हथकरघा से देश में रोजगार बढ़ेगा, बेरोजगारी कम होगी। बड़ी-बड़ी पढ़ाई करके चपरासी बनने की अपेक्षा श्रम करो, श्रमिक बनी, स्वाभिमान से जियो, न शोषित होओ, न शोषण करो। इसी कारण तो भारत सोने की चिड़िया था। बिना परिश्रम के वह पिंजड़े की चिड़िया बन गई है, जो पर के आश्रित हो गई है और भीख माँग रही है।