Jump to content
वतन की उड़ान: इतिहास से सीखेंगे, भविष्य संवारेंगे - ओपन बुक प्रतियोगिता ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

Vidyasagar.Guru

Administrators
  • Posts

    17,741
  • Joined

  • Last visited

  • Days Won

    592

 Content Type 

Forums

Gallery

Downloads

आलेख - Articles

आचार्य श्री विद्यासागर दिगंबर जैन पाठशाला

विचार सूत्र

प्रवचन -आचार्य विद्यासागर जी

भावांजलि - आचार्य विद्यासागर जी

गुरु प्रसंग

मूकमाटी -The Silent Earth

हिन्दी काव्य

आचार्यश्री विद्यासागर पत्राचार पाठ्यक्रम

विशेष पुस्तकें

संयम कीर्ति स्तम्भ

संयम स्वर्ण महोत्सव प्रतियोगिता

ग्रन्थ पद्यानुवाद

विद्या वाणी संकलन - आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के प्रवचन

आचार्य श्री जी की पसंदीदा पुस्तकें

Blogs

Events

Profiles

ऑडियो

Store

Videos Directory

Everything posted by Vidyasagar.Guru

  1. परम पूज्य मुनि श्री सुधासागर जी महाराज ससंघ सान्निध्य मे होने जा रहा श्री 1008 मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव दिनांक - 13 फरवरी से 18 फरवरी 2019 तक स्थान - सुदर्शनोदय तीर्थ क्षेत्र आवाँ
  2. मुद्रा का मूल्य विदेश में बढ़ रहा है और भारत में घट रहा है: आचार्यश्री आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ परिसर में आयोजित एक धर्म सभा में कहा कि आज आपको अर्थ आवश्यक है। मुद्रा का मूल्य विदेश में बढ़ रहा है और भारत में घट रहा है। यह क्यों हो रहा है इसे जानना होगा। उन्होंने कहा जल और मिट्टी पर सबका समान अधिकार है। आज जल नीचे क्यों जा रहा है। जहां दूध नहीं बिकता था। वहां आज पानी बिक रहा है। आज बोतल-बोतल पानी बिक रहा है।उन्होंने कहा जब हम छोटे थे तो चवन्नी मिलती थी। उस चवन्नी का क्या प्रभाव था। उस समय के लोग जानते हैं। भारत में उस मुद्रा से विकास हुआ है, लेकिन आज करोड़ों रुपए होने के बाद भी क्या दिखाई देता है। दूध और घी की नदी बहने वाले देश में आज ऑक्सीजन में नहीं मिल पा रही है। आचार्य श्री ने कहा कि हम अभिमान नहीं करेंगे। स्वाभिमान से जरूर रहेंगे। सहस्त्र कूट जिनालय में बुधवार को सुनीता जैन, दिनेश जैन, अरुणा जैन, पदम सिंघई, राजकुमार उषा जैन, निर्मला ज्ञानचंद जैन जितेंद्र जैन, विजय नायक, बृजेश नायक, डॉ आनंद सिंघई, क्रांति जैन, प्रदीप जैन, सपना जैन, सुधीर जैन ने एक-एक प्रतिमा के लिए 1.51 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। सहस्त्र कूट जिनालय के लिए अब तक लगभग 800 प्रतिमाएं विराजमान कराने के लिए लोगों ने अपनी स्वीकृति दी है। सहस्त्र कूट जिनालय नींव से शिखर तक का कार्य प्रेमचंद सौरभ जैन के परिवार ने अपनी ओर से करने घोषणा की है। इस जिनालय में 1008 प्रतिमाएं विराजित होगी। आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ परिसर में आयोजित एक धर्म सभा में कहा कि आज आपको अर्थ आवश्यक है। मुद्रा का मूल्य विदेश में बढ़ रहा है और भारत में घट रहा है। यह क्यों हो रहा है इसे जानना होगा। उन्होंने कहा जल और मिट्टी पर सबका समान अधिकार है। आज जल नीचे क्यों जा रहा है। जहां दूध नहीं बिकता था। वहां आज पानी बिक रहा है। आज बोतल-बोतल पानी बिक रहा है।