही जैन, गौरव अनामिका जैन, नीरज पायल जैन, दिव्यांश और शुभंकर उपकार परिवार द्वारा नीव से लेकर शिखर तक का कार्य कराने का आशीर्वाद आचार्यश्री की आहार चर्या (28 जनवरी को) होने के बाद लिया था। गुरुवार को दोपहर 1ः30 बजे से प्राकृतिक चिकित्सालय की बिल्डिंग के बगल में यह शिलान्यास समारोह होगा। 15 फरवरी तक भाग्योदय पहुंचेगा आर्‌यिका संघ| आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर, मुनिश्री अनंत सागर, मुनिश्री धर्मसागर, मुनिश्री अचल सागर, मुनिश्री भाव सागर महाराज ससंघ श्री पार्श्‌वनाथ दिगंबर जैन मंदिर बरोदिया कला में विराजमान है। यहां आर्‌यिकाश्री पूर्णमति माताजी व 8 माता जी की आगवानी हुई। आर्‌यिका संघ ने श्री जी के दर्शन किए एवं संत निवास में विराजमान मुनि श्री विमल सागर जी ससंघ के दर्शन कर धार्मिक विषयों पर चर्चा की। आर्‌यिका संघ के बांदरी होते हुए 15 फरवरी को भाग्योदय तीर्थ सागर पहुंचने की संभावना है। उनके पैरों में छाले हैं फिर भी कदमों से पदयात्रा करते हुए प्रतिदिन 25 से 30 किलोमीटर लगभग बिहार चल रहा है।
  4. इंडिया नहीं भारत बाेलाे का संदेश देने निकली दुपहिया वाहन रैली, 150 मिनट में पूरी की 11 किमी की परिक्रमा इंडिया नहीं भारत बाेलाे का संदेश देने मंगलवार दाेपहर डेढ़ बजे भाग्याेदय तीर्थ परिसर में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का आशीर्वाद लेकर शहर में निकली दोपहिया वाहन रैली ने 11 किलोमीटर की परिक्रमा दाे घंटे तीस मिनट में पूरी की। मंगलवार का दिन युवाओं ने देश के नाम किया और करीब एक हजार दुपहिया वाहन पर सवार 1500 से अधिक युवाअाें अाैर वरिष्ठ जनाें ने “इंडिया नहीं भारत बोलो “ का संदेश शहर के लाेगाें काे दिया। रैली शहर के सभी सामाजिक संगठनों ने एक साथ मिल कर निकाली। भाग्योदय तीर्थ से हाथों में तिरंगा लेकर निकला ये कारवां भगवानगंज चाैराहे , गुजराती बाज़ार , कटरा नमकमंडी , परकोटा होते हुए सिविल लाईन पहुंचा फिर वहां से गोपालगंज तीन बत्ती , बड़ा बाजार , मोतीनगर चाैराहे के रास्ते से भाग्योदय तीर्थ पहुंचा। जहां अाचार्य श्री ने युवाओं से कहा कि अंग्रेज़ों की देन इंडिया नाम से देश को मुक्ति मिलना ही चाहिए। तभी हमारे देश की दशा व दिशा दोनों बदलेगी । रैली में अागे चल रहे डीजे की धुन पर युवा देश भक्ति के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। वीरेन्द्र मालथौन ने बताया कि भारत बोलो अभियान के अगले चरण में बुंदेलखंड से सैकड़ों चार पहिया वाहनों का क़ाफ़िला दिल्ली जाएगा। जहां इंडिया गेट पर प्रदर्शन किया जाएगा। इस रैली में जैन पंचायत, विप्र समाज, रोटरी क्लब, संजोग समिति, विश्व हिंदू परिषद, वैश्य महासम्मेलन, सोशल ग्रुप, विचार संस्था, जैन मिलन, धर्म रक्षा संगठन, भारत रक्षा मंच सहित 22 संगठनों के सैकड़ों सदस्यों ने भागीदारी की। रैली में देवी प्रसाद दुबे, अनिल दुबे, प्रकाश बहेरिया, सुरेन्द्र मालथौन, रिषभ मड़ावरा, शिवशंकर मिश्रा, पप्पू तिवारी, सूरज सोनी, डॉ. आज़ाद