जब हम किसी बात की चिंता करते है तो वह हमारे स्वार्थ से जुड़ी होती है और उसकी सिद्धि केवल और केवल हमारे फायदे को प्रदर्शित करती है जबकि देश के प्रधान पद पर आसीन किसी नेता द्वारा चिंता करना देश हित की ओर इशारा करता है वही किसी संत के द्वारा चिंता की जाए तो वह सर्वव्यापी अथार्त जगत के फायदे के लिये होती है
उदाहरण के लिये हम अपने घरों में बृक्ष लगाते है तो उसका फायदा मात्र हमे होता है लेकिन सड़क किनारे दोनों ओर प्रधानमंत्री योजनाओं से लगाये जाने वाले बृक्षों से राहगीरों को फायदा होता है और अभी जब जन जन के सर्वमान्य संत आचार्य भगवान गुरु विद्यासागर जी महाराज ने बेहद चिंता करते हुए पिछले दिनों के प्रवचन में कहा है कि यदि हम बृक्ष लगाने में ऐसे ही लापरवाही करते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब हमें सांस लेना भी दूभर हो जाएगा इसलिये समय रहते चेत जाए और घर, जमीन, सड़कों के किनारे अथवा किसी भी ऐसे स्थान पर जहाँ बृक्ष लगाए जा सकते है तो अवश्य लगाने चाहिये
भूली ताहि विसार के आगे की सुध ले,,,,, यह पंक्तियां शायद इसीलिए लिखी गयी हो कि जब भी आपको याद आ जाये हम हमारे कार्यो और जिम्मेदारीयो के प्रति सजग हो जाये ,,,, तो मित्रों जब यतिवर ने कह ही दिया है तो हम उनके कहे अनुसार बृक्ष लगाना तुरंत ही प्रारम्भ कर दे,,,,, किसी भी कार्य को आरम्भ करने के लिये हम शुभ दिन की तलाश करते है तो संयोग से ऐसा ही एक शुभ दिन हमारे पास निकट है यानि 7 जुलाई आशाण शुक्ल पंचमी इसी शुभ दिवस आचार्य महाराज की दीक्षा को पूरे 51 वर्ष हो रहे है और 52वे वर्ष की शुरुआत हो रही है
तो आइए हम सभी मिलकर एक प्रतिज्ञा करे आने वाली 7 जुलाई को इस जमीन को बृक्षों से भर देंगे यानि जितनी भी खाली भूमि शेष है जहां जहां बृक्ष लगाए जा सकते है हम लगाएंगे और यही हमारी हमारे गुरु के प्रति सच्ची विनय होगी ,,,, तो हो जाइए तैयार आगामी 7 जुलाई को ब्रह्द स्तर पर पेड़ लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित और सरंक्षित करें
हमारा प्रयास सार्थक हो इस हेतु समाज के वरिष्ठ जन अपने अपने शहर में सामुहिक रूप से बृक्षारोपण अभियान भी चला सकते है और भामाशाहों को आमंत्रित कर उनके सहयोग से अनगिनती पेड़ लगा कर धरती को हरा भरा बनाते हुए भगवान रूपी संत को चिंता मुक्त कर सकते है
आचार्य भगवन की जगत में जय जयकार हो
श्रीश ललितपुर
🔔🚩 पुण्योदय विद्यासंघ🚩🔔
वृक्षारोपण संकल्प पत्र