हरियाली से विनयांजलि अभियान के अंतर्गत मंदारगिरी सिद्ध क्षेत्र (बिहार) में स्थानीय जैन कमेटी की ओर से किया गया वृक्षारोपण।
जैन संत परम पूज्य संतशिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के 52 वां जैनेश्वरी दीक्षा वर्ष के अंतर्गत सम्पूर्ण भारतवर्ष में सकल जैन समाज वृक्षारोपण महोत्सव का आयोजन कर रहा है।
इस कार्यक्रम के कड़ी में प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थली मंदारगिरी में स्थानीय जैन प्रबंधन समिति ने वृक्षारोपण करते हुए *" छाया हो रही कम तीर्थभूमि हो रही गर्म , तीर्थंकरों के वंशज आओ पेड़ लगाएं हम "* संकल्प के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
बौन्सी स्थित श्री दिगम्बर जैन कार्यालय मंदिर , बारामती मंदिर परिसर में मंदारगिरी दिगम्बर जैन कमिटी के सदस्यों ने 108 पौधारोपण किया ।
वृक्षारोपण के अवसर पर क्षेत्र प्रबंधक पवन कुमार जैन ने बताया कि जैन धर्म में तीर्थंकरों को तपस्या के क्रम में केवल ज्ञान की प्राप्ति वृक्ष की छाया में ही हुई थी।
पेड़ आत्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखते हैं , हमारी पौराणिक कहानियों और धार्मिक ग्रंथों में भी पेड़ों की महिमा के बारे में विस्तार से बताया गया है। हमारे यहां पेड़ों को देवतुल्य माना जाता है।
क्षेत्र प्रबंधक ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण व संवर्धन हम मनुष्यों की नैतिक जिम्मेदारी है , वर्तमान में बढ़ रहे प्रदुषण के रोकथाम के लिए पेड़-पौधे को संरक्षित रखने का जागरूकता अतिआवश्यक है।
पर्यावरण पर सिर्फ हम मनुष्यों का ही नही अपितु जीव जंतुओं का भी जीवन निर्भर है।
इस अवसर पर पवन कुमार जैन , राकेश जैन , उपेंद्र जैन , राहुल जैन, शंकर राय , महेंद्र राम आदि लोग उपस्थित थे।
✍ रिपोर्ट : प्रवीण जैन (पटना)