- Read more...
- 0 comments
- 1,058 views
Vidyasagar.Guru
-
Posts
17,719 -
Joined
-
Last visited
-
Days Won
590
Content Type
Forums
Gallery
Downloads
आलेख - Articles
आचार्य श्री विद्यासागर दिगंबर जैन पाठशाला
विचार सूत्र
प्रवचन -आचार्य विद्यासागर जी
भावांजलि - आचार्य विद्यासागर जी
गुरु प्रसंग
मूकमाटी -The Silent Earth
हिन्दी काव्य
आचार्यश्री विद्यासागर पत्राचार पाठ्यक्रम
विशेष पुस्तकें
संयम कीर्ति स्तम्भ
संयम स्वर्ण महोत्सव प्रतियोगिता
ग्रन्थ पद्यानुवाद
विद्या वाणी संकलन - आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के प्रवचन
आचार्य श्री जी की पसंदीदा पुस्तकें
Blogs
Events
Profiles
ऑडियो
Store
Videos Directory
Blog Entries posted by Vidyasagar.Guru
-
आज आचार्य श्री ने जीव दया के केंद्र महावीर नेत्र चिकित्सालय का अवलोकन किया
-
ललितपुर पात्र चयन
सौधर्म इंद्र- श्रेष्ठि श्री विनोद कामरा परिवार
कुवेर- श्रेष्ठि श्री ज्ञान चंद जी जैन इमलिया, अध्यक्ष गौशाला।
महायज्ञनायक - श्रेष्ठि शिखरचंद सराफ परिवार
राजा श्रेयांस का पात्र बनने का सौभाग्य श्री वीर चन्द्र जी सर्र्राफ जी के परिवार को प्राप्त हुआ
- Read more...
- 0 comments
- 1,204 views
-
धन्य हो गई आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ के आगमन से लालित्य नगरी आचार्यश्री के पदविहार में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, ऐतिहासिक रूप में हुआ नगर प्रवेश पगडण्डी कहाँ चली गयी जो पहले थी : आचार्य श्री विद्यासागर जी बुंदेलखंडी 'हओ' पर श्रद्धालुओं को खूब गुदगुदाया आचार्यश्री ने कई किलोमीटर की लंबाई थी अगुवानी के जनसैलाव की
ललितपुर। जिस घड़ी का इंतजार ललितपुर वासियों को तीन दशक से अधिक समय से था वह इंतजार 21 नवम्बर को पूरा हो गया जब साधना के सुमेरु भारतीय संस्कृति के संवाहक संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज अपने विशाल संघ के साथ ललितपुर नगर में प्रवेश किया।
आचार्यश्री का पदविहार वांसी से ललितपुर की ओर प्रातःकाल 6 बजे शुरू हुआ।जैसे ही लोंगो ने आचार्य श्रेष्ठ के नगर आगमन की सुनी तो खुशियों का ठिकाना नहीं रहा।कोई पैदल तो कोई गाडी से पदविहार में सम्मिलित होने के लिए पहुंचा। इतनी सुबह सुबह भारी जनसैलाव उमड़ा देख रास्ते में पड़ने वाले गांवों के लोग भी उमड़ पड़े और आचार्यश्री की एक झलक पाने को लालायित देखे गए। जन सैलाव इतना था कि पुलिस प्रशासन लोगों से दूर से ही दर्शन करने की अपील कर रहे थे। बांसी से (ललितपुर से दूरी 20 किलोमीटर) ही हजारों की संख्या में बिना जूते-चप्पल के श्रद्धालु चल रहे थे। जैसे-जैसे आचार्यश्री के पग आगे बढ़ रहे थे श्रद्धालुओं का जन सैलाव बढ़ता ही जा रहा था। हाइवे पर दूर-दूर तक अपार भीड़ ही भीड़ दिख रही थी। आलम यह था कि रोड की दूसरी ओर चलने वाले वाहनों को भी रुक-रुक चलना पड़ रहा था। इस दौरान आगे-पीछे और बीच में बड़ी संख्या में पुलिस प्रशासन व्यवस्था को सुचारू करने में लगे थे। आचार्यश्री के आगे आगे बैंड बाजे चल रहे थे इसके बाद पचरंगा झंडे लेकर कार्यकर्ता चल रहे थे इसके बाद पुलिस के पदाधिकारी चल रहे थे जो आचार्यश्री के दर्शन लोगों से दूर से करने की अपील कर रहे थे ताकि पद विहार में बाधा उत्पन्न न हो। इसके बाद आचार्यश्री संघ सहित चल रहे थे पश्चात उनसे कुछ दूरी पर जन सैलाब चल रहा था।
