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मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

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  1. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 15 अप्रैल, 1980, मंगलवार, वैशाख कृष्ण अमावस्या वि० सं० २०३७, स्थान-मोराजी, सागर (म० प्र०) में २ मुनि दीक्षायें प्रदान की निर्यापक मुनिश्री योगसागर जी निर्यापक मुनिश्री नियमसागर जी इस वर्ष वैशाख कृष्ण अमावस्या की पावन तिथि दिनांक - 8 मई 2024 को हम सभी मुनिश्री के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 45 वें मुनि दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर मुनिश्री योगसागर जी एवं मुनिश्री नियमसागर जी के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन।
  2. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 13 फरवरी, 2006, सोमवार, माघ शुक्ल पूर्णिमा वि० सं० 2062, के पावन अवसर पर श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुर जी, जिला-दमोह (म० प्र०) में 58 आर्यिका दीक्षा प्रदान की गईं, जिनके नाम निम्न प्रकार है - आर्यिका स्वस्थमति जी आर्यिका तथ्यमति जी आर्यिका वात्सल्यमति जी आर्यिका पथ्यमति जी आर्यिका जाग्रतमति जी आर्यिका कर्तव्यमति जी आर्यिका गन्तव्यमति जी आर्यिका संस्कारमति जी आर्यिका निष्काममति जी आर्यिका विरतमति जी आर्यिका तथामति जी आर्यिका उदारमति जी आर्यिका विजितमति जी आर्यिका संतुष्टमति जी आर्यिका निकटमति जी आर्यिका संवरमति जी आर्यिका ध्येयमति जी आर्यिका आत्ममति जी आर्यिका चैत्यमति जी आर्यिका पृथ्वीयमति जी आर्यिका निर्मदमति जी आर्यिका पुनीतमति जी आर्यिका विनीतमति जी आर्यिका मेरुमति जी आर्यिका आप्तमति जी आर्यिका उपशममति जी आर्यिका ध्रुवमति जी आर्यिका असीममति जी आर्यिका गौतममति जी आर्यिका संयतमति जी आर्यिका अगाधमति जी आर्यिका निर्वाणमति जी आर्यिका मार्दवमति जी आर्यिका मंगलमति जी आर्यिका परमार्थमति जी आर्यिका ध्यानमति जी आर्यिका विदेहमति जी आर्यिका अवायमति जी आर्यिका पारमति जी आर्यिका आगतमति जी आर्यिका श्रुतमति जी आर्यिका अदूरमति जी आर्यिका स्वभावमति जी आर्यिका धवलमति जी आर्यिका विनयमति जी आर्यिका समितिमति जी आर्यिका अमितमति जी आर्यिका परममति जी आर्यिका चेतनमति जी आर्यिका निसर्गमति जी आर्यिका मननमति जी आर्यिका अविकारमति जी (समाधिस्थ) आर्यिका चारित्रमति जी आर्यिका श्रद्धामति जी आर्यिका उत्कर्षमति जी आर्यिका संगतमति जी आर्यिका लक्ष्यमति जी आर्यिका भक्तिमति जी इस वर्ष माघ शुक्ल पूर्णिमा की पावन तिथि दिनांक - 9 फरवरी 2020 को हम सभी उपरोक्त आर्यिकाओं के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 15 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर सभी (58) अर्यिकाओं के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  3. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 8 मार्च, 1980, शनिवार, चैत्र कृष्ण षष्ठी, वि० सं० 2036, सिद्धक्षेत्र द्रौणगिरि जी, छतरपुर (म० प्र०) में प्रथम बार मुनि दीक्षा प्रदान की गई - मुनिश्री समयसागर जी इस वर्ष चैत्र कृष्ण षष्ठी की पावन तिथि दिनांक - 31 मार्च 2024 को हम सभी मुनिश्री के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 45 वें मुनि दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर मुनिश्री समयसागर जी के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 नमोस्तु गुरुवर 🙏
  4. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 18 अगस्त, 1997, सोमवार, श्रावण शुक्ल पूर्णिमा (रक्षाबंधन) वि० सं० 2054, को रक्षाबंधन के पावन अवसर पर श्री दिगम्बर जैन सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर जी, जिला - देवास (म० प्र०) में 14 आर्यिका दीक्षा प्रदान की गईं, जिनके नाम निम्न प्रकार है - आर्यिका उपशांतमति जी आर्यिका अकंपमति जी आर्यिका अमूल्यमति जी आर्यिका आराध्यमति जी आर्यिका ओंकारमति जी आर्यिका उन्नतमति जी आर्यिका अचिन्त्यमति जी आर्यिका अलोल्यमति जी आर्यिका अनमोलमति जी आर्यिका उचितमति जी आर्यिका उद्योतमति जी आर्यिका आज्ञामति जी आर्यिका अचलमति जी आर्यिका अवगममति जी (समाधिस्थ) इस वर्ष श्रावण शुक्ल पूर्णिमा (रक्षाबंधन) की पावन तिथि दिनांक - 3 अगस्त 2020 को हम सभी उपरोक्त आर्यिकाओं के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 24 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर सभी (14) अर्यिकाओं के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  5. