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मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

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  1. केवल ज्यादा पैसों की बोली लगाने से कुछ नहीं होता, तनाव को कम करने के लिए दान देते हैं। जबकि तन को दूर करने के लिए दान दिया जाता है। यह उद्गार राष्ट्रीय जैन संत आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने देवरी के दिगंबर जैन मंदिर परिसर में व्यक्त किए। आचार्य श्री विद्यासागर महाराज सुबह गोपालपुरा से देवरी नगर पहुंचे जहां देवरी जैन समाज द्वारा धूमधाम से अगवानी की गई। इसके बाद आहार चर्या का सौभाग्य नन्हे भाई जैन परिवार को मिला। प्रवचन के दौरान आचार्यश्री ने कहा कि आप लोग केवल देहरी पर रह रहे हैं इसलिए भीतर की बात समझ में नहीं आती है, देहरी घर के बाहर रहती है। जैसे बीना जी अतिशय क्षेत्र की देहरी देवरी है और अभी में देहरी पर आया हूं। उन्होंने कहा जब भीतर पहुंचो तभी भगवान से परिचय होता है। देहरी के बिना मंदिर में प्रवेश नहीं होता। आप लोग शांतिनाथ भगवान की ओर जा रहे हैं, इसलिए देहरी के बिना नहीं पहुंचा जा सकता है। आप लोगों को अपना कल्याण करना है तो भीतर जाना होगा। केवल जाने के लिए ज्यादा पैसाें की बोली लगाने से कुछ नहीं होता है। तनाव को टेंशन को कम करने के लिए लोग दान देते हैं तन को दूर करने के लिए दान दिया जाता है। राष्ट्रीय जैन संत आचार्य श्री विद्यासागर महाराज देवरी नगर से दोपहर 3 बजे ससंघ बिहार करते हुए शाम करीब 5 बजे अतिशय क्षेत्र बीना बारह पहुंचे। जहां उन्होंने गजरथ स्थल का मुआयना किया एवं बीना बारह में चल रहे मंदिरों का निर्माण कार्य और प्रतिमाओं का अवलोकन किया। शोभायात्रा में अखिलेश जैन, तेजी राजपूत, मयंक चौरसिया नपाध्यक्ष, प्रमोद जैन, ऋषभ जैन, रजनीश जैन, गौरव पांडे, विनीत, अभय, विनोद, कमल, मुकेश जैन ढाना, आकाश, अप्पू चौधरी, नीरज जैन, कल्लू बड़कुल आदि शामिल रहे।
  2. केशलोंचअपडेट - श्री बीना बारह जी दिनाँक - 22 फरवरी 2019, शुक्रवार आज श्री अतिशय क्षेत्र बीना बारह जी में विश्व वंदनीय आचार्य भगवन श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज एवं मुनि श्री श्रमण सागर जी मुनि श्री निश्छल सागर जी मुनि श्री सन्धान सागर जी के केशलोंच हुए |
  3. राष्ट्रीय हथकरघा संगोष्ठी संपन्न हुई 16 17 फरवरी को सागर भाग्योदय तीर्थ परिसर में दिगंबराचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में दो दिवसीय राष्ट्रीय जेल हथकरघा संगोष्ठी संपन्न हुई करीब 20,000 की जनता द्वारा कार्यक्रम को सराहा गया 16 फरवरी की प्रातः मध्यप्रदेश शासन की लघु एवं कुटीर उद्योग मंत्री श्री हर्ष यादव द्वारा दीप प्रज्वलन की कार्रवाई संपन्न की दिल्ली तिहाड़ जेल से आए हुए डीआईजी श्री एसएस परिहार द्वारा जेल हथकरघा में बन रही साड़ियों की खूब सराहना की और तिहाड़ जेल में यथा शीघ्र प्रारंभ करने के लिए आचार्य श्री जी से निवेदन किया अनुबंध करने की तैयारी पूर्व में कर चुके है उत्तर प्रदेश के एआईजी जेल द्वारा भी आगरा जेल मिर्जापुर जेल और बनारस जेल में हथकरघा से साड़ियां बनवाने के लिए गुरु जी से निवेदन किया गया मुंबई से आए श्री प्रशांत टैक्सटाइल इंजीनियर जेल अधीक्षक द्वारा साड़ियों के नागपुर जेल में बनवाने के लिए गुरु जी से अनुरोध किया गया इसी प्रकार हरियाणा छत्तीसगढ़ और झारखंड से जेल अधिकारी आए हुए थे 17 फरवरी को पर्यटन मंत्री श्री सुरेंद्र सिंह बघेला