उन्होंने कहा जब हम छोटे थे तो चवन्नी मिलती थी। उस चवन्नी का क्या प्रभाव था। उस समय के लोग जानते हैं। भारत में उस मुद्रा से विकास हुआ है, लेकिन आज करोड़ों रुपए होने के बाद भी क्या दिखाई देता है। दूध और घी की नदी बहने वाले देश में आज ऑक्सीजन में नहीं मिल पा रही है। आचार्य श्री ने कहा कि हम अभिमान नहीं करेंगे। स्वाभिमान से जरूर रहेंगे। सहस्त्र कूट जिनालय में बुधवार को सुनीता जैन, दिनेश जैन, अरुणा जैन, पदम सिंघई, राजकुमार उषा जैन, निर्मला ज्ञानचंद जैन जितेंद्र जैन, विजय नायक, बृजेश नायक, डॉ आनंद सिंघई, क्रांति जैन, प्रदीप जैन, सपना जैन, सुधीर जैन ने एक-एक प्रतिमा के लिए 1.51 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। सहस्त्र कूट जिनालय के लिए अब तक लगभग 800 प्रतिमाएं विराजमान कराने के लिए लोगों ने अपनी स्वीकृति दी है। सहस्त्र कूट जिनालय नींव से शिखर तक का कार्य प्रेमचंद सौरभ जैन के परिवार ने अपनी ओर से करने घोषणा की है। इस जिनालय में 1008 प्रतिमाएं विराजित होगी। केन्द्रीय जेल के हथकरघा यूनिट के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री को दिया आमंत्रण आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद से केन्द्रीय जेल सागर में कैदियों को हथकरघा के वस्त्र बनाने का प्रशिक्षण जनवरी 2018 से लगातार दिया जा रहा है। सक्रिय सम्यकदर्शन सहकार संघ के द्वारा पूर्व डीएसपी डॉ. रेखा जैन के निर्देशन में केन्द्रीय जेल सागर में एक करोड़ की लागत से दस हजार वर्ग फुट के शेड में हथकरघा की 54 यूनिट जैन समाज के सहयोग से चलाई जा रही हैं। प्रशिक्षण के साथ साथ कैदियों को इसका मेहनताना भी दिया जा रहा है। इसी योजना को आगे बढ़ाते हुए 16 फरवरी शनिवार को सागर में आचार्यश्री विद्यासागर के सानिध्य में हथकरघा के विशाल प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारंभ किया जा रहा है । कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के जेल महानिदेशक व वरिष्ठ जेल अधिकारी शामिल होने सागर आ रहे हैं। बुधवार को सागर जैन समाज के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री व गृहमंत्री से मुलाकात कर योजना की पूरी जानकारी दी एवं सागर आने का निमंत्रण दिया। प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रूप से डॉ. रेखा जैन, डॉ. नीलम जैन, सुरेन्द्र मालथौन, राकेश पिडरूआ, प्रियेश जैन आदि शामिल थे।
  3. 26 downloads

