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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

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Blog Entries posted by Vidyasagar.Guru

  1. Vidyasagar.Guru
    आचार्यश्रीजी
    मतलब विद्यासागरजी
    🥀🥀🥀
       ‼आहारचर्या‼
    श्री तीर्थोदय प्रतिभास्थली
          रेवती रेंज इंदौर
      दिनाँक :०९/०४/२०२०
    आगम की पर्याय,महाश्रमण युगशिरोमणि १०८ आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के आहारचर्या कराने का सौभाग्य 
    🟤श्रावक श्रेष्ठी श्रीमान विजयकुमार जी जैन (पेटीकोट वाले) सागर,श्रीमान  नीरज कुमार जी जैन (बल्लू कमर्फट),श्रीमति मनीषा जैन इन्दौर,मध्यप्रदेश🟤
     वालो को एवं उनके परिवार को प्राप्त हुआ है।
    इनके पूण्य की अनुमोदना करते है।
                💐🌸💐🌸
    भक्त के घर भगवान आ गये
              🌹🌹🌹🌹
    सूचना प्रदाता-:श्री अक्षय जी जैन
           🌷🌷🌷
    अंकुश जैन बहेरिया 
    प्रशांत जैन सानोधा 
     
  2. Vidyasagar.Guru
    पूज्यगुरूदेव आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी
                           एवं
    संघस्थ मुनिश्री
     
    मुनिश्री सौम्यसागर जी 
    मुनिश्री दुर्लभसागर जी 
     मुनिश्री निश्चलसागर जी 
     मुनिश्री श्रमणसागर जी
     मुनिश्री संधानसागर जी
     
     
    के   तीर्थोंदय धाम, इंदौर   में हुए  केश लोच |
       
  3. Vidyasagar.Guru
    *आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का आगमी कार्यक्रम* 
    गुरूदेव को इंदौर हाई कोर्ट के समस्त जज व वकील सदस्यों ने निवेदन किया है कि गुरूदेव हाई कोर्ट में आकर समस्त सदस्यों को आशीर्वाद प्रदान करें। गुरूदेव ने आशिर्वाद स्वरूप उन्होंने कहा कि वहां तैयारी शुरू कर दे।
    🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
     *देश के इतिहास में पहली बार किसी जैन संत के प्रवचन हाईकोर्ट में होंगें।*
     🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
    *उसके बाद आचार्य श्री के प्रवचन SP office में रीगल चौराहा पर समस्त प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस प्रशासन के लिए होंगें ।*
    🙏🙏🙏🙏🙏
    *आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ इंदौर की जनता को राजबाड़ से संदेश देंगे। उसके बाद ससंघ प्रतिभास्थाली रेंवती रेज के लिए विहार होगा।*
    🙏🙏🙏🙏🙏
  4. Vidyasagar.Guru
    ■ हिंदी विषय पर आचार्य श्री के सानिध्य में हुई अहम बैठक, देश भर के विद्वान शामिल हुए, आचार्य भग्वन के हुए विशेष प्रवचन
    ■ हिंदी विषय पर आज विशेष बैठक आचार्य श्री के सानिध्य में हुई।
     
     आचार्य श्री का हिंदी अभियान बीते अनेक साल से चल रहा है। अब इस अभियान को धरातल पर लाने के लिए जैन कालोनी में अहम बैठक हुई। 
    यह जानकारी देते हुए बाल ब्रह्मचारी सुनिल भैया और मिडिया प्रभारी राहुल सेठी ने बताया की हिंदी को प्रचारित करने के लिए देश भर से आए जैन समाजजन की बैठक आज जैन कालोनी में आचार्य श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज के सानिध्य में हुई। इस बैठक को ब्रह्मचारी सुनिल भैया जी द्वारा संजोया गया था। 
    प्रफुल्ल भाई पारिख पूना, अशोक पाटनी, राजेंद्र गोधा जयपुर, एस के जैन दिल्ली, निर्मल कासलीवाल, कैलाश वेद उपस्थित थे। संचालन निर्मल कासलीवाल ने किया और आभार कैलाश वेद ने माना।
     
     
     

     

     



    ● आचार्य श्री ने बैठक में कहा की रामटेक में हमारा चातुर्मास चल रहा था, या गर्मी का काल चल रहा था, इंदौर से एक समूह आया था, उस समूह में इंजीनियर के सिवा कोई नहीं था, उनकी बड़ी भावना था, हम तो सामाजिक कार्य में तो भाग लेते ही है, हमारे पास जो समूह बना है उसको धार्मिक क्षेत्र में भी उपयोग किया जाए और जैन धर्म के पास इतनी क्षमता विद्यमान है, हम आशा नहीं विश्वास के साथ हम आए है आप इसके लिए अवश्य ही प्रेरणा एवं उत्साह प्रदान करे। विज्ञान की बात कर रहे है एक साधू से और ठीक विपरीत जैसा लगता है लेकिन सोचने की बात ये है इन दोनों का एक ही आत्मा है, स्पष्ट है किन्तु हम इसको जन जन तक क्यों नहीं ले जा पा रहे, इस कमियों को भी अपनी और देखना चाहिए। वो कमी हमने महसूस किया है, वो आपके सामने रखता हूं कि हमे बता दो विज्ञानं के द्वारा आखिर क्या होता है, विज्ञान कुछ उत्पन्न करता है या जो उत्पादित है उसको वितरित करता है या कुछ है उसको अभ्यक्त करता है।_ उनमें हमे सोचना है कि हमारे पास क्या क्षमता है और किस प्रकार की क्षमता है, इस और देखना चाहिए।
    जैसे समझने के लिए फूल की एक कली है , इस कली को मैं अपने विज्ञानं के माध्यम से खोल दू, खिला दू महक को चारों और बिखरा दू , क्या यह संभव है? समय से पूर्व ये काम करना असंभव है। विज्ञान इस क्षेत्र के लिए काम कर रहा है तो वो गलत माना जाएगा, हां उसका एक कार्य क्षेत्र अवश्य  हो सकता है कि वो क्या है, उसके बारे में अपने को सोचना है कि हर एक व्यक्ति का अपना दृष्टिकोण रहता है और उसको फैलाने का वह अवश्य ही पुरुषार्थ भी करता है और एक समूह भी एकत्रित कर लेता है। तो हमे आज उपयोगी क्या है, आवश्यक क्या है ये सोचना है। दर्शन विचारों में बहुत जल्दी प्रमोद वगैरह  को खो देता है, खोना भी चाहिए लेकिन हम  युग की बात करते है , युग तक आपके पास जो धरोहर के रूप में आपके पास विद्यमान है, उसको आप कहाँ तक पहुँचा सकते है, इसकी उपयोगिता, उसके लिए कितनी है और उस उपयोग के माध्यम से कितने व्यक्ति उसकी गहराइयों तक पहुच सकते है, ये हम अपने दर्शन के माध्यम से ले जाना चाहे तो बहुत जल्दी ले जा सकते है। विज्ञान कहते है अतीत हमारा सब बंद हो जाता है केवल वर्त्तमान और भविष्य उसके साथ जुड़ जाता है। ये हमारा एक भ्रम है, किन्तु अतीत के साथ जुड़ कर के ये विज्ञान काम क्यों नहीं कर रहा, लगभग कर रहा है, फिर बीबी उसको यथावत रखने का साहस वो क्यू नहीं कर रहा है। आज इतिहास को छपाने से क्या हानि होती है आपके सामन है, देश को सुरक्षा प्रदान करने के लिए चुनाव होते है, आपका ही देश है ये।। एक देश चीन है, और उसने वास्तु चीज़े छुपाने का प्रयास कर दिया और उसको वह जो नियंत्रण में रखने का प्रयास कर रहा था, ताकि लोगो को दहशत न हो। आवश्यक था कि शासन का क्या कर्त्तव्य है, बड़ा पेचीदा है ये, इस शासन, प्रसाशन आदि आदि हमेशा हमेशा जागरूक रहना चाहिए, उनको अनुमति लेनी पड़ी, कोर्ट से अनुमति लेनी पढ़ी, क्या अनुमति ली आप सोचेंगे तो दंग रह जाएंगे, लेकिन स्थिति ऐसी गंभीर हो गई, यदि इसके बारे में हम कदम नहीं उठाते है  तो ये लाख की संख्या करोड़ के ओर जाने में देर नहीं लगेगी, ऐसी स्थिति में हम केवल हाथ में माला ले करके बैठ जाए तो कुछ नहीं हो सकता है। इसीलिए उनको चाहिए की युग को संचालित करने के लिए आपको इतिहास का आधार लेना चाहिए। जहा भारत के पास विज्ञान था, ऐसा मैं पूछुंगा तो असंभव है, लेकिन इतिहास को तो देखना संभव नहीं कर सकेंगे, इतिहास हमारे सामने है, प्रशासकीय परीक्षाओं के कुछ इतिहास निर्धारित किया है उसी को इतिहास में करके हम चल रहे, इतिहास सबका होता रहता है, विश्व में बहुत सारे देश है , भारत को आखिर अपना इतिहास कुछ खोजना तो पढ़ेगा।
     

