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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
अंतरराष्ट्रीय मूकमाटी प्रश्न प्रतियोगिता 1 से 5 जून 2024 ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

Pushpajain Jain

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  1. जयजिनेंद्र भैय्याजी आप जोभी प्रतियोगिता निकालते हैं तेलंगाना के कम ही पार्टिसिपेट करते हैं और वो मेहनत भी करते हैं पर जितनी भी प्रतियोगिता हुई उसमें कभी भी तेलंगाना का एक भी नहीं रहता हमदुसरो को प्रतियोगिता भरने कहे तो वो कहते हैं अपलोगइतने साल से कर रहे आपके कभी नं नहीं आते ऐसा किसे भी इंटरेस्ट नहीं रहता आप स्टेट वाइज रिजल्ट निकाले तो सभी स्टेट को फायदा भी होगा और खुशी भी हमजबसे ये ग्रुप शुरू हुआ तबसे भाग ले रहे मेहनत पुरी करते हैं पर रिजल्ट देखकर निराश हो जाते हैं पर मन को समझा कर चलो इसी बहाने स्वाध्याय हो रहा नया सिखने मिल रहा सोचकर अपने आपसे ही समझौता करते हैं आपको शायद पढ़कर अच्छा नहीं लगेगा इसलिए उत्तमक्षमा चाहती हुं
  2. नमोस्तु भगवन जैसा आपने वालचंदजी को संबोधित किया वह पल हमारे जीवन में भी आये इसी भावना के शत् नमन
  3. नमोस्तु गुरु देव आचार्य श्री के दिक्षादिवस की सभी बधाई और शुभकामनाएं आचार्य श्री का स्वास्थ हमेशा अच्छा रहे, और हम सब पर उनकी छत्रछाया हमेशा बनी रहे यही मनोकामना है आचार्य श्री को मेरे परिवार की ओर से शत् शत् नमोस्तु
  4. नमोस्तु नमोस्तु गुरु देव आज का प्रवचन प्रकृति और स्वभाव के विषय में है , प्रकृति के अनुसार जिस द्र्व्य का जो स्वभाव है उसी के अनुसार परिणमन होता है यह विषय उन्होंने अग्नि और जल का उदाहरण देकर समझाया है कभी कभी कोई द्र्दय में विपरित परिणामों होता है नमोस्तु गुरु देव
  5. आचार्य श्री ने जिस बालक को श्रीफल चढ़ाने कहा उसके तो आज भाग्य ही खुल गये यह विडियो देखकर दिल दुम उठा नमोस्तु गुरु देव
  6. नमोस्तु गुरुदेव श्रुतपंचमी की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं, सभी के ज्ञान मेवृद्धी हो इसी भावना के साथ सभी को जयजिनेंद्र
  7. आज का दृष्य देखकर तिर्थंकर के समोवशरण का नजारा दिख रहा नमोस्तु गुरु देव
  8. नमोस्तु गुरु देव आपका विहार निरंतराय होती भगवान से प्रार्थना करते है
  9. नमोस्तु गुरु देव आपका नियंत्राण विहार हो रही भावना बातें है
  10. वन्दामि माताजी सभी को दिक्षा दिवस की शुभकामनाएं
  11. नमोस्तु महाराज जी दिक्षा दिवस की शुभकामनाएं
  12. आचार्य श्री का विहार आहार निर अंतराय हो रही मन से वचन से भावना है जो भी विहार में साथ में है उनकी बहुत अनुमोदना करते है
  13. नमोस्तु गुरु देव आचार्य श्री का चातुर्मास तेलंगाना आंध्र में हम तो चाहते हैं पर शायद वह इस जन्म मे संभव नहीं पर मैं चाहती हुं डोंगरगढ़ , जबलपुर के पास ही होना चाहिए ताकी हम उनके दर्शन का लाभ ले सकें
  14. नमोस्तु गुरु देव,आपका विहार निरअंतराय हो रही भावना भा रहे हैं ,मौसम आपके विहार के अनुकुल ही रहे यही वीरप्रभुसे प्रार्थना है
  15. आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के पावन चरणों में बारम्बार नमोस्तु भगवन नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु
  16. कुंडलपुर जाने की मेरी बहुत ही इच्छा थी,सबसे अच्छा यह रहा कीएकसाथ इतने साधु-संतों और आचार्य श्री, आर्यिका माताजी के दर्शन हुये, वहां की व्यवस्था इतने सुचारु रुप से थी कहीं गड़बड़ कुछ नहीं इतना शांत था से सब कार्यक्रम हो रहे थे रथ का कार्यक्रम इतना अच्छा था , आकाश में लहराती लंबीध्वजा आचार्य श्री के संदेश मानो जन-जन तक पहुचा रही है ,यह सब आचार्य श्री के विश्वास का फल है जो इतना सफलतापूर्वक सफल हुआ, आज संपुर्ण विश्व और जैन समाज को आचार्य श्री जैसे वर्तमान के वर्धमान पर गर्व है लिखना तो बहुत कुछ है बड़े बाबा की महिमा तो अपरंपार है पर छोटे बाबा की महिमा भी कोई कम नहीं है सभी को जयजिनेंद्र
  17. नमोस्तु कुंडलपुर के बड़े बाबा को छोटे बाबा को मेरा मेरी परिवार की ओर कोटिश नमोस्तु कुंडलपुर के पंचकल्याणक की घोषणा सुनकर बहुत बहुत खुशी हुई , जहां आचार्य श्री है वहां तो असंभव कुछ है ही नहीं , आचार्य श्री महिमा ही निराली है ऐसे गुरु का हमें सानिध्य मिल रहा हम बहुत सौभाग्य शाली है नमोस्तु गुरुवर
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