नगर में पूर्व से विराजमान मुनि श्री अविचल सागर जी ने नदनवारा पहुँचकर आचार्यश्री के चरणों में नमोस्तु पूर्वक नमन किया। रास्ते में रंग-बिरंगे गुब्बारे आकाश में छोड़े जा रहे थे। आचार्यश्री पदविहार करते हुए महर्रा ग्राम स्थित आदिनाथ कालेज प्रांगण में पहुंचे जहाँ पर मुख्य द्वार पर कालेज प्रबन्धन ने आचार्यश्री का वंदन किया। इसके पूर्व जैन पंचायत समिति और पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के पदाधिकारियों ने आचार्यश्री के चरणों में श्रीफ़ल समर्पित कर आरती की।
आदिनाथ कॉलेज में सबसे पहले आचार्यश्री की पूजन भक्ति भाव से की गई।
इस अवसर पर उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारी एक चीज गुम गयी है। मैं आ रहा था, आप लोग भी आ रहे थे। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या वह चीज आप लोगों को मिल गयी? इस पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने कहा 'हओ'। इस पर चुटकी लेते हुए आचार्यश्री ने कहा कि ललितपुर में भी 'हव' चलता कि नहीं। इस पर जन समुदाय ने कहा 'हओ'। उन्होंने कहा कि जो मतलब आप लोग समझ रहे हैं वह नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं सोच रहा था कि भूल गए हैं आप लोग। उन्होंने कहा कि अब पगडण्डी जीवित है कि नहीं। अब शायद पगडण्डी जीवित नहीं रह पाएगी क्योंकि पगडंडियों पर चलाना तो चाहते हैं लेकिन चलना नहीं चाहते। अंत में उन्होंने कहा कि वाहनों पर लिखा रहता है 'फिरमिलेंगे'। संचालन संघस्थ ब्र. सुनील भैया जी ने किया। एसडीएम सदर घनश्याम वर्मा ने महर्रा पहुँचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को समुचित दिशा निर्देश दिए।
आचार्यश्री की आहारचर्या महर्रा स्थित आदिनाथ कॉलेज परिसर में हुई। सामायिक के बाद महर्रा से ललितपुर नगर की ओर विहार हुआ जिसमें पूरा नगर उमड़ पड़ा। आज ललितपुर के इतिहास में एक नया इतिहास जुड़ गया। लोग कह रहे थे उन्होंने आज तक किसी संत के नगर आगमन पर इतना जनसैलाव उमड़ते नहीं देखा है। प्रवेश के दौरान पूरे रास्ते में पड़ने वाले व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मालिकों द्वारा अपने द्वार पर स्वयं सजावट और स्वागत की गई थी। आचार्यश्री के नगर में प्रवेश करते ही ऐसा लग रहा था जैसे पूरा शहर थम गया हो, एकमात्र आचार्यश्री के दर्शनों को लाखों आँखे निहार रही थी। सभी समुदाय के लोग आचार्यश्री को नमन कर रहे थे और स्वागत वंदन के लिए खड़े हुए थे। नगर प्रवेश का दृश्य अपने आप में देखने योग्य था।
पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह , अपर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में सुरक्षा व्यवस्था में लगे हुए पुलिस अधिकारी और सिपाही बड़े ही आनंद के साथ आचार्यश्री के आगे और पीछे दौड़ते भागते चल रहे थे। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के समुचित प्रबंध किए गए थे। पंचायत समिति ने नगर की सीमा चंदेरा पर भव्य अगुवानी की। इसके बाद विशाल जनसैलाब गल्लामंडी, इलाइट चौराहा, जेल चौराहा, तुवन चौराहा होते हुए विशाल शोभायात्रा स्टेशन रोड स्थित क्षेत्रपाल मंदिरजी पहुँची। रास्ते में लोगों ने श्रद्धालुओं को जल, मिठाई, फल देकर उनका खूब स्वागत किया। रास्ते में जहॉ नवयुवक करतब दिखाते हुए चल रहे थे वहीं अनेक बग्गियां, घोड़े पर ध्वज लेकर चल रहे थे। विभिन्न स्वयंसेवी संगठन अपनी सेवाएं दे रहे थे। जिसने भी आज का यह नजारा देखा कह उठा अद्भुत, अकल्पनीय, ऐतिहासिक, भूतो न भविष्यति। नगर में जब जुलूस चल रहा था तो जिसको जहॉ जगह मिली वहॉ से इन अमूल्य पलों को देखने को आतुर थे। ऐसी कोई छत नहीं थी जिस पर बड़ी संख्या में नगरवासी न हो। कई लोग जब जगह नहीं मिली तो अन्य साधनों पर चढ़कर देख रहे थे। अनेक लोग तो वृक्षों पर चढ़कर इन पलों के साक्षी बन रहे थे। सचमुच अद्भुत नजारा। शब्द ही नहीं है आज के इस भव्यता से पूर्ण मंगल प्रवेश के वर्णन के लिए।