     

    क्या भारत के पास कोई इतिहास ही नहीं था, केवल 18 वीं शताब्दी को अपने हाथ में लेते है, आप दंग रह जाएंगे, इसीलिए मैं कहता हूं ,विज्ञानं को चाहिए भारतीय इतिहास क्या था, काम से कम भारत वाले तो इसको जानने का प्रयास करे, जिसने इस तथ्य को अपना लिया, पकड़ लिया, ऐसे iit के छात्रों के 15-16 साल अथक परिश्रम करके टेक्सटाइल विश्वविद्यालय में उन्होंने अपने अनुभव लिए दिए है। उन्होंने कुछ ऐसे वैज्ञानिक तथ्य भी सामने ला करके रखे है, इनको अमेरिका स्वीकार करता है। ऐसी दिशा में उन्होंने अपने इस अनुभव को विश्व के सामने लाने का प्रयास किया, वह भारतीय है। अब आपको सोचना चाहिए की iit कहते ही, आप ये नहीं कह सकते की ये कोण धर्मोनिष्ठ व्यक्ति आ गया, आपको तो मानना ही पढ़ेगा की iit का विद्यार्थी तो ज़माने में माना जाता है, वह कह रहा है, अंग्रेजी माध्यम का भ्रमजाल। इतना ही मैंने 2-3 महीने के पीछे इसको पहुचाने का मात्र कार्य किया है।
     
    🔅 चीन देश ने अंग्रेज़ी को क्यू नहीं स्वीकारा- आचार्य श्री जी
    आचार्य श्री ने आगे कहा की अब ये बता दो चीन ने अंग्रेजी को क्यों नहीं स्वीकारा उन्नति के लिए? आर्थिक, ज्ञान, अनेक प्रकार की उन्नतियां है जो अपने राष्ट्र के लिए अपेक्षित है, चीन ने क्यों नहीं अपनाया, चीन की कोनसी भाषा है। उन्होंने चीन की भाषा में ही सब प्रबंध किया है। रूस के पास क्या कमी है ये बताओ, अमेरिका के साथ वो हिम्मत रखता था, आज वो कमजोर हो गया है। इसके उपरांत जर्मन और जापान कई बार मिट जाते है ये देश, और कई बार खड़े हो जाते है ये देश उन्हें किसी की आवश्यकता नहीं है, उनकी भाषा कोनसी है आप पूछो तो। आप पूछते भी नहीं और चिंता करते भी नहीं
     
     
     

  5. Vidyasagar.Guru
    पूज्यगुरूदेव आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी
                           एवं
    संघस्थ मुनिश्री
     
     मुनिश्री दुर्लभसागर जी 
     मुनिश्री निश्चलसागर जी 
    मुनिश्री निर्लोभ सागर जी
    मुनिश्री निर्मोह सागर जी
    मुनिश्री निर्दोष सागर जी
     मुनिश्री श्रमणसागर जी
     मुनिश्री संधानसागर जी
     
     
    के   नेमिनगर इंदौर  में हुए  केश लोच |
  6. Vidyasagar.Guru
    इंदौर:- इंदौर में कल से शुरू होने वाले ऐतिहासिक पंचकल्याणक को वर्ल्ड बुक्स ऑफ रिकॉर्डस लंदन में दर्ज किया जाएगा।
    ब्रह्मचारी सुनील भैया जी ने  बताया विश्व में पहली बार 13 दिगम्बर जिनालयों के पंचकल्याणक एक साथ दिगंबर जैन आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के सानिध्य में इंदौर शहर में आयोजित किए जा रहे हैं   इसमें देश विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है।
    इस अनूठे आयोजन को वर्ल्ड बुक्स ऑफ रिकॉर्डस लंदन में दर्ज किया जा जा रहा है।
    आचार्य श्री के संघस्थ मुनि श्री संभव सागर महाराज को समाज के संजीव जैन “संजीवनी”  एवं जयेश कोठारी संपादक “शिखर ध्वज” द्वारा पत्र प्रदान कर  इस हेतु विनती की गई एवं आचार्य श्री का आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
    इसका प्रमाण पत्र 28 जनवरी को पंचकल्याणक समारोह में दिए जाने की संभावना है इस अवसर पर समाज के गायक श्री चिंतन बाकीवाला, वर्ल्ड रिकॉर्ड लंदन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संतोष शुक्ला, तिथि भल्ला एवं समस्त जैन समाज के गणमान्य महिला पुरुष उपस्थित रहेंगे
     
     
     


     