जैन, स्वतंत्र खिमलासा, अनिल नैनधरा, निकेश गुप्ता, सचिन, कपिल मलैया, विक्रम सोनी, मोनू, राम शर्मा, अनिल तिवारी, सुरेन्द्र पटना, महेश बाबा, सुकुमाल जैन, देवेन्द्र जैना, अजित नायक, मनोज लालो, अखिलेश समैया, रिषभ गढाकोटा, सोनू जैन, शालू जैन, डॉ. राहुल जैन, प्रदीप, अजय बंडा, मनीष दलपतपुर, अजय, शिवशंकर मिश्रा, पप्यू तिवारी, एके शर्मा, राम शर्मा, आशीष गोस्वामी, अरुण दुबे, हनी दुबे, दीपक वाजपेयी, रामकृष्ण गर्ग, मृदुल पन्या सहित विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल थे। क्यों चाहते हैं आचार्य श्री नाम में बदलाव : राशि बदल जाती है नाम से, इसलिए आचार्य विद्यासागर चाहते हैं कि भारत का नाम केवल भारत हो। क्योंकि इतिहास भारत का गौरवशाली है इंडिया का नहीं, दूध की नदियां भारत में बहती थीं इंडिया में नहीं। इंडिया नहीं भारत बाेलाे का संदेश देने मंगलवार दाेपहर डेढ़ बजे भाग्याेदय तीर्थ परिसर में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का आशीर्वाद लेकर शहर में निकली दोपहिया वाहन रैली ने 11 किलोमीटर की परिक्रमा दाे घंटे तीस मिनट में पूरी की। मंगलवार का दिन युवाओं ने देश के नाम किया और करीब एक हजार दुपहिया वाहन पर सवार 1500 से अधिक युवाअाें अाैर वरिष्ठ जनाें ने “इंडिया नहीं भारत बोलो “ का संदेश शहर के लाेगाें काे दिया। रैली शहर के सभी सामाजिक संगठनों ने एक साथ मिल कर निकाली। भाग्योदय तीर्थ से हाथों में तिरंगा लेकर निकला ये कारवां भगवानगंज चाैराहे , गुजराती बाज़ार , कटरा नमकमंडी , परकोटा होते हुए सिविल लाईन पहुंचा फिर वहां से गोपालगंज तीन बत्ती , बड़ा बाजार , मोतीनगर चाैराहे के रास्ते से भाग्योदय तीर्थ पहुंचा। जहां अाचार्य श्री ने युवाओं से कहा कि अंग्रेज़ों की देन इंडिया नाम से देश को मुक्ति मिलना ही चाहिए। तभी हमारे देश की दशा व दिशा दोनों बदलेगी । रैली में अागे चल रहे डीजे की धुन पर युवा देश भक्ति के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। वीरेन्द्र मालथौन ने बताया कि भारत बोलो अभियान के अगले चरण में बुंदेलखंड से सैकड़ों चार पहिया वाहनों का क़ाफ़िला दिल्ली जाएगा। जहां इंडिया गेट पर प्रदर्शन किया जाएगा। इस रैली में जैन पंचायत, विप्र समाज, रोटरी क्लब, संजोग समिति, विश्व हिंदू परिषद, वैश्य महासम्मेलन, सोशल ग्रुप, विचार संस्था, जैन मिलन, धर्म रक्षा संगठन, भारत रक्षा मंच सहित 22 संगठनों के सैकड़ों सदस्यों ने भागीदारी की। रैली में देवी प्रसाद दुबे, अनिल दुबे, प्रकाश बहेरिया, सुरेन्द्र मालथौन, रिषभ मड़ावरा, शिवशंकर मिश्रा, पप्पू तिवारी, सूरज सोनी, डॉ. आज़ाद जैन, स्वतंत्र खिमलासा, अनिल नैनधरा, निकेश गुप्ता, सचिन, कपिल मलैया, विक्रम सोनी, मोनू, राम शर्मा, अनिल तिवारी, सुरेन्द्र पटना, महेश बाबा, सुकुमाल जैन, देवेन्द्र जैना, अजित नायक, मनोज लालो, अखिलेश समैया, रिषभ गढाकोटा, सोनू जैन, शालू जैन, डॉ. राहुल जैन, प्रदीप, अजय बंडा, मनीष दलपतपुर, अजय, शिवशंकर मिश्रा, पप्यू तिवारी, एके