क्षेत्रपाल मंदिर पहुँचने पर आचार्यश्री की भव्य अगुवानी की गई । इस दौरान तैयार विशेष मंच से जब आचार्यश्री संघ सहित चल रहे थे वह दृश्य अपने आपमें देखने योग्य, ऐतिहासिक और दर्शनीय था। चारों ओर से इस दौरान आवाज आचार्यश्री नमोस्तु की आवाज गुंजायमान हो रही थी। यह पल सभी अपने मोबाइल में भी कैद कर रहे थे। बैरिकेट लगे होने के बाद भी उसके अंदर पुलिस प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ताओं को हाथ से हाथ पकड़कर सुरक्षा जंजीर बनानी पड़ी। मैं भी इस व्यवस्था में शामिल होकर इन अद्भुत नजरों को करीब से देखकर पुलकित हो रहा था। आज नगर वासियों की भक्ति देख सचमुच लग रहा था कि नगर में चलते-फिरते भगवान आये हैं। अनेक हमारे जैनेतर भाई कह भी रहे थे ये तो धरती के देवता हैं। इनका दर्शन आखिर कौन नहीं करना चाहेगा।
नगर में उत्सव जैसा माहौल था। पाठशाला के बच्चे आचार्यश्री के अभियान हथकरघा, इंडिया नहीं भारत बोलो आदि की तख्तियां लेकर चल रहे थे। कई किलो मीटर की लंबाई में अगुवानी जुलूस देखने योग्य था।
आचार्यश्री के नगर आगमन पर स्वागत के लिये पूरा शहर सजाया गया था। सड़क के ऊपर किनारों में झिलमिल चमकनी तो नीचे रंगोली बनाई गई थी। अनेक स्वागत द्वार बनाये गए थे। शहर के लोग धरती के देवता को अपने बीच पाकर धन्य हो रहे थे। जयकारों से आकाश गुंजायमान हो रहा था। विभिन्न परिधानों में महिलाएं स्वागत के लिए खड़ी थी।उल्लेखनीय है कि जहां बतौर राज्य अतिथि उनका प्रथम नगर बार नगर आगमन हो रहा था तो वहीं वह 31 वर्ष बाद नगर में आ रहे थे। उधर जैन शिक्षक सामाजिक समूह के सदस्यों ने आचार्यश्री के नगर आगमन की ख़ुशी में जिला अस्पताल में फल वितरण किया। नगर सजाने में वीर क्लब का योगदान रहा।
इस अवसर पर राज्यसभा सासंद चंद्रपाल यादव, विधायक रामरतन कुशवाहा, सपा जिलाध्यक्ष ज्योति कल्पनीत, नगर पालिका अध्यक्षा रजनी साहू आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। नगर पालिका के पार्षदगण उपस्थित रहे।
गोलाकोट, खनियाधाना से बड़ी संख्या में लोग बसों से आये हुए थे साथ ही में गुरुकुल के बच्चे गुरुवर गोलाकोट चलो की तख्तियां लेकर चल रहे थे।
इस दौरान ललितपुर के साथ ही बार, बांसी, कैलगुवा, गदयाना, महरौनी, मड़ावरा, पाली, तालबेहट, बबीना,जखौरा, बिरधा, टीकमगढ़, सागर, शिवपुरी, झाँसी, ग्वालियर,बीना, खिमलासा, दिल्ली, दमोह, ग्वालियर, छतरपुर, बरुआसागर आदि अनेक स्थानों के बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे। नगर के सभी पत्रकार बंधु भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
जैन पंचायत समिति , पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं गजरथ महोत्सव समिति, नगर की सभी स्वयंसेवी संस्थाओं, उप समितियों का योगदान उल्लेखनीय रहा।
आचार्यश्री के देश-विदेश में लाखों की संख्या में भक्तों को देखते हुए इस भव्य मंगल प्रवेश का जिनवाणी चैनल पर लाइव प्रसारण भी किया गया, जिसे देश -विदेश में देखा देखा गया।
उल्लेखनीय है कि आचार्यश्री के सान्निध्य में मसौरा स्थित दयोदय गौशाला परिसर में श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं गजरथ महोत्सव 24 नवम्बर से 30 नवंबर तक बड़े ही उत्साह से होने जा रहा है।