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 6 जून, 1997, शुक्रवार, ज्येष्ठ शुक्ल एकम/प्रतिपदा, वि० सं० 2054, के पावन अवसर पर श्री दिगम्बर जैन सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर जी, जिला - देवास (म० प्र०) में 29 आर्यिका दीक्षा प्रदान की गईं, जिनके नाम निम्न प्रकार है - आर्यिका सूत्रमति जी आर्यिका सुनयमति जी आर्यिका सकलमति जी आर्यिका सविनयमति जी आर्यिका सतर्कमति जी आर्यिका संयममति जी आर्यिका समयमति जी आर्यिका शोधमति जी आर्यिका शाश्वतमति जी आर्यिका सरलमति जी आर्यिका शीलमति जी आर्यिका सुशीलमति जी आर्यिका शैलमति जी आर्यिका शीतलमति जी आर्यिका श्वेतमति जी आर्यिका सारमति जी आर्यिका सत्यार्थमति जी आर्यिका सिद्धमति जी आर्यिका सुसिद्धमति जी आर्यिका विशुद्धमति जी आर्यिका साकारमति जी आर्यिका सौम्यमति जी आर्यिका सूक्ष्ममति जी आर्यिका सुशांतमति जी आर्यिका शांतमति जी आर्यिका सदयमति जी आर्यिका समुन्नतमति जी आर्यिका शास्त्रमति जी आर्यिका सुधारमति जी इस वर्ष ज्येष्ठ शुक्ल एकम की पावन तिथि दिनांक - 23 मई 2020 को हम सभी उपरोक्त आर्यिकाओं के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 24 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर सभी (29) अर्यिकाओं के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  6. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 28 अगस्त 1993, शनिवार, प्रथम भाद्रपद शुक्ल बारस, वि० सं० 2050, के पावन अवसर पर श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र रामटेक जी, जिला - नागपुर (महाराष्ट्र) में 1 आर्यिका दीक्षा प्रदान की गईं - आर्यिका शान्तिमति जी (समाधिस्थ) इस वर्ष भाद्रपद शुक्ल बारस की पावन तिथि दिनांक - 10 सितम्बर 2019 को हम आर्यिका माता जी के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 27 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर आर्यिका माता जी के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  7. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 19 अगस्त, 1993, गुरुवार, प्रथम भाद्रपद शुक्ल द्वितीया वि० सं० 2050, स्थान - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र रामटेकजी जिला-नागपुर (महाराष्ट्र) में १ आर्यिका दीक्षा प्रदान की - आर्यिका निर्वाणमति जी (समाधिस्थ) इस वर्ष भाद्रपद शुक्ल द्वितीया की पावन तिथि दिनांक - 20 अगस्त 2020 को हम आर्यिका माता जी के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 28 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर आर्यिका माता जी के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  8. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 7 जुलाई, 1992, शनिवार, आषाढ़ शुक्ल अष्टमी, वि० सं० 2049, के पावन अवसर पर श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुरजी, जिला दमोह (म० प्र०) में 2 आर्यिका दीक्षायें प्रदान की गईं, जिनके नाम निम्न प्रकार है - आर्यिका अनुभवमति जी आर्यिका आनंदमति जी इस वर्ष आषाढ़ शुक्ल अष्टमी की पावन तिथि दिनांक - 9 जुलाई 2019 को हम आर्यिकाद्वय के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 28 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर आर्यिकाद्वय के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  9. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 4 जुलाई, 1992, शनिवार, आषाढ़ शुक्ल पंचमी, वि० सं० 2049, के पावन अवसर पर श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुरजी, जिला दमोह (म० प्र०) में 15 आर्यिका दीक्षायें प्रदान की गईं, जिनके नाम निम्न प्रकार है - आर्यिका आदर्शमति जी आर्यिका दुर्लभमति जी आर्यिका अंतरमति जी आर्यिका अविचलमति जी आर्यिका अनुनयमति जी आर्यिका अनुग्रहमति जी आर्यिका अक्षयमति जी आर्यिका अमूर्तमति जी आर्यिका अखंडमति जी आर्यिका आलोकमति जी आर्यिका अनुपममति जी आर्यिका अपूर्वमति जी आर्यिका अनुत्तरमति जी आर्यिका अनर्घमति जी आर्यिका अतिशयमति जी इस वर्ष आषाढ़ शुक्ल पंचमी की पावन तिथि दिनांक - 7 जुलाई 2019 को हम सभी उपरोक्त आर्यिकाओं के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 28 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर सभी (15) अर्यिकाओं के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  10. