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मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

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  1. आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने गौरझामर में एक धर्म सभा के दौरान कहा कि रंग देखकर भी रंग बदल जाता है। दान देने वालों को देख कर दान देने के भाव भी बन जाते हैं। छोटे-छोटे बच्चे जिन्हें हम चिल्लर पार्टी कहते हैं। उन्होंने भी हमारी अगवानी की है। खूब जयकारा लगाया है। बहुत पुण्यात्मा जीव होंगे। आचार्यश्री ने कहा छोटे-छोटे बच्चे सर्दी में भी सुबह से हमारा नाम लेकर जयकारा लगाते हैं। उन्होंने कहा कि मूक पशुओं की रक्षा के लिए आपके ग्राम में गौशाला बनकर तैयार हुई है। आप लोगों को अच्छे ढंग से उसकी देखभाल करना है। ऐसा मौका कम लोगों को मिलता है जो मूक पशुओं की सेवा करें। आचार्यश्री की अगवानी गौरझामर केसली सुरखी, रहली, चांदपुर, सागर, महाराजपुर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र सहित बीना बारह क्षेत्र कमेटी के पदाधिकारियों ने की। गौरझामर में विराजमान आर्यिका विज्ञानमति माताजी ने भी ससंघ आचार्य भगवन की अगवानी की और तीन परिक्रमा लगा कर आचार्य श्री को नमोस्तु किया और आशीर्वाद लिया। आर्यिका विज्ञानमति माताजी इन दिनों गौरझामर में विराजमान हैं। आचार्यश्री ससंघ पहुंचे गोपालपुरा, गुरूवार को देवरी में अगवानी गौरझामर में आचार्यश्री विद्यासागर महाराज की बुधवार की आहारचर्या के बाद आचार्य संघ का दोपहर 1.30 बजे बिहार देवरी की ओर हो गया। 8 किलोमीटर चलकर रात्रि विश्राम ग्राम गोपालपुरा में हुआ। गुरूवार सुबह 8.30 बजे देवरी में अगवानी होगी। आहारचर्या भी देवरी में ही होने की संभावना है। गौरझामर में आचार्यश्री की आहार चर्या का सौभाग्य ब्रह्मचारी मयूर भैया, अशोक बजाज, ब्रह्मचारी राहुल, भैया रविंद्र जैन को मिला। गौरझामर में आचार्य श्री के पाद प्रच्छालन करने का सौभाग्य जबलपुर निवासी कमला जैन, सविता जैन, प्रिंस गुलशन जैन, अखिलेश नवाब स्नेहा जैन, हर्ष केजल जैन को मिला। आचार्य श्री को शास्त्र भेंट जिनेंद्र जैन, नीलेश जैन ने किया। दान में प्राप्त राशि को दयोदय गौशाला गौरझामर में देने की घोषणा की गई गौशाला के अध्यक्ष कलू चौधरी ने बताया पूरी गौशाला तैयार हो गई है गौशाला की 5 एकड़ जमीन जिनेश जैन, दिलीप जैन, अमर जैन द्वारा दी गई है। कार्यक्रम का संचालन मुकेश जैन ढाना ने किया।
  2. सागर के सुरखी कस्बे में मंगलवार काे आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने धर्मसभा में कहा की यदि मन में छोड़ने के भाव हैं तो बिल्कुल भी विलंब नहीं करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र में आपके द्वारा छोड़ने के भाव जल्दी बन जाते हैं। शहरों में यह काम देर में होता है आचार्य श्री ने कहा दक्षिण में छोटे-छोटे बच्चों को झबला पहनाया जाता है। उसमें बटन नहीं होते, चैन नहीं होती, लेकिन एक धागा होता है। उस धागे को खींच दो और छोड़ दो तो वह