अनियत विहारी का विहार :
आचार्य विद्यासागर जी महाराज कभी किसी को बता के विहार नहीं करते इसलिए उनके आगे अनियत विहारी संत लिखा जाता है। ललितपुर नगर प्रवेश को लेकर यह देखने भी मिला है। नगरवासी 22 नवम्बर को उनके नगर प्रवेश की पूर्ण संभावना मानकर चल रहे थे। 22 नवम्बर के हिसाब से ही लोग तैयारी में जुटे थे। बाहर से आने वाले इष्ट मित्र, रिश्तेदारों को भी यही सूचना दी गयी थी। लेकिन अचानक ही 21 तारीख को आचार्यश्री का मङ्गल पदार्पण नगर में हो गया। आज जब इतना जनसैलाव उमड़ पड़ा था यदि निर्धारित तिथि 22 नबम्बर को प्रवेश होता तो न जाने कितना जनसैलाव उमड़ता।
जिलाधिकारी, एसपी पहुँचे आशीर्वाद लेने :
शाम को क्षेत्रपाल मंदिर पहुंच कर जिलाधिकारी श्री मानवेन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री ओपी सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक श्री अवधेश विजेता ने आचार्य श्री विद्या सागर जी मुनिराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया और नगर आगमन पर उनको वंदन करते हुए नगरवासियों का सौभाग्य बताया।
-डॉ. सुनील जैन संचय,ललितपुर मीडिया प्रभारी
- Read more...
- 3 comments
- 2,152 views
-
21 को ललितपुर में होगा आचार्यश्री का मङ्गल प्रवेश! बार और बांसी में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ की अगुवानी के लिए उमड़ा श्रद्धा का जन सैलाव लड़वारी के ग्रामवासियों ने बनाई घर-घर रंगोली तीन दशक बाद नगर आ रहे हैं आचार्यश्री सजाया गया पूरा नगर, बनाई गईं आकर्षक रंगोली, बनाये गए तोरण द्वार ललितपुर। जिस घड़ी का इंतजार ललितपुर वासियों को तीन दशक से था वह इंतजार अब 21 नवम्बर को पूरा होने जा रहा है। अपराजेय साधक भारतीय संस्कृति के संवाहक आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज अपने विशाल संघ के साथ ललितपुर नगर में प्रवेश करने जा रहे हैं। प्रवेश के दौरान पूरे रास्ते में पड़ने वाले व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मालिकों द्वारा अपने द्वार पर स्वयं सजावट और स्वागत की तैयारी की जा रही है। आचार्यश्री के देश-विदेश में लाखों की संख्या में भक्तों को देखते हुए इस भव्य मंगल प्रवेश का जिनवाणी चैनल पर लाइव प्रसारण भी होगा, जिसे देश -विदेश में देखा जा सकेगा।
मंगलवार को प्रातः ग्राम रमपुरा से आचार्य श्री विद्यासागर जी मुनिराज ससंघ का कस्बा बार के लिए पद विहार हुआ। इस दौरान रास्ते में पड़ने वाले ग्राम लड़वारी में आचार्यश्री के स्वागत के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। ग्रामीणों ने अनाज, रंग आदि से अपने दरवाजों पर रंगोली बना रखी थी साथ ही तांबे के मंगल कलश भी रखे गए थे। दीवालों पर भी लिखावट की गई थी। चारों ओर महिलाएं भी खड़ी होकर आचार्य वंदना के मंगल गीत गा रही थी। सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने उनके आगमन पर नमन कर आशीर्वाद लिया।