शर्मा, राम शर्मा, आशीष गोस्वामी, अरुण दुबे, हनी दुबे, दीपक वाजपेयी, रामकृष्ण गर्ग, मृदुल पन्या सहित विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल थे। क्यों चाहते हैं आचार्य श्री नाम में बदलाव : राशि बदल जाती है नाम से, इसलिए आचार्य विद्यासागर चाहते हैं कि भारत का नाम केवल भारत हो। क्योंकि इतिहास भारत का गौरवशाली है इंडिया का नहीं, दूध की नदियां भारत में बहती थीं इंडिया में नहीं। भाग्योदय में विद्यासागर महाराज ने कहा मेथी में किसमिस डालोगे तो वह दवाई का काम करेगी सागर. संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ में मंगलवार को धर्मसभा संबोधित करते हुए कहा कभी- कभी अवसर के रूप में मेथी का उपयोग खाने में करना चाहिए, मेथी खाओगे और उसमें किसमिस और डाल दोगे तो उससे उल्टी नहीं होगी। और वह दवाई का काम करेगी और इससे स्वास्थ्य भी बहुत अच्छा होगा। आचार्य श्री ने कहा भिन्न-भिन्न माध्यम से हमारा परिणाम शुद्ध होता है। आप के परिणामों को बांधने के लिए पूजन,अभिषेक, जाप, विधान आदि हो जाते हैं पर यह सब उल्टी को रोकने का काम करते हैं। उन्होंने कहा मुनि महाराज उपदेश देकर आप को सिखाते हैं। उपाय आपको ढूंढना होगा, तब कार्य की प्राप्ति होगी। आचार्य श्री का पूजन पाएगा स्थित आदिनाथ मंदिर के महिला मंडल, काकागंज जैन समाज और महिला मंडल ने की। पाद प्रक्षालन सोमचंद जैन राजकुमार जैन और विधान चौधरी मानक चौक परिवार ने किया। आचार्य श्री की आहार चर्या ब्रह्मचारी दीपक भैया,ब्रह्मचारी अलका दीदी, कुसुम जैन, नीरज जैन,अनामिका के चौके में हुई। इस अवसर पर दीपक और उनके परिवार ने सहस्त्रकूट जिनालय के लिए दो प्रतिमाएं विराजमान कराने की घोषणा की। इसके अलावा सहस्त्रकूट जिनालय के लिए एक दर्जन से अधिक लोगों ने प्रतिमाएं विराजमान कराने की घोषणा की। सागर. संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ में मंगलवार को धर्मसभा संबोधित करते हुए कहा कभी- कभी अवसर के रूप में मेथी का उपयोग खाने में करना चाहिए, मेथी खाओगे और उसमें किसमिस और डाल दोगे तो उससे उल्टी नहीं होगी। और वह दवाई का काम करेगी और इससे स्वास्थ्य भी बहुत अच्छा होगा। आचार्य श्री ने कहा भिन्न-भिन्न माध्यम से हमारा परिणाम शुद्ध होता है। आप के परिणामों को बांधने के लिए पूजन,अभिषेक, जाप, विधान आदि हो जाते हैं पर यह सब उल्टी को रोकने का काम करते हैं। उन्होंने कहा मुनि महाराज उपदेश देकर आप को सिखाते हैं। उपाय आपको ढूंढना होगा, तब कार्य की प्राप्ति होगी। आचार्य श्री का पूजन पाएगा स्थित आदिनाथ मंदिर के महिला मंडल, काकागंज जैन समाज और महिला मंडल ने की। पाद प्रक्षालन सोमचंद जैन राजकुमार जैन और विधान चौधरी मानक चौक परिवार ने किया। आचार्य श्री की आहार चर्या ब्रह्मचारी दीपक भैया,ब्रह्मचारी अलका दीदी, कुसुम जैन, नीरज जैन,अनामिका के चौके में हुई। इस अवसर पर दीपक और उनके परिवार ने सहस्त्रकूट जिनालय के लिए दो प्रतिमाएं विराजमान कराने की घोषणा की। इसके अलावा सहस्त्रकूट जिनालय के लिए एक दर्जन से अधिक लोगों ने प्रतिमाएं विराजमान कराने की घोषणा की।