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 23 फरवरी, 1990, शुक्रवार, फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी, वि० सं० 2046, के पावन अवसर पर नरसिंहपुर (म० प्र०) में २ आर्यिका दीक्षायें प्रदान की गईं, जिनके नाम निम्न प्रकार है - आर्यिका चिंतनमति जी आर्यिका वैराग्यमति जी इस वर्ष फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी की पावन तिथि दिनांक - 4 मार्च 2019 को हम सभी उपरोक्त आर्यिकाद्वय के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 30 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर आर्यिकाद्वय के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  11. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 10 फरवरी, 1990, मंगलवार, फाल्गुन कृष्ण दशमी, वि० सं० 2046 को पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के पावन अवसर पर नरसिंहपुर (म० प्र०) में 5 आर्यिका दीक्षायें प्रदान की गईं, जिनके नाम निम्न प्रकार है - आर्यिका साधनामति जी आर्यिका विलक्षणामति जी आर्यिका धारणामति जी आर्यिका प्रभावनामति जी (समाधिस्थ) आर्यिका भावनामति जी इस वर्ष फाल्गुन कृष्ण दशमी की पावन तिथि दिनांक - 28 फरवरी, 2019 को हम सभी उपरोक्त आर्यिकाओं के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 30 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर सभी (5) अर्यिकाओं के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  12. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 9 अगस्त, 1989, बुधवार, श्रावण शुक्ल अष्टमी, वि० सं० 2046, के पावन अवसर पर श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुर जी, जिला दमोह (म० प्र०) में 1 आर्यिका दीक्षा प्रदान की गई - आर्यिका शुक्लमति जी इस वर्ष श्रावण शुक्ल अष्टमी की पावन तिथि दिनांक - 5 अगस्त 2022 को हम सभी उपरोक्त आर्यिका माता जी के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 34 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर आर्यिका शुक्लमति जी के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  13. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 7 अगस्त, 1989, सोमवार, श्रावण शुक्ल षष्ठी, वि० सं० 2046, के पावन अवसर पर श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुरजी, जिला दमोह (म० प्र०) में 8 आर्यिका दीक्षायें प्रदान की गईं, जिनके नाम निम्न प्रकार है - आर्यिका प्रशांतमति जी आर्यिका पूर्णमति जी आर्यिका अनंतमति जी आर्यिका विमलमति जी आर्यिका शुभ्रमति जी आर्यिका कुशलमति जी आर्यिका निर्मलमति जी आर्यिका साधुमति जी इस वर्ष श्रावण शुक्ल षष्ठी की पावन तिथि दिनांक - 8 अगस्त 22 को हम सभी उपरोक्त आर्यिकाओं के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 34 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर सभी (8) अर्यिकाओं के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  14. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 25 जनवरी 1993, सोमवार, माघ शुक्ल तृतीया, वि० सं० 2049 को नंदीश्वरद्वीप पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के पावन अवसर पर अतिशय क्षेत्र पिसनहारी मढ़ियाजी, जबलपुर (म० प्र०) में 25 आर्यिका दीक्षायें प्रदान की गईं, जिनके नाम निम्न प्रकार है - आर्यिका सिद्धांतमति जी आर्यिका अकलंकमति जी आर्यिका निकलंकमति जी आर्यिका आगममति जी आर्यिका स्वाध्यायमति जी आर्यिका नम्रमति जी आर्यिका विनम्रमति जी आर्यिका अतुलमति जी आर्यिका विशदमति जी आर्यिका पुराणमति जी आर्यिका विनतमति जी आर्यिका विपुलमति जी आर्यिका मधुरमति जी आर्यिका प्रसन्नमति जी आर्यिका प्रशममति जी आर्यिका अधिगममति जी आर्यिका मुदितमति जी आर्यिका सहजमति जी आर्यिका अनुगममती जी आर्यिका अमंदमति जी आर्यिका अभेदमति जी आर्यिका एकत्वमति जी (समाधिस्थ) आर्यिका कैवल्यमति जी आर्यिका संवेगमति जी आर्यिका निर्वेगमति जी इस वर्ष माघ शुक्ल तृतीया की पावन तिथि दिनांक - 8 फरवरी, 2019 को हम सभी उपरोक्त आर्यिकाओं के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 