द्वारा दीप प्रज्वलन की कार्रवाई की अपने गुरु जी को विश्वास दिलाया मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग की जहां जहां भी संपत्ति है वहां वहां हाथ करघा का वस्त्र विक्रय किया जाएगा आचार्य श्री की प्रेरणा से चल रहे हथकरघा सेंटर की ब्र. अनुराग भैया ब्र. रुबी दीदी प्रतिभा मंडल की ब्र. नीरज दीदी एवं श्री प्रदीप पड़ा द्वारा भी हथकरघा संबंधी वक्तव्य दिया गया इस कार्यक्रम से भारतवर्ष में जागृति आई और लोगों का रुझान हाथ करघा के लिए बढ़ा केंद्रीय जेल सागर के अधीक्षक श्री राकेश भांगरे द्वारा सागर जेल में संचालित हाथ करघा की जानकारी दी जेलर श्री मदन कमलेश डिप्टी जेलर श्री नागेंद्र चौधरी द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया कार्यक्रम का संचालन डॉ रेखा जैन डीएसपी द्वारा किया गया सम्मान की कार्रवाई डॉक्टर नीलम जी ब्रह्मचारी राजा भैया द्वारा की गई सक्रिय सम्यक दर्शन सहकार संघ संस्था की ओर से ब्रह्मचारी सुनील भैया ने विशेष धन्यवाद दिया दिल्ली से आए हुए श्री चमन लाल जी जैन श्री एस के जैन रिटायर्ड आईपीएस एवं श्री एनसी जैन मॉडल टाउन को क्योंकि आपके ही सद् प्रयासों तिहाड़ जेल के अधिकारी आए थे इसी प्रकार उत्तर प्रदेश जेल के अधिकारी श्री विनय कुमार जी जैन को विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया बारामती से आए श्री अतुल काका जी को एवं श्रीमती संगीता भाभी को मुंबई राज्य के अधिकारियों को जोड़ने में अहम भूमिका रही इसी प्रकार हरियाणा से आए हुए श्री अजय कुमार जैन एडवोकेट जनरल को हरियाणा जींद के अधिकारी श्री अनिल कुमार जी को लाने में सहयोग करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया श्री राजा भैया सूरत श्री प्रभात मुंबई विनोद बड़जात्या रायपुर श्री सुधीर जी छुई खदान इत्यादि अनेक गणमान्य नागरिक जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में तन मन धन से सहयोग किया था एवं भाग्योदय तीर्थ के ट्रस्टी गण और सकल दिगंबर जैन समाज को साधुवाद किया l डॉ रेखा जैन ने बताया कि पिछले वर्ष की तरह इस बार भी जेल के बंदियों द्वारा राखी और रुमाल रक्षाबंधन के लिए तैयार किए जाएंगे और पूरे भारतवर्ष में ही नहीं विदेशों में भी जेल के बंदियों की सद्भावना राखी और रूमाल एवं साड़ियां उपलब्ध रहेगी विक्रय हेतु और अति शीघ्र तिहाड़ जेल दिल्ली और उत्तर प्रदेश की जेलों में गुरुदेव की कृपा पहुंचेगी बंदी जन वहां भी काम करेंगे l
  4. आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने गौरझामर में एक धर्म सभा के दौरान कहा कि रंग देखकर भी रंग बदल जाता है। दान देने वालों को देख कर दान देने के भाव भी बन जाते हैं। छोटे-छोटे बच्चे जिन्हें हम चिल्लर पार्टी कहते हैं। उन्होंने भी हमारी अगवानी की है। खूब जयकारा लगाया है। बहुत पुण्यात्मा जीव होंगे। आचार्यश्री ने कहा छोटे-छोटे बच्चे सर्दी में भी सुबह से हमारा नाम लेकर जयकारा लगाते हैं। उन्होंने कहा कि मूक पशुओं की रक्षा के लिए आपके ग्राम में गौशाला बनकर तैयार हुई है। आप लोगों को अच्छे ढंग से उसकी देखभाल करना है। ऐसा मौका कम लोगों को मिलता है जो मूक पशुओं की सेवा करें। आचार्यश्री की अगवानी गौरझामर केसली सुरखी, रहली, चांदपुर, सागर, महाराजपुर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र सहित बीना बारह क्षेत्र कमेटी के पदाधिकारियों ने की। गौरझामर में विराजमान आर्यिका विज्ञानमति माताजी ने भी ससंघ आचार्य भगवन की अगवानी की और तीन परिक्रमा लगा कर आचार्य श्री को नमोस्तु किया और आशीर्वाद लिया। आर्यिका विज्ञानमति माताजी इन दिनों गौरझामर में विराजमान हैं। आचार्यश्री ससंघ पहुंचे गोपालपुरा, गुरूवार को देवरी में अगवानी गौरझामर में आचार्यश्री विद्यासागर महाराज की बुधवार की आहारचर्या के बाद आचार्य संघ का दोपहर 1.30 बजे बिहार देवरी की ओर हो गया। 