टाइट हो जाता है या थोड़ा खुल जाता है। इससे बच्चों को दिक्कत नहीं होती है। यही हाल सुरखी में देख रहा हूं थोड़ा सा खींचा और दान देने के भाव आप लोगों के बढ़ गए। जब धार्मिक अनुष्ठान होता है तो निश्चित रूप से छोड़ने के भाव होते हैं ग्रामीण जन सीधे-साधे होते हैं। व्यापारी वस्तु तो देते हैं पर मुद्रा लेते हैं। संतोषी व्यक्ति आकुलता नहीं करता,जो आकुलता रखता है वह बिन मतलब के बंध का कारण बनता है। चितौरा से आचार्यश्री ससंघ पहंचे सुरखी चितौरा से आचार्य संघ का विहार मंगलवार काे सुबह 7 बजे हुआ। 12 किमी बिहार कर आचार्य संघ सुरखी पहुंचा। जहां आचार्य श्री का पूजन भक्ति भाव से हुअा। आचार्यश्री का प्रक्षालन सुरेंद्र,अरविंद,महेश,कमल पठा परिवार और सुरेंद्र जैन, संभव जैन चिताैरा परिवार ने किया। आचार्य श्री की आहार चर्या का सौभाग्य ब्रम्हचारी मयूर भैया, मुकेश बड़कुल, राकेश बड़कुल, मनोज जैन परिवार को प्राप्त हुआ। बड़कुल परिवार ने सर्वतोभद्र जिनालय भाग्योदय तीर्थ में एक बड़ी प्रतिमा विराजमान कराने की बात कही। अाचार्य श्री ने दोपहर बाद गौरझामर की ओर विहार किया। रात्रि विश्राम बरकोटी तिराहे पर हुआ। मंगलवार काे 9 मुनि महाराज और 58 आर्यिका माता जी की दीक्षा दिवस विभिन्न स्थानों पर मनाया गया। सुरखी में अरविंद बड़कुल की पुत्री रुपाली जैन ने आचार्यश्री के समक्ष आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत लिया। 20 फरवरी को आचार्य संघ की गौरझामर मैं अगवानी आर्यिका विज्ञानमति माता ससंघ करेंगी। गौरझामर में नई गौशाला का उद्घाटन आचार्य संघ के सानिध्य में हाेने की संभावना है।
  3. संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर महाराज का ससंघ मंगल विहार साेमवार काे दोपहर भाग्योदय से बीना-बारहा की ओर हुआ। वह यहां 24 दिन विराजमान रहे। आचार्य श्री दाेपहर 1.30 बजे संत भवन से निकले और मंदिर पहुंचे, वहां से सीधे सुभाष नगर हाेते हुए राहतगढ़ बस स्टैंड, विजय टॉकीज, मस्जिद, तीन बत्ती से परकोटा,बसस्टैंड, गोपालगंज, लाल स्कूल होकर जिला पंचायत चौराहा से विश्वविद्यालय पहुंचे। वहां से बम्हाेरी चौराहा होते हुए चितौरा गांव पहुंचे। जहां रात्रि विश्राम किया। 21 किमी की दूरी आचार्यश्री ने पौने चार घंटे में पूरी की : भाग्याेदय से चिताैरा तक 21 किलोमीटर की दूरी आचार्य संघ ने पौने 4 घंटे में पूरी की और बीच में कहीं भाी विश्राम नहीं किया। 19 फरवरी को आचार्य संघ की आहार चर्या चितौरा से 13 किलोमीटर दूर ग्राम सुरखी में होने की संभावना है। मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया आचार्य संघ गौरझामर, देवरी होकर बीना बारह पहुंचेगा ।