    आचार्य श्री १०८ विद्यासागर महाराज जी के प्रवचनो को मुनि श्री १०८ संधान सागर जी महाराज ने हस्त लिखत किया है | यहाँ पर उसका बारहवां भाव उपलब्ध है | बारहवें भाग में दिनांक 25.11.2018 से 3.03.2019 तक के प्रवचन है |
  4. 🌈मंगल विहार - आष्टा🌈 ३० जनवरी २०१९ - बुधवार परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य भगवन श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज के परम् शिष्य 🍂परम पूज्य जेष्ठ श्रेष्ठ मुनिश्री १०८ प्रशांत सागर जी महाराज 🍂परम पूज्य पाठशाला प्रणेता मुनिश्री १०८ निर्वेग सागर जी महाराज 🍂परम पूज्य गोशाला प्रणेता मुनिश्री १०८ विशद सागर जी महाराज 🙏🏻श्रद्धेय क्षुल्लक श्री १०५ देवानंद सागर जी महाराज ससंघ के मंगल विहार अभी अभी आष्टा से इंदौर के लिए हुआ |
  5. भारती विद्यापीठ (अभिमत विश्वविद्यालय), पुणे भारत द्वारा परम मनीषी, महाकवि, आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज को डॉक्टर ऑफ लेटर्स (डी लिट) की मानद उपाधि प्रदान की जानी है 🔅शनिवार 2 फरवरी 2019, समय 11:00🔅 अत्यंत गौरव एवं हर्ष का विषय है की शनिवार 2 फरवरी 2019 को भारती विद्यापीठ (अभिमत विश्वविद्यालय), पुणे का 20 वा पदवीप्रदान समारंभ आयोजित होने जा रहा है | इस आयोजन में संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज (जैनाचार्य, महान विद्वान) को डॉक्टर ऑफ लेटर्स (डी. लिट.) की मानद पदवी प्रदान की जाएगी | आचार्यश्री द्वारा रचित साहित्य https://vidyasagar.guru/articles.html/jeewan-parichay/acharya-shri-dvara-rachit-sahitya/ निमंत्रण पत्रिका संलग्न
  6. जब पैर में कांटा चुभता है तो वह अंदर की ओर चला जाता है और दर्द बढ़ता जाता है जब उसको निकालने का प्रयास करते हैं तो दर्द और बढ़ जाता है यह दर्द मन के कारण ज्यादा होता है क्योंकि मन हमारा उस कांटे की ओर ही लगा हुआ है यह बात आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ परिसर में धर्म सभा के दौरान कही। आचार्य श्री ने कहा दानदाताओं को बताना चाहिए मोह के कारण धन आपके यहां है थोड़ा सा निकाल दो और यह सोचकर यह मेरा नहीं है तो वह निकल आएगा मोक्ष जाने के लिए तन और धन कि नहीं बल्कि मन की आवश्यकता होती है यदि मन में स्थिरता आती है तो सारे काम बगैर दर्द के हो जाते हैं आचार्य श्री ने कहा मतवाले नहीं मन वाले बनो, मन को मना लोगे तो तुम मनमानी नहीं कर पाओगे। उन्होंने कहा दर्द का मूल कारण तनाव है और मन के कारण कभी कभी आंखों में आंसू आने लगते हैं। दर्द भूलने का प्रयास करोगे तो निश्चित रूप से आपका मन कभी नहीं भटकेगा। जिसको कांटा लगता है दर्द उसी को पता होता है दूसरे को नहीं, दूसरा तो सिर्फ महसूस करता है आचार्य श्री के पाद प्रक्षालन मुंबई निवासी सचिन जैन और महेंद्र जैन शनिचरी ने किया मिला। भाग्योदय में तीसरे दिन सोमवार को सहस्त्र कूट जिनालय के लिए 20 से अधिक श्रद्धालुओं ने अपने परिवार की ओर से 1.51 लाख की राशि देकर प्रतिमा विराजमान कराने की घोषणा की। उपकार परिवार पूरा सहस्त्रकूट जिनालय का निर्माण कराएगा आहारचर्या के बाद उपकार परिवार ने भाग्योदय परिसर में बनने जा रहे सर्वतोभद्र जिनालय के सामने बनने बाले सहस्त्रकूट जिनालय के निर्माण की घोषणा अपनी ओर से कराने की घोषणा की।
  7. दिन में खाना सबसे अच्छा होता है। डबल रोटी को रसायन द्वारा फुलाया जाता है, उसमें जो छोटे छिद्र होते हैं उसमें जहरीले छोटे कीटाणु रहते हैं वह नुकसानदेह हैं रात्रि 12 बजे के बाद जो भी खाना पीना करते हो वह विषाक्त बन जाता है यह बात आचार्य विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ परिसर में रविवारीय प्रवचन में कहीं । आचार्य श्री ने कहा शरीर की प्रकृति के अनुसार खाना चाहिए रात में सूर्य की ऊष्मा का अभाव होने पर छोटे-छोटे जीवों की उत्पत्ति शुरू हो जाती है अष्टमी और चतुर्दशी को उपवास रखने से शरीर को आराम मिलता है। उपवास की परंपरा भारत में है काया को शुद्ध रखने के लिए उपवास किया जाता है जैन परंपरा में इसे