  7. Vidyasagar.Guru
    पंचकल्याणक स्थल पर अचानक पहुंच गए आचार्य श्री  विद्यासागर जी, सुधरवाई मूर्ति की त्रुटि
    आचार्य श्रीजी वहाँ पर दो घंटे रुके, कारीगर को बुलाया और भगवान आदिनाथ के कंधे पर आ रहे बालों को हटाया।
     शहर में पहली बार दिगंबर जैन समाज के 14 मंदिरों के पंचकल्याणक की तैयारियां चमेलीदेवी पार्क गोयल नगर में की जा रही हैं। इन्हें देखने आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज बुधवार दोपहर अचानक पंचकल्याणक स्थल पर पहुंचे। वहां निरीक्षण के बाद विदुर नगर से आई सवा ग्यारह फीट की प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की पद्मासन पाषाण प्रतिमा में त्रुटि को ठीक कराया।
    आचार्य श्री जी ने कुछ देर प्रतिमा को निहारा, फिर साथ चल रहे संघ को कारीगर बुलाने के लिए कहा। संघ से चर्चा कर कुछ दिशा-निर्देश दिए। इसके बाद कारीगर को बुलाया गया और उसे प्रतिमा की त्रुटियां दूर करने के लिए बताया। इससे पहले उसे श्रीफल दिया। इसके बाद कानों के पास से कंधे तक आ रहे बालों को हटवाया। इस दौरान वे प्रतिमा के सामने ही संघ के साथ बैठे रहे। यह प्रतिमा मंगलवार रात ही पंचकल्याणक स्थल पर विदुरनगर से लाई गई थी।
    पंचकल्याणक में शामिल होंगी 300 से अधिक मूर्तियां, 150 से अधिक आईं
    ब्रह्मचारी सुनील भैया ने बताया कि पहली बार एक साथ 14 मंदिर का पंचकल्याण होने जा रहा है। पंचकल्याणक 26 जनवरी से 1 फरवरी तक होगा। इसमें 300 पाषाण और धातुओं में ढली मूर्तियां भगवान बनेंगी। पंचकल्याणक में अजमेर से 25 और सागर से 7 और पुणे से भी तीन मूर्तियां आई हैं। होशंगाबाद से भी ढाई फीट की अष्टधातु की एक मूर्ति लाई गई है। इसके अलावा पंचबलयति मंदिर स्कीम नंबर 78, वैभव नगर, कनाड़िया, शिखरजी ड्रीम, निर्वाण विहार, छावनी, खातीवाला टैंक आदि मंदिरों का पंचकल्याणक होगा।

  8. Vidyasagar.Guru
    _*🏳‍🌈🚩इंदौर भव्य पंचकल्याणक पात्र चयन 🚩🏳‍🌈*_
      दिनांक - 19 जनवरी 2020  रविवार
    _विश्ववन्दनीय आचार्य देव विद्यासागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में पंचकल्याणक महोत्सव *इंदौर महानगर* में *चमेली देवी पार्क में*  26 जनवरी 2020 से 01 फरवरी 2020 तक आयोजित है...!!_
    _उसी महोत्सव के लिये आज खुला है पुण्य का महाद्वार...._
     
    ◆ भगवान के माता पिता
    श्रावक श्रेष्ठी श्रीमान संजय जी श्री मति नीलू जी जैन( मैक्स परिवार ) इंदौर
    ▪सौधर्म इंद्र महापात्र
    श्रावक श्रेष्ठी श्री मान
    सचिन जी उधोगपति 555 कलश 555 श्रीफल
     ▪ धनपति कुबेर
    आलोक जी राजेंद्र जी आकाश जी कोयला परिवार
           *207 कलश 207 श्रीफल
           
    ▪ महायज्ञनायक
    सुंदर लाल जी डबडेरा परिवार
           126 कलश  126 श्रीफल
     
          
     ▪ राजा श्रेयांश
    मनीष कुमार जी प्रकाश चंद जी बेगमगंज भोपाल
           108 कलश  108 श्रीफल
    ▪ भरत चक्रवर्ती
    सुरेश जी दिवाकर इंदौर गौरझामर प्रवासी
           45 कलश  45 श्रीफल
    ▪ बाहुबली
    सुधीर जी जैन डिस्कवर परिवार
          36 कलश  36 श्रीफल
    ▪ ईशान इंद्र
    विमल, मनोज जी बाकलीवाल इंदौर
           108 कलश 108 श्रीफल
    🔹 26/01/19 से 01/02/19 मे होने जा रहा है पंचकल्याणक महामहोत्सव
     
     
    🔶 इंदौर पंचकल्याणक महोत्सव...
    ●▬▬▬▬🚩❖✹❖🚩▬▬▬▬●
    📯 दिनांक- 26 जनवरी से 01 फरवरी 2020 तक
    💫 संत शिरोमणि आचार्य भगवन 108 श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ के मंगल सानिध्य में होने जा रहे पंचकल्याणक महोत्सव इंदौर के पात्र-
    🔹भगवान के माता-पिता
    👑 श्रेष्ठी श्रीमति नीलू जैन श्री संजय जी जैन मैक्स इंदौर
    🔹सौधर्म इन्द्र-
    👑 श्रेष्ठी श्री सचिन जी जैन उधोगपति इंदौर
    🔹धनपति कुबेर-
    👑 श्रेष्ठी श्री आलोक जी राजेन्द्र जी आकाश जी जैन सिंघई कोयला परिवार इंदौर
    🔹महायज्ञ नायक-
    👑 श्रेष्ठी श्री सुंदरलाल सुशील जी जैन डबडेरा परिवार इंदौर
    🔹ईशान इन्द्र-
    👑 श्रेष्ठी श्री विमल जी मनोज जी बाकलीवाल इंदौर
    🔹 सानत इन्द्र-
    👑 श्रेष्ठी श्री जितेन्द्र जी नीरज जी अंकित जी जैन इंदौर
    🔹 माहेन्द्र इन्द्र-
    👑 श्रेष्ठी श्री देवेन्द्र कुमार मनोजकुमार जैन आरोन वाले इंदौर
    🔹राजा श्रेयांश-
    👑 श्रेष्ठी श्री मनीष कुमार प्रकाशचंद्र जी जैन बेगमगंज वाले भोपाल
    🔹भरत चक्रवर्ती-
    👑 श्रेष्ठी श्री सुरेशकुमार जी जैन दिवाकर गौरझामरवाले
    🔹बाहुवली-
    👑 श्रेष्ठी श्री सुधीर जी जैन डिस्कवर परिवार इंदौर

     सभी के पुण्य की बहुत बहुत अनुमोदना...
     
  9. Vidyasagar.Guru
    *पात्र चयन अपडेट...इंदौर पंचकल्याणक 19 जनवरी 20*
    〽D    ✅
    *इंदौर महानगर में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के ससंघ सानिध्य में आगामी 26 जनवरी से 1 फरवरी तक होने वाले पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव मैं प्रमुख पात्रों का चयन 19 जनवरी 2020 को मुख्य पंडाल में दोपहर 1.30 बजे से शुरू होगा।*
    *मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव के प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्रह्मचारी विनय भैया बंडा होंगे।* 〽D
    *इंदौर महानगर में होने जा रहे पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव में नगर के 10 जिनालयो के एक साथ पंचकल्याणक हो रहे हैं जो विश्व के इतिहास में एक रिकॉर्ड बनेगा इसके पूर्व सागर में 2018 में मुनि श्री योगसागर महाराज के ससंघ सानिध्य में 7 जिनालयो के पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव एक साथ हुए थे । इंदौर में सौधर्म इन्द्र कौन बनेगा यह रविवार को पात्रचयन मैं तय होगा।*
  10. Vidyasagar.Guru
    *इंदौर वालो के लिए खुशखबरी*  
        *🗓१४,जनवरी,२०२० मंगलवार🗓* 
    *देवी अहिल्याबाई की नगरी इंदौर*
    ( तिलक नगर इंदौर )
    *✨आज परम पूज्य संत शिरोमणि १०८ आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज✨*  
              ने संकेत दिए
      *इंदौर को मिला पंचकल्याणक का सौभाग्य*
    आचार्य श्री विधासागर जी महाराज एवं ससंघ के सानिध्य मे
    *26 जनवरी से 1 फरवरी* 2020 तक चमेली देवी पार्क पर आयोजित होने के लिए गुरु जी ने  आशीर्वाद प्रदान किया🙏🏻

