इन निकायों में अवान्तर भेद बतलाते हैं-
दशाष्टपञ्चद्वादशविकल्पाः कल्पोपपन्नपर्यन्ताः ॥३॥
अर्थ - भवनवासी देवों के दस भेद हैं, व्यन्तरों के आठ भेद हैं, ज्योतिषी देवों के पाँच भेद हैं और वैमानिक देवों में से जो कल्पोपन्न अर्थात् सोलह स्वर्गों के वासी देव हैं, उनके बारह भेद हैं।
English - The Residential, the Peripatetic, the Stellar and the Heavenly beings are of ten, eight, five and twelve classes respectively.