थोपा नहीं गया है। इसे हम कर्तव्य के रूप में करते हैं। आचार्य श्री ने कहा कि सूर्य के उदय के साथ ही कमल खिलता है और सूर्य अस्त होने पर कमल बंद हो जाता है कमल अकाल में कभी नहीं खिलता है कमल का नियम है जब तक सूर्य है तब तक ही खाऊंगा पी लूंगा बाद में निशाचर नहीं बनूंगा। आचार्य श्री के प्रवचन के पूर्व मुनि सौम्य सागर महाराज ने कहा कि भावों की यात्रा का माध्यम भाषा है उन्होंने कहा आचार्य श्री के आशीर्वाद से 5 प्रतिभास्थली स्कूल देश में चल रहे है पहले वहां अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होती थी लेकिन अब हिंदी माध्यम से पढ़ाई हो रही है वहां पर पहले लोगों को लगा कि हिंदी में पढ़ाने से कुछ नुकसान होगा लेकिन आज स्थिति यह है स्कूलों में छात्राओं को एडमिशन नहीं मिल पा रहे हैं क्योंकि आजकल लोग संस्कारित शिक्षा बच्चियों को मिले इसके लिए प्रतिभास्थली जैसे स्कूलों का चयन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां हम सब लोगों का चिंतन खत्म होता है उससे कई गुना बाद आचार्य श्री का चिंतन शुरू होता है। राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत ने भाग्योदय तीर्थ पहुंचकर आचार्य श्री को श्रीफल समर्पित कर दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर आचार्य श्री ने कहा कि मौका मिला है तो अच्छे काम करना राजपूत ने कहा कि गुरुदेव अच्छे काम ही करने का मन है। इस अवसर पर पूर्व विधायक सुनील जैन, सुधा जैन ,न्यायाधीश एमके जैन, प्रेरणा जैन , अक्षय जैन और ऋचा जैन, नीरज जैन, प्रीति जैन, महेश बिलहरा,मुकेश जैन ढाना,सुरेंद्र जैन , राकेश जैन ,आनंद जैन , देवेंद्र जैन , ऋतुराज जैन, राजेश जैन , सौरभ जैन, सट्टू जैन, प्रेमचंद जैनर,अनिल जैन आदि उपस्थित थे। सहस्त्रकूट जिनालय में मूर्ति विराजमान करने की स्वीकृति : छोटेलाल जैन सलैया,अशोक कोठारी, डॉ श्वेता जैन विमल जैन सिहोरा, गुड्डू जैन, जिनेंद्र जैन, सपना जैन, अभिषेक प्रतिभा जैन, प्रकाश जैन सानोधा, कमल जैन निलेश कुमार बंडा, अनमोल जैन बड़ोदा, सुरभि जैन, कैलाश सिंघई, बबिता जैन पटिया,झुन्नी लाल जैन, अनुभा जैन सिहोरा ने दी।
  8. पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणव मुखर्जी, पांडिचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदी, मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित तीन राज्यों के जेल मंत्री और 10 डीजीपी भी आने की संभावनाएं आचार्यश्री विद्यासागर महाराज का विहार इस समय सागर की ओर चल रहा है। आचार्य संघ नरयावली तक आ गया है। गुरुवार को सुबह 8 बजे सकल दिगंबर जैन समाज सागर के लोग नरयावली पहुंचकर आचार्य संघ काे श्रीफल अर्पित करेंगे। 25 जनवरी शुक्रवार को आचार्यश्री की भाग्योदय तीर्थ पहुंचने की उम्मीद है। इसकी तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। आचार्यश्री का सागर में एक पखवाड़े से अधिक समय तक रुकना भी लगभग तय माना जा रहा है। इसकी वजह है 16 और 17 फरवरी को केंद्रीय जेल सागर में होने वाले हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन कार्यक्रम। यह आयोजन आचार्यश्री के सानिध्य में होगा। आचार्यश्री ने ही 16 फरवरी की तारीख तय कर दी है। कार्यक्रम दो दिनों तक चलेगा। बताया गया है कि इस आयोजन में देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणव मुखर्जी, पांडिचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित मध्यप्रदेश और दो अन्य राज्यों के जेल मंत्री एवं करीब 10 डीजीपी भी शामिल हो सकते हैं। मुनिश्री सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि कैदियों को रोजगार से जोड़कर अपराध की दुनिया से समाज में पुनर्वास की भावना को लेकर आचार्यश्री की यह पहल है। इस तरह के केंद्र वे देश में कई जगह बनवाने के लिए प्रेरणा देने का काम कर रहे हैं। 10 हजार वर्गफीट में है केंद्र, बंदी साड़ी, कालीन और खादी के कपड़े बुनना सीखेंगे करीब 10 हजार वर्गफीट में फैले इस प्रशिक्षण केंद्र का नामकरण आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के नाम पर ही किया गया है। इसमें 108 हथकरघा लगाए जाना है। जिनमें से 54 लग चुके हैं। प्रत्येक हथकरघा में एक साथ 5 बंदी साड़ी, कालीन, खादी आदि के कपड़े बुनने का प्रशिक्षण ले सकेंगे। वर्तमान में यह रह रहे करीब 300 बंदी इसमें प्रशिक्षण ले सकेंगे। इन बंदियों काे प्रशिक्षण के लिए चिन्हित किया जाएगा। इतना ही नहीं सागर के अलावा अन्य जेल के बंदियों को भी प्रशिक्षण लेने के लिए यहां बुलाया जा सकेगा।