     
  11. Vidyasagar.Guru
    _दिगम्बर जैन समाज के सबसे बड़े संत आचार्य श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज के दर्शन करने को आज मप्र सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी आए थे।_ मंत्री पटवारी के साथ शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और प्रवक्ता जय हार्डिया साथ में थे। आचार्य श्री के शिष्य मुनि श्री १०८ सम्भव सागर जी महाराज और ब्रह्मचारी सुनिल भैया जी द्वारा मंत्री पटवारी को आचार्य श्री द्वारा लिखित मूकमाटी पुस्तक की जानकारी दी गयी और कहा गया कि इस पुस्तक को यदि सभी विश्व विद्यालय में पाठ्यक्रम में शामिल किया गया तो उससे छात्रों का भविष्य बहुत बेहतर होगा। इसके साथ इस पुस्तक को सभी कालेज की लायब्रेरी में भी अध्यन के रखा जाए। मंत्री पटवारी ने आचार्य श्री के समक्ष कहा की मै इस मामले में शीघ्र ही अधिकारियों से चर्चा कर के इस पुस्तक को पाठ्यक्रम में शामिल करवाऊँगा। मंत्री पटवारी ने तत्काल से फ़ोन पर अधिकारियों को आदेशित भी किया की मूकमाटी पुस्तक को प्रदेश के सभी कालेज की लायब्रेरी में रखा जाए।_
     
     
     
  12. Vidyasagar.Guru
    गणनी आर्यका प्रज्ञमती माता जी  आज इन्दौर में आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज के दर्शन करने पहुंची, दोनों ने अपनी मात्र भाषा कन्नड़ में की लगभग 30 मिनट तक चर्चा, चर्चा के दौरान माता जी की बात सुन कई बार खिलखिला के हंसे आचार्य श्री! पुत्रिवत स्नेह और सम्मान दिया माता जी को! दिल्ली, इन्दौर, आगरा, धूलिया से भी पहुंचे माता जी के भक्तगण, उन्हें भी मिला आचार्य श्री का ढेर सारा आशीर्वाद! 
     
     
  13. Vidyasagar.Guru
    आज दिनांक 7/01/2020 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के  संघचालक श्री मोहन जी भागवत  ने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया।
     
     


  14. Vidyasagar.Guru
    यहां पर हम अपडेट करते रहेंगे 
    आप भी अपने भाव नीचें कमेंट मे जरूर व्यक्त कीजिएगा 
    *मध्य प्रदेश शासन के 11 कैबिनेट मंत्री व इंदौर के 5 विधायकों ने आपार जनसैलाब के साथ की आचार्य भगवन विद्यासागर महामुनिराज की भव्य अगुवानी*
     
     
    LIVE समाप्त 
     
     
    इंदौर आगमन आचार्य श्री जी का
    WhatsApp Video 2020-01-05 at 2.56.19 PM.mp4
     
     
    VID-20200105-WA0029.mp4
     
     
    अभी लाइव  दर्शन
    WhatsApp Video 2020-01-05 at 11.14.07 AM.mp4
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    आचार्य श्री 108 विद्या सागर जी महाराज की मंगल अगवानी मार्ग का दोरा करते डिप्टी कलेक्टर बीबी एस तोमर, नगर निगम अपर आयुक्त रजनीश कसेरा, पुलिस विभाग से वरिष्ठ अधिकारी महेंद्र जैन जी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, विधायक संजय शुक्ला, दिगम्बर जैन समाज सामाजिक संसद इंदौर के अध्यक्ष नरेंद्र वेद और युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष राहुल सेठी और मार्गदर्शक नकुल पाटोदी।
    फ़ोटो नीचें एल्बम मे देखे 
     
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    आहारचर्या- बड़जात्या फार्म हाउस इंदौर)
    🥀 5 जनवरी 2020,रविवार🥀
    🌈20 साल से राह देखते
          सजा के तोरणद्वार
    छोटी बिटिया के अँगना अब
          होंगे गुऱु आहार🌈
    🍁अध्यात्म सरोवर के राजहँस ,विश्व वन्दनीय ,संत शिरोमणि , बुन्देलखण्ड के छोटे बाबा , धरती के भगवान आचार्य भगवंत श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज का पड़गाहन एवं आहारदान देने का सौभाग्य
    श्रावक श्रीमान सनत कुमार जी ,राहुल जी ,सिद्धार्थ जी , आरव जी ,प्रकाश जी जैन 【बड़जात्या परिवार】 निवासी इंदौर के सम्पुर्ण परिवार को  प्राप्त हुआ
     
    ----
     
     
    Whatsapp पर चल रहे हें 
     
    🥀आज है दीवाली इंदौर ही नही सम्पुर्ण भारत मे दीवाली ।। घर घर रोशन हो गया क्योकि आज वे विशेष दिन आ ही गया है जब अपनी सबसे छोटी बिटिया को दर्शन देने आरहे है पिच्छी कमंडल धारी राष्ट्र संत , आचार्य भगवन्त श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज🥀
     
    🥀रंग गया है सारा इंदौर🥀
    🥀रंग गया है सारा भारत🥀
    🥁क्योकि 20 वर्षो  बाद 2020 में आरहे है सदलगा के संत🥁
    🔔माँ अहिल्या की नगरी में श्रीमंत के लाल🔔
    हम सबके आराध्य का इंतज़ार था अब बस है और पूर्ण हो ही गया
    संपूर्ण इंदौर वासियो को इंतज़ार उस पल का
    जब सबसे छोटी बेटिया प्रतिभास्थली को मिलेगा गुरु आशीष
    आओ आओ नी पधारो गुरु मोरी नगरीय रे
    गुरुचरण में नमन🙏🏽
     
    आज कुछ अलग सा लग रहा है ,सार जगत डूबा है गुरु जी मंगल आगवानी में
    🥀जबलपुर क्या ,सागर क्या ,ललितपुर क्या आज एक नया कीर्तिमान स्थापित होगा वे है सबसे छोटी बेटिया प्रतिभास्थली में जब होगी पूज्यगुरुदेव की महा मंगल आगवानी बस इंतज़ार कुछ ही पलों का।।🥀
    उदयनगर से 2 km पूर्व पूज्य मुनिश्री १०८ विशद सागर जी महाराज करेंगे अपने आराध्य प्रभु की लग भाग 4 वर्षो बाद गुरुचरण वंदना
    जुड़े रहे पुण्योदय विद्यासंघ से इंतज़ार पल पल की खबरों का
     