गौरझामर में मुनि विमल सागर महाराज के आशीर्वाद से रहली रोड पर दयोदय गौशाला का निर्माण कार्य हुआ है। उसमें भी समाज के लोग आचार्य संघ का आशीर्वाद चाहते हैं। शिष्य और शीशी को डांट लगाना चाहिए: आचार्यश्री आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ में बिहार के पूर्व धर्मसभा में कहा डांट नहीं लगाते हैं तो शीशी लुड़क जाती है और उसके अंदर जो दवा होती है वह कोई काम की नहीं रहती, शिष्य को भी यदि हम डांट नहीं लगाएं तो वह भी बिगड़ जाता है अतः शिष्य और शीशी को हमेशा डांट लगाना चाहिए। इससे पहले सुबह आचार्य श्री ने कहा जो साधन होता है कभी-कभी वही साधन बाधक बन जाता है ऐसा हम लोगों के प्रमाद के कारण होता है थोड़ा तो डांट अवश्य लगना चाहिए और यदि नहीं लगाते हैं तो गड़बड़ हो जाती है उन्होंने कहा अभिभावकों, शिक्षकों, शिक्षिकाओं को ध्यान से बच्चों को डांट लगाना चाहिए ताकि बच्चे ठीक तरीके से रहें और पढ़ें। उन्होंने कहा प्रतिभा स्थली के बच्चे 12वीं के बाद बाहर निकलने वाले हैं। योग्य शिक्षा के बाद वह बाहर पढ़ाई करेंगे लेकिन आप लोग लक्ष्य की ओर बढ़ोगे तो स्वर्ण अवसर प्राप्त होगा। आचार्य श्री ने कहा के बच्चों को ऐसी डांट लगाओ जाे उसे महसूस हो जाए लेकिन पश्चाताप ना करना पड़े। आचार्य श्री का पूजन प्रतिभा स्थली जबलपुर के बच्चों, दीदियों, पजनारी कमेटी बंडा, जैन समाज सानाैधा, मंगलगिरी कमेटी , गौरा बाई मंदिर कमेटी सहित समाज के सभी सदस्यों ने की। इस अवसर पर बड़ी मूर्ति लेने वाले पुण्यार्जक अरविंद जैन अब्बू ,पीसी नायक, निखिल नायक, मनोज जैन ऋषभ लालो, डॉ विशाल जैन, प्रियेश जैन तथा महेंद्र जैन और ब्रह्मचारी राजेश भैया ने सर्वतो भद्र जिनालय में एक बड़ी मूर्ति विराजमान कराने की घोषणा की। वहीं सर्व ब्राहम्ण समाज संगठन ने महाराज जी को श्रीफल भेंटकर आशीर्वाद लिया। इस दाैरान जिला अध्यक्ष पं देवीप्रसाद दुबे, कस्तूरी दुबे, प्रतिभा, डॉ अनिल तिवारी, अनिल दुबे, गोलू रिछारिया, एके शर्मा, कपिल पचौरी उपस्थित थे।
  4. विहार अपडेट आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज संसंघ का शान्तिधाम, बीनाबारह जी से हुआ मंगल विहार..!! सम्भावित दिशा - रहली पटनागंज दिनांक - 13 मार्च 2019 रात्रि विश्राम - सिंगपुर गंजन 10 km कल की आहारचर्या - अनन्तपूरा विश्व वंदनीय आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज (ससंघ), बीना बारहा में विराजमान हैं। बीना बारहा सागर (Railway Station Code : SGO) से 45 किमी की दूरी पर है। विहार अपडेट दिनांक : 20 फरवरी 2019 2:00 p.m. संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ससंघ का विहार गौरझामर से देवरी की ओर हुआ| ◆रात्रि विश्राम - देवरी से 8 किलोमीटर पहले गोपालपुरा स्कूल में होगा | 21 फरवरी को देवरी में आहार चर्या होगी| दिनांक : 19 फरवरी 2019 1:35 p.m. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का विहार गौरझामर की ओर हुआ। (दूरी 15 कि.मी.) ◆ रात्रि विश्राम - बरकोटी तिग्गड़ा (दूरी - 11 कि.मी. गौरझामर) (5 कि.मी. बरकोटी से) दिनांक : 18 फरवरी 2019 1:50 p.m. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी ससंघ का भाग्योदय तीर्थ सागर से अभी अभी विहार हुआ | ◆ रात्रिविश्राम- ग्राम-दून 18km ◆ कल की आहरचर्या- ग्राम- चितौरा 05km संभावित
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