मुद्रा का मूल्य विदेश में बढ़ रहा है और भारत में घट रहा है: आचार्यश्री
मुद्रा का मूल्य विदेश में बढ़ रहा है और भारत में घट रहा है: आचार्यश्री
आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ परिसर में आयोजित एक धर्म सभा में कहा कि आज आपको अर्थ आवश्यक है। मुद्रा का मूल्य विदेश में बढ़ रहा है और भारत में घट रहा है। यह क्यों हो रहा है इसे जानना होगा।
उन्होंने कहा जल और मिट्टी पर सबका समान अधिकार है। आज जल नीचे क्यों जा रहा है। जहां दूध नहीं बिकता था। वहां आज पानी बिक रहा है। आज बोतल-बोतल पानी बिक रहा है।उन्होंने कहा जब हम छोटे थे तो चवन्नी मिलती थी। उस चवन्नी का क्या प्रभाव था। उस समय के लोग जानते हैं। भारत में उस मुद्रा से विकास हुआ है, लेकिन आज करोड़ों रुपए होने के बाद भी क्या दिखाई देता है। दूध और घी की नदी बहने वाले देश में आज ऑक्सीजन में नहीं मिल पा रही है। आचार्य श्री ने कहा कि हम अभिमान नहीं करेंगे। स्वाभिमान से जरूर रहेंगे।
सहस्त्र कूट जिनालय में बुधवार को सुनीता जैन, दिनेश जैन, अरुणा जैन, पदम सिंघई, राजकुमार उषा जैन, निर्मला ज्ञानचंद जैन जितेंद्र जैन, विजय नायक, बृजेश नायक, डॉ आनंद सिंघई, क्रांति जैन, प्रदीप जैन, सपना जैन, सुधीर जैन ने एक-एक प्रतिमा के लिए 1.51 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। सहस्त्र कूट जिनालय के लिए अब तक लगभग 800 प्रतिमाएं विराजमान कराने के लिए लोगों ने अपनी स्वीकृति दी है। सहस्त्र कूट जिनालय नींव से शिखर तक का कार्य प्रेमचंद सौरभ जैन के परिवार ने अपनी ओर से करने घोषणा की है। इस जिनालय में 1008 प्रतिमाएं विराजित होगी।
आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ परिसर में आयोजित एक धर्म सभा में कहा कि आज आपको अर्थ आवश्यक है। मुद्रा का मूल्य विदेश में बढ़ रहा है और भारत में घट रहा है। यह क्यों हो रहा है इसे जानना होगा।
उन्होंने कहा जल और मिट्टी पर सबका समान अधिकार है। आज जल नीचे क्यों जा रहा है। जहां दूध नहीं बिकता था। वहां आज पानी बिक रहा है। आज बोतल-बोतल पानी बिक रहा है।उन्होंने कहा जब हम छोटे थे तो चवन्नी मिलती थी। उस चवन्नी का क्या प्रभाव था। उस समय के लोग जानते हैं। भारत में उस मुद्रा से विकास हुआ है, लेकिन आज करोड़ों रुपए होने के बाद भी क्या दिखाई देता है। दूध और घी की नदी बहने वाले देश में आज ऑक्सीजन में नहीं मिल पा रही है। आचार्य श्री ने कहा कि हम अभिमान नहीं करेंगे। स्वाभिमान से जरूर रहेंगे।
सहस्त्र कूट जिनालय में बुधवार को सुनीता जैन, दिनेश जैन, अरुणा जैन, पदम सिंघई, राजकुमार उषा जैन, निर्मला ज्ञानचंद जैन जितेंद्र जैन, विजय नायक, बृजेश नायक, डॉ आनंद सिंघई, क्रांति जैन, प्रदीप जैन, सपना जैन, सुधीर जैन ने एक-एक प्रतिमा के लिए 1.51 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। सहस्त्र कूट जिनालय के लिए अब तक लगभग 800 प्रतिमाएं विराजमान कराने के लिए लोगों ने अपनी स्वीकृति दी है। सहस्त्र कूट जिनालय नींव से शिखर तक का कार्य प्रेमचंद सौरभ जैन के परिवार ने अपनी ओर से करने घोषणा की है। इस जिनालय में 1008 प्रतिमाएं विराजित होगी।
केन्द्रीय जेल के हथकरघा यूनिट के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री को दिया आमंत्रण
आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद से केन्द्रीय जेल सागर में कैदियों को हथकरघा के वस्त्र बनाने का प्रशिक्षण जनवरी 2018 से लगातार दिया जा रहा है। सक्रिय सम्यकदर्शन सहकार संघ के द्वारा पूर्व डीएसपी डॉ. रेखा जैन के निर्देशन में केन्द्रीय जेल सागर में एक करोड़ की लागत से दस हजार वर्ग फुट के शेड में हथकरघा की 54 यूनिट जैन समाज के सहयोग से चलाई जा रही हैं। प्रशिक्षण के साथ साथ कैदियों को इसका मेहनताना भी दिया जा रहा है। इसी योजना को आगे बढ़ाते हुए 16 फरवरी शनिवार को सागर में आचार्यश्री विद्यासागर के सानिध्य में हथकरघा के विशाल प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारंभ किया जा रहा है । कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के जेल महानिदेशक व वरिष्ठ जेल अधिकारी शामिल होने सागर आ रहे हैं। बुधवार को सागर जैन समाज के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री व गृहमंत्री से मुलाकात कर योजना की पूरी जानकारी दी एवं सागर आने का निमंत्रण दिया। प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रूप से डॉ. रेखा जैन, डॉ. नीलम जैन, सुरेन्द्र मालथौन, राकेश पिडरूआ, प्रियेश जैन आदि शामिल थे।
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