     
  15. Vidyasagar.Guru
    👣अनियत विहारी गुरुदेव का मंगल विहार हुआ 👣
     
     
     
    दिनांक - 04 जनवरी 2020
    ⛳आज का रात्रि विश्राम:-* सिल्वर  गार्डन बाईपास (८ किमी)_
    _*🛣 कल की आहार चर्या:-* एम्पायर स्टेट बड़जात्या फॉर्म हाउस  (३.८ किमी)_
    *आगामी विहार दिशा-* इन्दौर
    _*🦋 यहाँ से इंदौर की दूरी मात्र  १० किमी दूर है ५ जनवरी को शाम उदयनगर में होगी आगवानी  🦋*_
     
    दिनांक - 03 जनवरी 2020
     
    आज का रात्रि विश्राम:- सम्यक फॉर्म हाउस(७ किमी) 
    रात्रि विश्राम सम्यक फार्म हाउस चोखी ढाणी के सामने हो रहा है
    🛣 कल की आहार चर्या:- चमेली देवी (२.५ किमी)
     
     
    दिनांक - 02 जनवरी 2020
    आज आचार्यश्री ससंघ का *रात्रि विश्राम शासकीय माध्यमिक विद्यालय (तलाई नाका) सिमरोल, जिला इंदौर, मध्यप्रदेश* में हो रहा है
    *🌏सिमरोल की गूगल मैप लिंक*
    👇🏽👇🏽👇🏽
    Simrol
    Madhya Pradesh 452020
    https://maps.app.goo.gl/GVTnUYxxjSeagcjX8
    🌳
    कल *०३/०१/२०२०* को आचार्यश्री ससंघ की आहार चर्या *सिमरोल, जिला इंदौर, मध्यप्रदेश* में ही होने की संभावना है
     
     
    *👣अनियत विहारी गुरुदेव का मंगल विहार हुआ 👣*
        दिनांक - 01 जनवरी 2020, वुधवार
    _संत शिरोमणि ,धरती के देवता ,पूज्यगुरुदेव आचार्य भगवन *श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज* का मंगल विहार दोपहर 2.20 बजे *चोरल* से हुआ_
    *रात्रि विश्राम - बाईं ग्राम संभाभित*
    *➡ दिशा - जल्द नववर्ष 2020 में इंदौर प्रवेश संभाभित*

        दिनांक - 31 दिसंबर 2019 ,मंगलवार
    संत शिरोमणि ,धरती के देवता ,पूज्यगुरुदेव आचार्य भगवन श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज का मंगल विहार दोपहर 2.20 बजे ग्वालू से हुआ
    ⛳आज का रात्रि विश्राम:- योगा लाइफ आश्रम चोरल(४ किमी) 
    🛣 कल की आहार चर्या:- श्यामला हिल्स चोरल(७०० मी.आगे)
     
    WhatsApp Video 2019-12-31 at 4.55.18 PM.mp4
     
    *👣अनियत विहारी गुरुदेव का मंगल विहार हुआ 👣*
        दिनांक - 30 दिसंबर 2019 ,सोमवार
     
    ◆रात्रि विश्राम - बलराज रिट्रीट होटल के सामने  ग्राम:- ग्वालू गांव
    ◆विहार दिशा- इन्दौर 
     
    संत शिरोमणि ,धरती के देवता ,पूज्यगुरुदेव आचार्य भगवन श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज का मंगल विहार अभी बल वाडा से हुआ
    *➡ दिशा - जल्द इंदौर प्रवेश संभाभित*
    *🏵🥁🎷विशेष पूज्यगुरुदेव की भव्य  मंगल आगवानी एवं चरण वंदना करेंगे नगर में विराजमान पूज्यगुरुदेव के परम शिष्य पूज्य मुनिश्री १०८ विशद सागर जी महाराज🎷🥁🏵*
     
     
    *विहार अपडेट 29.12.19*
    ◆ आज रात्रि विश्राम- बलवाड़ा
    ◆ कल की आहार चर्या- बलबाड़ा ग्राम में संभावित।
    ◆ विहार दिशा- इन्दौर (बलबाड़ा से 35 किमी)
     
     
     28 दिसम्बर, दोपहर
     
    परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार-
    ◆ आज रात्रि विश्राम- बागफल।
    ◆ कल की आहार चर्या- उमरिया ग्राम में संभावित।
    ◆ विहार दिशा- इन्दौर ।
     
     
    👣अनियत विहारी गुरुदेव का मंगल विहार👣
        दिनांक - 26 दिसंबर 2019 ,गुरुवार
    संत शिरोमणि ,धरती के देवता ,पूज्यगुरुदेव आचार्य भगवन श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज का मंगल विहार अभी श्री सिद्धक्षेत्र सिद्धवरकूट से हुआ
     
    आज का रात्रि विश्राम श्री चौगड़े जी की गो शाला कोठी गांव कल की आहार चर्या श्री आदिनाथ दिंग्मबर जैन मंदिर मोटक्का कल दोपहर बाद बडबाह मे प्रवेश 🙏🏻🙏🏻
     
     
    https://vidyasagar.guru/gallery/album/848-photo-album/
     
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    *पूज्य आचार्यश्री जी मंगल विहार अपडेट*
     
    23  दिसंबर 2019
    आज सुबह हुआ सिद्धवरकूट में मंगल प्रवेश।*

                   22 दिसम्बर, दोपहर
      
    *परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार-*
    ◆ *आज रात्रि विश्राम-* कड़िया कुंड।
    ◆ *कल प्रातःकाल की शुभ मंगल बेला में होगा सिद्धवरकूट में मंगल प्रवेश।*
     
     
     
     
    21 दिसंबर 2019
     
     
    *👣अनियत विहारी गुरुदेव का मंगल विहार👣*
    *👣सिध्दोदय से सिद्धवरकूट तक 👣*
    _संत शिरोमणि ,धरती के देवता ,पूज्यगुरुदेव आचार्य भगवन *श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज* ससंघ का मंगल विहार अभी *काट कूट* से हुआ_
     *_➡दिशा -1997 से प्रतीक्षा श्री सिद्ध क्षेत्र सिद्धवरकूट की ओर ।। संभाभीत प्रवेश  22 दिसंबर को ।।_*                             
     
     
     
    20 दिसंबर 2019
    ◆रात्रि विश्राम - कानाद  संभावित
    ◆कल आहारचर्या - मुनि श्री 108 मल्ली सागर जी की जन्म स्थली बड़वाह संभावित
    ◆ कल सुबह   करेगे बड़वाह के भक्तगण  भव्य मंगल आगवानी बड़वाह में 
    ◆ संभावित विहार दिशा - *श्री सिद्ध क्षेत्र सिद्धवरकूट
     