27 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर सभी (25) अर्यिकाओं के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  15. आचार्य श्री ने कहा सरकारें आपकी होती हैं, हमारी तो भगवान के सिवाय कोई नहीं, वह कभी गलती भी नहीं करती भाग्योदय में शुक्रवार को भी 50 से ज्यादा मूर्तियां सहस्त्र कूट जिनालय में देने की घोषणा की गई भाग्योदय तीर्थ परिसर में शुक्रवार को आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने धर्मसभा में कहा की कन्याओं को ना सोर होती है और ना ही सूतक लगती है। आपने उसे पाला और पोसा है और फिर कन्यादान कर दिया, जो देने योग्य था वह दे दिया। आचार्य श्री ने बताया कि पिता कन्या के घर जाता है तो कुछ खाता पीता नहीं है बल्कि कन्या के घर जब वो आ जाएगा तो खाली हाथ नहीं बल्कि कुछ लेकर जाएगा और हमेशा उसकी समृद्धि के लिए भगवान से कामना करेगा। ससुर बनने के बाद कन्या दामाद की समृद्धि ससुर के लिए महत्वपूर्ण होती है क्योंकि कहने को होता है कि यह उस लड़की के पिता है या उस लड़के के ससुर हैं और उस हस्ताक्षर के माध्यम से ही पहचान बढ़ती रहती है। ससुर सिर्फ त्याग करता है और हमेशा देने का काम करता है। आचार्य श्री ने कहा हमारी सरकार तो भगवान है और कोई नहीं, आप लोगों की सरकारें होती हैं। हमारी सरकार कभी गलती नहीं करती।
  16. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज द्वारा दिनांक - 10 फरवरी, 1987, मंगलवार, माघ शुक्ल बारस वि० सं० 2043, के पावन दिवस पर श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र नैनागिरिजी जिला - छतरपुर (म० प्र०) में प्रथम बार 11 आर्यिका दीक्षा प्रदान की गई, जिनके नाम निम्न प्रकार है - आर्यिका गुरुमति जी आर्यिका दृढमति जी आर्यिका मृदुमति जी आर्यिका ऋजुमति जी आर्यिका तपोमति जी आर्यिका सत्यमति जी आर्यिका गुणमति जी आर्यिका जिनमति जी* (समाधिस्थ) आर्यिका निर्णयमति जी आर्यिका उज्ज्वलमति जी आर्यिका पावनमति जी इस वर्ष माघ शुक्ल बारस की पावन तिथि दिनांक - 2 फरवरी, 2023 को हम सभी उपरोक्त आर्यिकाओं के रत्नत्रय की अनुमोदना करते है | 37 वें आर्यिका दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर सभी (11) अर्यिकाओं के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन। 🙏 वन्दामि माताजी 🙏
  17. भावना पूरी हो चाहे नहीं पर इसे भाना श्रावक का काम है : विद्यासागरजी भाग्योदय तीर्थ में विराजमान संत आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भक्तों की भावना पूरी हो जाए जरूरी नहीं है लेकिन भावना भाना आपका कार्य है और आपकी भावना के लिए हमें लंबा प्रवास करना होगा। आचार्य श्री ने कहा कि रिद्धियों का उपयोग किया नहीं जाता है कुछ का होता भी है यह आगम के अनुकूल है रिद्धि का प्रयोग और भावना भाना अलग-अलग वस्तु होती है। यह प्रत्येक व्यक्ति के घर में आहार हो जाएं यह आप लोगों की भावना है कहीं अंतराय और तो कहीं निरंतराय आहार हो जाते हैं। आचार्य श्री जी ने कहा प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान को 6 माह तक आहार नहीं हुए थे उस समय उनके पिता राजा नाभि राय माता मरू देवी और ब्रह्मी सुंदरी आदि पड़गाहन में थे लेकिन राजा सोम को आहार देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। वह भी 6 माह बाद हम तो फिर भी बड़े दयालु हैं हम तो नीचे देख कर पढ़गाहन में चलते हैं कभी-कभी आवाज से पहचान लेते हैं उन्होंने कहा की भगवान के भरोसे रहो आप तो मेरा तेरा सारा यहीं छूट जाएगा। आचार्य श्री की पूजन करने का सौभाग्य श्रावक श्रेष्ठियों को मिला इस अवसर पर निर्मल कुमार चक्रेश, राजेश,आशीष पटना परिवार ने एक बड़ी मूर्ति विराजमान कराने की घोषणा की जबकि सचिन जैन ने भी एक मूर्ति विराजमान कराने की घोषणा की। इस अवसर पर सर्वतो भद्र जिनालय की प्रमुख दृष्टि सुरेंद्र जैन मालथौन, सुजय जैन ने आचार्य श्री पास बैठकर आशीर्वाद लिया। इसके अलावा 151000 की राशि देने की लगभग 15 श्रद्धालुओं द्वारा घोषणा की गई।
  18. श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं गजरथ महोत्सव दिनांक - 17 फरवरी से 23 फरवरी 2019 तक
  19. श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं गजरथ महोत्सव दिनांक - 17 फरवरी से 23 फरवरी 2019 तक स्थान - संस्कारधानी जबलपुर
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