  9. आर्यिकाश्री गुरुमती माताजी ससंघ का मंगल विहार राजिम से रायपुर की ओर चल रहा है 25 जनवरी को रायपुर में भव्य अगवानी सम्भावित।
  10. आचार्य श्री 16 को करेंगे जेल में बने हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ केंद्रीय जेल सागर में जैन समाज के एक करोड़ रुपए की दान की राशि से हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र बनकर तैयार हो गया है। शुभारंभ 16 फरवरी को आचार्यश्री विद्यासागर महाराज करेंगे। इस गरिमामय कार्यक्रम में पांडिचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, तीन राज्यों के जेल मंत्री, 10 डीजीपी सहित देश के प्रखर विद्वान शामिल होंगे। सौ साल पुराने सागर जेल में बंदियों के उत्थान की एक और कड़ी 16 फरवरी को जुड़ जाएगी। प्रशिक्षण केंद्र जेल परिसर में 10 हजार 260 वर्ग फीट एरिया में बनाया गया है। हॉल में 108 हथकरघा लगाए जाना है 54 हथकरघा लग चुके हैं। प्रत्येक हथकरघा पर एक साथ चार से पांच बंदी साड़ी, कालीन, व खादी का कपड़ा बुनने का प्रशिक्षण ले सकेंगे। उद्घाटन होने से पहले आचार्य विद्यासागर महाराज एक बार प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण करेंगे। हॉल की मुख्य दीवार पर रायसेन के कलाकार ने आचार्य श्री की आदमकद छायाचित्र बनाया है। प्रशिक्षण केंद्र का नामकरण दिगंबराचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र रखा गया है। एक पारी में 250 से 300 बंदी प्रशिक्षण ले सकेंगे। ट्रस्ट करेगा केंद्र का संचालन जेल अधीक्षक राकेश बांगरे ने बताया कि आचार्य श्री ने उद्धाटन की तिथि तय कर दी है। 16 एवं 17 फरवरी को दो दिन कार्यक्रम चलेगा। उन्होंने बताया कार्यक्रम में पांडिचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदीं, म.प्र. के मुख्यमंत्री कमलनाथ, जेल एवं परिवहन मंत्री बाला बच्चन, दिल्ली के जेल मंत्री सतेंद्र जैन और छत्तीसगढ़ के जेल मंत्री की कार्यक्रम में आने की स्वीकृति मिल चुकी है। प्रशिक्षण केंद्र का संचालन सक्रिय सम्यक दर्शन सहकारी संघ ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा। संस्था की ओर से पूर्व डीएसपी डॉ. रेखा जैन, डॉ. नीलम जैन और डॉ. अमित जैन को संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खजुराहो में हुई थी पहल बंदियों के लिए हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र खोले जाने की पहल 6 माह पहले खजुराहो में की गई थी। वहां आचार्य श्री चातुर्मास के लिए संसघ विराजमान थे। उन्होंने जेल में रहने वाले बंदियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की पहल की थी। जेल अधीक्षक बागरे ने सागर जेल में हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने की जानकारी दी थी। आचार्य श्री ने यह काम वृहद रूप से करने की पहल की, लेकिन जेल अधीक्षक ने बजट की कमी का हवाला दिया और बताया शासन स्तर पर इनती राशि मिलना संभव नहीं है। खजुराहो में आचार्य श्री की प्ररेणा से देखते-देखते दान देने वालों में होड़ लग गई। प्रशिक्षण केंद्र तीन माह में बनकर चिन्हित बंदियों को प्रशिक्षण साड़ी, कालीन और खादी का कपड़ा बनाने का प्रशिक्षण देने बंदियों को चिन्हत किया जाएगा। ऐसे बंदी जो हत्या व गंभीर किस्म के अपराधों में सजा काट रहे है। उनकी सजा दो से तीन साल रह गई है। ऐसे बंदियों को चिनहित कर प्रशिक्षण दिया जाएगा। सागर संभाग के अलावा प्रदेश की अन्य जेलों से बंदियों को प्रशिक्षण लेने बुलाया जाएगा।
×
×
  • Create New...