    19 दिसंबर 2019
    *मंगल विहार*
    गुरु जी का बढ़ते कदम सिद्ध क्षेत्र सिद्धवरकूट
    💥💥💥  🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈
        *🗓१९,दिसम्बर,१९ गुरुवार🗓* 
    *परम पूज्य संत शिरोमणि*
    *आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार किशनगढ़ ( मध्यप्रदेश ) से हुआ*
    ◆रात्रि विश्राम - *उदयनगर संभावित*
    ◆कल आहारचर्या - *उदयनगर संभावित*
    ◆ *शाम को करेगे उदयनगर के भक्तगण  भव्य मंगल आगवानी उदयनगर में*
    ◆ *संभावित विहार दिशा - *श्री सिद्ध क्षेत्र सिद्धवरकूट*
     
     
    18 दिसंबर 2019
    विश्व वन्दनीय, संत शिरोमणी, अनियत विहारी, आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार पुंजापुरा से हुआ...!!
    ⛳ आज का रात्रि विश्राम:- राता तलई (७ किमी) 
    🛣 कल की आहार चर्या:- किशनगढ़  ग्राम (७ किमी)
    🦋 आगामी सम्भावित विहार दिशा:- सिद्धवरकूट
     
     
    17 दिसंबर 2019
    *👣रात्रि विश्राम👣*
    *संत शिरोमणि ,धरती के भगवान ,पूज्यगुरुदेव का रात्रि विश्राम* *🚩संभाभित रात्रिविश्राम - पलासी🚩*
                   *कल आहारचर्या - पुंजापुरी*
      
     
     
         *16 दिसम्बर 2019*  दोपहर 3:00
    परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार-
    ◆ आज रात्रि विश्राम- कान्हड़ा ग्राम
    ◆ कल सम्भावित आहारचर्या- गोदना।
    सम्भावित दिशा: इन्दौर / सिद्धवरकूट
     
     
         *16 दिसम्बर 2019*  दोपहर 2 50
    विहार अपडेट
    सोमवार, 16 दिसम्बर को आचार्यश्री ने ससंघ आहारचर्या (सामायिक) के बाद ग्राम लोहारदा से विहार किया.. इंदौर जाने के लिए हाइवे का रास्ता पीछे छूटा..
    हालांकि आगे से भी पुंजापुरा-उदयनगर होते हुए एक मार्ग इंदौर जाता है..
    अब प्रबल संभावना सिद्धवरकूट की... बाकी अनियत विहारी गुरुदेव का मन..
    कल शाम तक पता चलेगा कि 20 साल बाद इंदौर की किस्मत खुलती है.. या इंतज़ार अभी और लंबा है..
     
         *16 दिसम्बर 2019*  दोपहर 1 50
    _संत शिरोमणि ,धरती के देवता ,पूज्यगुरुदेव आचार्य भगवन *श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज* का मंगल विहार अभी अभी *लोहारदा* के हुआ_
    *➡दिशा निश्चित नही*
    *लोहारदा से 3km बाद रास्ते -- इंदौर*
                                         *-- बड़वानी*
                                     *-- सिद्धवरकूट*
     
     

     
     
    15- 12 - 2019  दोपहर  1 : 35 
    गुरु जी का गमन हुआ सतवास से
     
    आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज*
    (३२ मुनिराज) ससंघ का
    *सतवास* से मंगल विहार हुआ।
    आज रात्रि विश्राम :- *लोहारदा*
    सम्भावित विहार दिशा :- *इंदौर /बड़वानी/सिद्धवरकूट*
     
    • भोपाल की ओर विहार-
    मुनिश्री प्रमाणसागरजी के साथ अब मुनिश्री अरहसागरजी 
    • खातेगांव की ओर विहार- मुनिश्री समतासागरजी और मुनिश्री अजितसागरजी
    • मुनिश्री विराटसागरजी अब आचार्यश्री के साथ
     
    १3 - १२ - २०१९  दोपहर  १ : ३०  
    विश्व वंदनीय आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज (ससंघ) का अजनास नेमावर से हुआ  विहार 
    ◆आज रात्रि विश्राम संभावित - ग्राम झाबरिया
    ◆कल की आहारचर्या:-सतवास
     
     
    १२ - १२ - २०१९  दोपहर  १ : ३०  
    विश्व वंदनीय आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज (ससंघ) का सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर से हुआ  विहार 
    विहार दिशा:- कच्चे रास्ते से अजनास होते हुए  सतवास (श्री पंचकल्याणक महोत्सव में मिल सकता है सानिध्य)
    ◆आज रात्रि विश्राम - ग्राम बरछा
    ◆कल की आहारचर्या सम्भावित - दुर्लभ सागर जी की जन्म स्थली  अजनास में
    ◆सम्भावित विहार दिशा - सतवास( श्री पंचकल्याणक महोत्सव )
     
     
    परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ
    पूज्य मुनिश्री समतासागर जी, मुनिश्री प्रमाण सागर जी, मुनिश्री अजितसागर जी महाराज ससंघ सहित सम्पूर्ण मुनिसंघ गुरुदेव के साथ विहार कर रहे हैं।
     
     दोपहर सामायिक उपरांत मंगल विहार श्री दिगंबर जैन रेवातट सिद्धोदय सिद्ध क्षेत्र ट्रस्ट : नेमावर, से  कच्चे रास्ते से अजनास होते हुए  सतवास की ओर हुआ।संभावित सतवास में चल रहे पंचकल्याणक महोत्सव में मिल सकता है सानिध्य एवं मिल सकती हैं, कुछ अच्छी बड़ी खबर।।।   🙏🏼 गुरु चरणों में बारम्बार नमोस्तु,नमोस्तु,🙏🏼
     
    संभावित दिशा - सतवास
    (पंचकल्याणक महोत्सव में मिल सकता है सानिध्य)
     
     
     
     



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  16. Vidyasagar.Guru
    धरती के भगवान संत शिरोमणि 108 आचार्य गुरुवर विद्यासागर जी महामुनिराज के दर्शन वन्दन हेतु अन्तर्मना  आचार्य श्री 108 प्रसन्नसागर जी मुनिराज ससंघ का मंगल आगमन सिद्धवरकूट तीर्थ में आज प्रातः कालीन बेला में हुआ ।। 
     
     
     
     
     

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  17. Vidyasagar.Guru
    *सिद्धवरकूट आवागमन मार्ग हेतु NHDC से मिली राहत*    
  18. Vidyasagar.Guru
    सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर प्रतियोगिता परिणाम कुछ ही देर मे घोषित होगा 
     
     
    उपहार स्वरूप 4 विजेताओं को  श्रमदान के हथकरघा केंद्र पर सूती धागों से निर्मित अहिंसक शॉल प्रदान किये जायेंगे
  19. Vidyasagar.Guru
    पूज्यगुरूदेव आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महामुनिराज
                           एवं

     
    मुनिश्री समतासागर जी  मुनिश्री निर्मदसागर जी  मुनिश्री शीतलसागर जी   मुनिश्री श्रमणसागर जी ऐलक श्री निश्चयसागरजी महाराज  
    के   सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर  में हो रहे हैं  केश लोच |
    मुनिश्री दुर्लभसागर जी  एवं   मुनिश्री संधानसागर जी  ने सतवास मे किये केश लोच 
  20. Vidyasagar.Guru
    भारत सरकार की कैबिनेट मंत्री *श्रीमती स्मृति ईरानी* जी ने लिया आचार्य श्री विद्यासागर जी  का आशिर्वाद
    *नेमावर पहुँची केंद्रीय मंत्री, किये आचार्यश्री के दर्शन, लिया आशीर्वाद।*