  5. आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ में साेमवार काे धर्मसभा में कहा कि जैन धर्म भाव प्रधान है मनुष्य भी पूजन करता है और त्रियंच भी पूजन करता है जिसके पास जल नहीं है तो वह समता पूर्वक शांति के साथ गुणानुवाद करता है। आचार्य श्री ने कहा महावीर भगवान और आदिनाथ भगवान के युग को नहीं बदला जा सकता है। पोशाक भले बदल जाएं पर सिद्धांत कभी नहीं बदलते आलंबन मेरे योग्य है वह करूंगा भीतरी भाव परख है तो धर्म उसी के परिणाम निकलता है आचार्य श्री ने कहा हमारी यात्रा अखंड चलती है एक एक पग चलती है अपनी चाल से चले परंतु अपनी कोई चाल नहीं बनाए जो पहले चल कर गए हैं उसी पगडंडी का उपयोग करें उसी पर अच्छे से चलें सड़क पर हम चलना बंद कर दें तो उस पर घास उग आती है पर जो पगडंडी चलती रहती है उस पर घास नहीं होगी। आचार्य श्री का पूजन महिला परिषद वर्णी कॉलोनी को मिला। पार्षद संध्या जैन ने एक लाख रुपए की नगद राशि भाग्योदय मंदिर के निर्माण में दी। आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन प्रकाश चंद,विकास जैन, अभिषेक जैन सिल्लन परिवार, नरेश भाई संघवी मुंबई ने किया। सहस कूट जिनालय में 30 लाेगाें ने प्रतिमा विराजमान करने की घोषणा की। भारत बोलो आंदोलन का शंखनाद, अाज शहर में निकलेगी वाहन रैली दोपहर एक बजे से सागर | “हमें अपना भारत वापिस चाहिए “ यही संदेश लेकर सागर के सामाजिक संगठनाें के लोग आचार्यश्री विद्यासागर महाराज का संदेश “इंडिया नहीं भारत बोलो “ के नारे लगाते हुए पूरे शहर में वाहन रैली निकाल कर जनजागरण करेंगे। रैली संयोजक राजकुमार मिनी ने बताया कि रैली मंगलवार को दोपहर एक बजे भाग्योदय से प्रारंभ होकर भगवानगंज, राधा तिराहा, गुजराती बाज़ार, नमकमंडी, सिविल लाईन से गोपालगंज, बस स्टैंड, परकोटा, तीनबत्ती, बड़ा बाज़ार, मोतीनगर होती हुई भाग्योदय पहुंचेगी। रैली में शामिल होने के लिए आयोजन समिति ने एक विशेष टी शर्ट बनवाई है। जिससे कि सभी संगठन एक रूपता में इस रैली में शामिल हो सकें। आयोजकों ने अपील की है कि जो भी युवा अाैर वरिष्ठ जन इसमें शामिल होना चाहते हैं। वे दोपहर साढ़े बारह बजे भाग्योदय पहुंच अपना पंजीयन करा लें। वाहन रैली में जैन समाज के साथ ही अन्य सामाजिक संगठनाें से जुड़े लाेग भी शामिल रहेंगे। प्रकाश बहेरिया, सुरेन्द्र मालथौन, अनिल नैनधरा, देवीप्रसाद दुबे, पप्पू तिवारी, निकेश गुप्ता, जगन्नाथ गुरैया, सुरेन्द्र पटना, सुकुमाल नैनधरा सहित कर्इ संस्था प्रमुखों ने रैली में शामिल होने की अपील की है। पूर्णमति माता का आगमन 15 को : सागर | आर्यिका पूर्णमति माता का बिहार झांसी से सागर की ओर चल रहा है। मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि झांसी में आर्यिका माता का चातुर्मास हुआ था। 15 फरवरी तक आर्यिका संघ के सागर पहुंचने की संभावना है।
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