”सत्य” ”अहिंसा” धर्म हमारा,
”नवकार” हमारी शान है,
”महावीर” जैसा नायक पाया….
”जैन हमारी पहचान है.”
महावीर भगवान के जन्म कल्याणक दिवस की शुभकामनाएँ एवं बधाई
समयसार का संपादन, स्वर्णाक्षरों में लेखन - आत्मा का सार जिसमें छुपा है ऐसे श्री समयसार ग्रंथराज का चांदी के पृष्ठों पर स्वर्णाक्षरों में लेखन का कार्य ब्र. भैया जी ने हज़ारों वर्षों के लिए जिनवाणी को सुरक्षित करने का पुण्य कार्य किया है।
प्रतिभास्थली जबलपुर - 9 अप्रेल 2019 को आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के मंच से 11 किलो वजन वाले इस महान ग्रंथ को 11 लाख 11 हज़ार 111रू. की बोली के साथ ज्ञानदान के रूप में ब्र. विजयलक्ष्मी दीदी जी (भूतपूर्व डिप्टीकलेक्टर) ने इस युग के श्रेष्ठतम आचार्य श्री के करकमलों में भेंट करने का सौभाग्य प्राप्त किया। स्वयं गुरुवर ने इस की आयु दसलाख वर्ष बताई है।