    _*सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र में विराजमान पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महामुनिराज* के दर्शन-वंदन की भावना से आज *केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी* नेमावर पहुँची एवम पूज्य गुरुदेव को नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रीमती ईरानी ने पूज्य आचार्यश्री से अहिंसा सहित अन्य विषयों पर चर्चाकर मार्गदर्शन भी प्राप्त किया।_
    _प्रबंधकारिणी समिति नेमावर द्वारा, ब्रह्मचारिणी बहनों के माध्यम से *केन्द्रीय मंत्री का सम्मान* भी किया गया। दर्शन उपरान्त उन्होंने अपनी प्रशन्नता व्यक्त कर अपने को अत्यन्त सौभाग्यशाली माना।_     
     
    सर्वोदयी  राष्ट्रीय महासन्त आचार्यश्री के श्रीचरणों में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जी की भावाभिव्यक्ति
     
     
    हमें भारत को आगे बढ़ाने के साथ-साथ संस्कारित करने की दिशा में भी काम करना चाहिए.. 
    भारत तो विश्व गुरु था, है और रहेगा: आचार्यश्री विद्यासागरजी

    ✍🏻 पुनीत जैन, खातेगांव
    शनिवार को केंद्रीय महिला एवं बालविकास और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज के दर्शन करने और हथकरघा के विषय पर विस्तृत चर्चा करने नेमावर आयी। हेलीकॉप्टर से अपने तय समय से 10 मिनट पहले पहुंची ईरानी लगभग ढाई घंटे तक नेमावर जैन मंदिर परिसर में रही। 
    ईरानी ने आचार्यश्री के आशीर्वाद से चलने वाले समाजसेवा के विभिन्न प्रकल्पों हथकरघा, हस्तशिल्प, प्रतिभास्थली, मातृभाषा हिन्दी जैसे अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर आचार्यश्री से लम्बी चर्चा की। इसके साथ ही बारीकी से हथकरघा से निर्मित वस्त्र, हस्तशिल्प से बनी विभिन्न वस्तुओं का अवलोकन किया। ईरानी ने आचार्यश्री से निवेदन किया कि वे ससंघ देश की राजधानी दिल्ली आएं।  

    सक्रिय सम्यक सहकार संघ की ओर से आरके मार्बल ग्रुप की सुशीला पाटनी एवं ब्रम्हचारी सुनील भैयाजी ने हथकरघा से बनी साड़ी ईरानी को भेंट की। 
    वहीं ट्रस्ट कमेटी की ओर से वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेशचंद काला, दिलीप सेठी, राजीव कटनेरा, महेंद्र अजमेरा ने कलश एवं आचार्यश्री द्वारा रचित जैन साहित्य भेंटकर स्मृति ईरानी को सम्मानित किया। 
    स्मृति ईरानी ने कहा-
    इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा आध्यात्म के मार्ग पर चलते हुए मानवता को परिभाषित करने वाले आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज और मुनिसंघ का आशीर्वाद आज प्राप्त हुआ। आचार्यश्री के प्रकल्प के माध्यम से हिंसा के अवगुणों को लेकर भी जेल में बंद कैदी आध्यात्म के मार्ग पर चलते हुए हथकरघा के माध्यम से संतों का सानिध्य प्राप्त कर रहे हैं। 
    अहिंसा को अपनाकर जीवन का उत्थान कैसे किया जाए इसका प्रतिबिम्ब आज तिहाड़ जेल में हथकरघा के वस्त्र बनाते कैदियों को देखने पर मिल रहा है।
    अहिंसा के मार्ग पर चलना, स्वावलंबन के साथ जीना और प्रभु का स्मरण करते हुए समाज के संरक्षण में अपने आप को समर्पित करने का भाव आपके माध्यम से जो जनमानस में जागृत हुआ है उसके लिए मैं आपके श्रीचरणों में सादर वंदन करती हूँ।  
    आपके शुभाशीष से ब्रम्ह्चारिणी बहिने शिक्षा का आशीर्वाद बेटियों को दे रही हैं, हथकरघा के माध्यम से सूत को काटकर संस्कार भरा वस्त्र निर्मित किया जा रहा है। आपके दिखाए मार्ग पर चलकर शिल्प की दुनिया के लोगों को जोड़कर भारत के भविष्य का वो अपने हाथों से निर्माण कर रहे हैं। राष्ट्र कीर्ति के पथ पर हम सभी सदैव चलें ऐसा आशीष आपसे मांगती हूँ। 
    आचार्य श्री ने अपने आशीर्वचन में कहा-
    विशेष रुप से विशेष विषय को लेकर जिज्ञासू (मंत्री महोदय) दूरी को दूर करते हुए आज यहां आए हैं। अपने व्यस्ततम समय से समय निकालकर जनता के कल्याण की भावनाओं को लेकर संस्कारित जीवन निर्मित हो देश के कल्याण के साथ राष्ट्र भाव सदैव बना रहे। यही भाव देश की जनता में भी आए, इन सब भावों को लेकर महोदया आई हैं। 
    आचार्यश्री ने राष्ट्र उत्थान पर केंद्रित करते हुए अपने उदगार में कहा कि भारत को स्वतंत्र हुए कई वर्ष होने के बावजूद पूर्व स्थिति में नहीं आए। 
    हमें भारत को आगे बढ़ाने के साथ-साथ संस्कारित करने की दिशा में भी काम करना चाहिए। 
    हमें अपनी संस्कृति में पुनः लौटना है। हमे अपनी संस्कृति के अनुसार ही विश्व पटल पर भारत को आदर्श बनाना चाहिए। 
    भारत तो विश्व गुरु था और रहेगा। भारत की जीवंत संस्कृति यदि कोई है तो वह अहिंसा ही है। 
    भारतीय अर्थशास्त्रियों के भरोसे ही अमेरिका अपनी मंदी से उबरने और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में लगा है।  
    हम राष्ट्र के प्रति आस्थावान और समर्पित होकर रहेंगे तो देश को कोई हिला नहीं पाएगा। भारत वासना, विलासिता को नहीं बल्कि उपासना और साधना को पूजने वाला देश है। हमारी दृष्टि अखंड भारत की ओर होना चाहिए।
    हथकरघा, अंबर चरखा और हस्तशिल्प के कारण तिहाड़ जेल में हुंकार भरने वाले कैदी प्रार्थना कर रहे हैं, हिंसा को भूल गए हैं। कैदियों के जीवन में परिवर्तन आ रहा है। 
    व्यापार से धन नहीं बढ़ता, श्रम करने से बढ़ता है। जो व्यक्ति श्रम करेगा, वो कभी भूखा नहीं सोएगा। श्रमण शब्द की उत्पत्ति श्रमदान से ही हुई है। 
    भारत हमेशा भगवान का भक्त रहा है। राम से नहीं राम नाम का सच्चा सुमिरन करने से ही सारे काम हो जाते हैं। श्रीराम के नाम के जाप के सहारे ही हनुमानजी ने कई बाधाओं को लांघकर अविस्मरणीय कार्य किए। उसी प्रकार देश के सैनिक भी सीमा पर अपनी जान की बाजी लगाए देशहित में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं।
    ---------
    सादगी पूर्ण व्यवहार:
    केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पूरे कार्यक्रम में बहुत ही सादगी में दिखी। उनके लिए ट्रस्ट ने सोफे पर बैठने की व्यवस्था की थी, ट्रस्ट द्वारा आग्रह करने पर ईरानी ने कहा भारतीय संस्कृति में संतों के सामने ऊँचे स्थान पर बैठना शोभा नहीं देता, और वह आमजन के बीच ही बैठी रहीं। चेहरे पर धूप आने के बावजूद भी अपनी जगह नहीं बदली।
     