8 किलोमीटर चलकर रात्रि विश्राम ग्राम गोपालपुरा में हुआ। गुरूवार सुबह 8.30 बजे देवरी में अगवानी होगी। आहारचर्या भी देवरी में ही होने की संभावना है। गौरझामर में आचार्यश्री की आहार चर्या का सौभाग्य ब्रह्मचारी मयूर भैया, अशोक बजाज, ब्रह्मचारी राहुल, भैया रविंद्र जैन को मिला। गौरझामर में आचार्य श्री के पाद प्रच्छालन करने का सौभाग्य जबलपुर निवासी कमला जैन, सविता जैन, प्रिंस गुलशन जैन, अखिलेश नवाब स्नेहा जैन, हर्ष केजल जैन को मिला। आचार्य श्री को शास्त्र भेंट जिनेंद्र जैन, नीलेश जैन ने किया। दान में प्राप्त राशि को दयोदय गौशाला गौरझामर में देने की घोषणा की गई गौशाला के अध्यक्ष कलू चौधरी ने बताया पूरी गौशाला तैयार हो गई है गौशाला की 5 एकड़ जमीन जिनेश जैन, दिलीप जैन, अमर जैन द्वारा दी गई है। कार्यक्रम का संचालन मुकेश जैन ढाना ने किया।
  5. सागर के सुरखी कस्बे में मंगलवार काे आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने धर्मसभा में कहा की यदि मन में छोड़ने के भाव हैं तो बिल्कुल भी विलंब नहीं करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र में आपके द्वारा छोड़ने के भाव जल्दी बन जाते हैं। शहरों में यह काम देर में होता है आचार्य श्री ने कहा दक्षिण में छोटे-छोटे बच्चों को झबला पहनाया जाता है। उसमें बटन नहीं होते, चैन नहीं होती, लेकिन एक धागा होता है। उस धागे को खींच दो और छोड़ दो तो वह टाइट हो जाता है या थोड़ा खुल जाता है। इससे बच्चों को दिक्कत नहीं होती है। यही हाल सुरखी में देख रहा हूं थोड़ा सा खींचा और दान देने के भाव आप लोगों के बढ़ गए। जब धार्मिक अनुष्ठान होता है तो निश्चित रूप से छोड़ने के भाव होते हैं ग्रामीण जन सीधे-साधे होते हैं। व्यापारी वस्तु तो देते हैं पर मुद्रा लेते हैं। संतोषी व्यक्ति आकुलता नहीं करता,जो आकुलता रखता है वह बिन मतलब के बंध का कारण बनता है। चितौरा से आचार्यश्री ससंघ पहंचे सुरखी चितौरा से आचार्य संघ का विहार मंगलवार काे सुबह 7 बजे हुआ। 12 किमी बिहार कर आचार्य संघ सुरखी पहुंचा। जहां आचार्य श्री का पूजन भक्ति भाव से हुअा। आचार्यश्री का प्रक्षालन सुरेंद्र,अरविंद,महेश,कमल पठा परिवार और सुरेंद्र जैन, संभव जैन चिताैरा परिवार ने किया। आचार्य श्री की आहार चर्या का सौभाग्य ब्रम्हचारी मयूर भैया, मुकेश बड़कुल, राकेश बड़कुल, मनोज जैन परिवार को प्राप्त हुआ। बड़कुल परिवार ने सर्वतोभद्र जिनालय भाग्योदय तीर्थ में एक बड़ी प्रतिमा विराजमान कराने की बात कही। अाचार्य श्री ने दोपहर बाद गौरझामर की ओर विहार किया। रात्रि विश्राम बरकोटी तिराहे पर हुआ। मंगलवार काे 9 मुनि महाराज और 58 आर्यिका माता जी की दीक्षा दिवस विभिन्न स्थानों पर मनाया गया। सुरखी में अरविंद बड़कुल की पुत्री रुपाली जैन ने आचार्यश्री के समक्ष आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत लिया। 20 फरवरी को आचार्य संघ की गौरझामर मैं अगवानी आर्यिका विज्ञानमति माता ससंघ करेंगी। गौरझामर में नई गौशाला का उद्घाटन आचार्य संघ के सानिध्य में हाेने की संभावना है।
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