     


     
     








  21. Vidyasagar.Guru
    सतवास पंचकल्याणक हेतु सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर से उपसंघ का विहार:
    • मुनिश्री विराटसागर जी
    • मुनिश्री दुर्लभसागर जी
    • मुनिश्री संधानसागर जी
     ______________;
    *नेमावर से मुनिसंघ का मंगल विहार-*
     
    *परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से-*
    ● पूज्य मुनिश्री विराट सागर जी महाराज
    ● पूज्य मुनिश्री दुर्लभ सागर जी महाराज
    ● पूज्य मुनिश्री संधान सागर जी महाराज
    *उपसंघ का मंगल विहार नेमावर जी से सतवास की ओर हुआ।* 
     
    आगामी 8 से 14 दिसम्बर तक आयोजित होने बाले *पंचकल्याणक महोत्सव* में पूज्य मुनिसंघ सानिध्य प्रदान करेंगे।

    *









  22. Vidyasagar.Guru
    15 साल 8 माह 23 दिन बाद गुरु के दर्शन कर चरण पखारे तो निकल गयी अश्रुधारा  गुरु-शिष्यों का महामिलन देखने देश-विदेश से पहुंचे 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु  गुरु की आज्ञा मिलते ही 15 दिन में 300 किमी का पदविहार कर बावनगजा से नेमावर पहुंचे मुनि प्रमाण सागर, पैरों में आ गए छाले फिर भी नहीं रुके कदम   
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
    ✍🏻 पुनीत जैन (पट्ठा) खातेगांव 
    रविवार को 15 साल 8 माह 23 दिन (5746 दिन) के लंबे इंतज़ार के बाद मुनिश्री प्रमाणसगारजी और 10 साल 8 माह 23 दिन (3920 दिन) बाद मुनिश्री विराटसागरजी ने सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर में अपने गुरु आचार्यश्री विद्यासागरजी के दर्शन कर चरण पखारे तो दोनों की आंखों से आंसू बह निकले। अश्रुधारा और जल से दोनों ने अपने गुरु के पादप्रक्षालन किए और गंधोदक को अपने सिरमाथे पर लगाया। 
    दोनों मुनि बावनगजा में चातुर्मासरत थे। गुरु से आज्ञा मिलते ही उनके दर्शन के लिए 15 नवंबर को वहां से लगभग 300 किमी का पदविहार करते हुए रविवार को नेमावर पहुंचे। मुनिश्री प्रमाणसागरजी ने इसके पूर्व 8 मार्च 2004 को रामटेक और मुनिश्री विराटसागरजी ने 8 मार्च 2009 को जबलपुर में गुरू के दर्शन कर उनकी आज्ञा और आशीर्वाद से विहार किया था।   
    गुरु-शिष्यों के महामिलन के इन भावुक क्षणों में मुनिश्री प्रमाण सागरजी ने कहा जन्म तो सब लेते हैं, पर जय किसी विरले की हो होती है और जय उसी की होती है जो स्वयं को जीत लेता है। मेरे गुरुवर ने स्वयं को जीता है, इसलिए उनकी पूरी दुनिया में जय हो रही है। उनकी शरण में आने वाले की स्वतः ही विजय हो जाती है। गुरुदेव ने जिस त्याग और तपस्या से जिन ऊंचाई को छुआ है वह जैन समाज का पर्याय बन गया है। जैन धर्म की पहचान आज मेरे गुरुदेव से है।यह युग गुरुवर का युग है। मेरे गुरुदेव तो साक्षात अरिहंत की प्रतिकृति हैं। सम्पूर्ण श्रमण संस्कृति और सम्पूर्ण मानव समाज पर गुरुदेव की कृपा है। धरती पर बहुत से आचार्य हुए जिन्होंने जिनशासन के लिए बहुत कुछ किया लेकिन मेरे गुरुवर आचार्य विद्यासागरजी अपनी त्याग तपस्या और साधना के साथ-साथ मानवता के उत्थान के लिए, राष्ट्र के निर्माण के लिए, संस्कृति की रक्षा के लिए हर समय चिंतनमय रहते हैं। जिनके हर सांस में मानवता का हित दिखता हो। पंचम काल में मोक्ष की व्यवस्था तो नहीं पर जो सच्चे मन से इनकी शरण में आ जाता है उसका बेड़ा पार हो जाता है। गुरुदेव कहते हैं धन पाना, धन कमाना कोई बड़ी बात नही धन का सही नियोजन करके जीवन को धन्य बनाना सबसे बड़ी बात है। और आज पूरी दुनिया उनकी शरण में आकर जीवन को धन्य बना रही है। भक्तों के लिए तो गुरुकृपा और गुरुशरण ही सबसे बड़ा धन है।  सबको जो मिला वो मुकद्दर से मिला, मुझे तो मेरा मुक़द्दर ही गुरुवर के दर पर मिला।     
    इसी क्रम में मुनिश्री विराटसागरजी ने भी भजन- गुरु की छाया में शरण जो पा गया उसके जीवन में सुमंगल आ गया के माध्यम से अपने भाव प्रकट किए। गुरु को ब्रम्हा विष्णु महेश के समान बताते हुए कहा कि मैं आज जो कुछ गुरुकृपा से हूँ। 
    इस अवसर पर आचार्यश्री विद्यासागजी महाराज ने कहा शिष्य अपने गुरु से दूर रहने पर शिकायत करते हैं, लेकिन इन शिकायतों में भी कुछ ना कुछ सीख होती है। हम अपना संदेश भेजने के लिए दूरभाष, कोरियर या पत्र का प्रयोग नहीं करते फिर भी हमारे संदेश शिष्यों तक पहुंच जाते हैं, जिसके बारे में या तो सिर्फ वो जानते है या सिर्फ हम। 
     
    इससे पूर्व ज्येष्ठ मुनि प्रमाणसागरजी और मुनिश्री विराटसागरजी की आगवानी के लिए आचार्यश्री के संघस्थ मुनि और अपार जनसमुदाय गुराड़िया फांटे पर पहुंचा। धर्मध्वजा और जयकारों के बीच मुनिगणों की आगवानी हुई। सभी मुनि महाराजों ने आचार्यश्री की परिक्रमा लगाई। यह दृश्य देखकर देश-विदेश के आए हजारों श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।



     
     
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