जैसे ही आचार्यश्री कस्बा बार पहुंचे तो वहां उपस्थित लगभग तीन हजार की जनता सड़क के दोनों ओर खड़े हो कर अगुवानी करने लगे। सभी को आशीर्वाद देते हुए आचार्य संघ मन्दिर दर्शन के लिए पहुँचा। आचार्यश्री के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य पंडित दयाचंद्र शास्त्री बार भेलोनी सूबा वालों को प्राप्त हुआ। विहार के दौरान उमड़ा हजारों का जनसैलाव देखने योग्य था। बार में आहारचर्या सम्पन्न हुई । सामायिक के बाद ग्राम बांसी के लिए उनका पद विहार हुआ। रास्ते में पड़ने वाले पुलवारा, बस्तगुवा, गड़िया के सैकड़ों ग्रामीण सड़क किनारे खड़े होकर नमन कर रहे थे। जैसे ही आचार्य संघ और उनके साथ हजारों की संख्या में चल रहे श्रद्धालु शाम 4 .30 बजे बांसी पहुँचे यहां उनका पलक -पावड़े बिछाकर स्वागत किया। पूरे गांव को सजाया गया था। लोग अपने घर दुकान के बाहर पानी और फल श्रद्धालुओं के लिए प्रदान कर प्रसन्न हो रहे थे। जगह जगह रंगोली बनाई गई थी। आशीर्वाद ग्रहण करने अपार जनसैलाव उमड़ पड़ा। यहाँ पर स्वागत द्वार, रंगोली बनाकर अपने गुरुवर का श्रद्धा के साथ वंदन किया। बांसी वाले कह रहे थे अपने जीवन में इतना जनसैलाव किसी संत के आगमन पर पहली बार देख रहे हैं। रात्रि विश्राम आचार्यश्री का बांसी रहेगा। बुधवार को प्रातः यहाँ से विहार कर आदिनाथ कॉलेज महर्रा में आहार होंगे। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 21 नवम्बर 2018 की शाम ललितपुर नगर में प्रवेश होगा।
इस दौरान जैन पंचायत समिति, पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं गजरथ महोत्सव समिति ललितपुर तथा हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का भारी जनसैलाव उपस्थित रहा। सुरक्षा व्यवस्था में लगे हुए पुलिस अधिकारी और सिपाही बड़े ही आनंद के साथ आचार्यश्री के आगे और पीछे दौड़ते भागते चल रहे हैं। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के समुचित प्रबंध किए गए थे। उमड़े भारी जनसैलाब को व्यवस्थित तरीके से चालने में पुलिस प्रशासन जुटा रहा। श्री योगेंद्र बहादुर सिंह अपर जिलाधिकारी ने भी पहुँचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और आचार्यश्री से आशीर्वाद ग्रहण किया।
इस दौरान ललितपुर के साथ ही बार, बांसी, लड़वारी, कैलगुवा, गदयाना, महरौनी, मड़ावरा, पाली, तालबेहट, बबीना,जखौरा, बिरधा, टीकमगढ़ आदि समीपवर्ती स्थानों के बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे।
गल्ला मंडी से मसौरा तक बन रही है आकर्षक रंगोली :
आचार्यश्री के भव्य स्वागत के लिए गल्ला मंडी से लेकर पंचकल्याणक महोत्सव स्थल मसौरा तक भव्य, मनोरम रंगोली बनाई जा रही है। जो राहगीरों के लिए आकर्षण बन रही है।
सड़क के ऊपर किनारों में झिलमिल चमकनी तो नीचे बनी रंगोली को देखकर तो राहगीर भी आने वाले संत के दर्शनों को बेताब हो उठे हैं। गल्ला मंडी, इलाइट , राजघाट रोड, सदन शाह चौराहा, बस स्टेण्ड, घंटाघर, सावरकर चौक, तलाबपुरा, मवेशी बाजार, स्टेशन रोड, देवगढ़ रोड, नई बस्ती, गांधीनगर आदि नगर के सभी स्थानों की सजावट की गई है। साथ ही पचरंगा झंडे भी लगाए गए हैं। आयोजन स्थल गौशाला परिसर एवं बाहर हाइवे को भी दुल्हन की तरह सजाया गया है। नगर की सजावट की जिम्मेदारी वीर क्लब को सौंपी गई है।
क्षेत्रपाल जैन मंदिर की हुई मनोरम सजावट :
स्टेशन रोड स्थित क्षेत्रपाल जैन मन्दिर में आचार्यश्री के आने को लेकर तैयारियां बहुत ही जोरों पर चल रही हैं एक ओर मन्दिर जी की साफ सफाई तो दूसरी ओर धर्म शालाओं में रंग रोगन ,डोम पांडाल में जहाँ पत्थरों को तराशने का काम चल रहा था खाली करा कर उसमें एक सुंदर सी मंच बनाने का काम भी प्रारंभ हो चुका है जो अंतिम चरण में है। रात्रि में क्षेत्रपाल मंदिर की सजावट देखते ही बनती है। आचार्यश्री के क्षेत्रपाल में मङ्गल पदार्पण की संभावना को देखते हुए पूरे प्रांगण को भव्य रूप में सजाया गया है।
स्वागत के लिये लगे सैकड़ों होर्डिंग :
सारे शहर के गणमान्य नागरिकों के बैनर पोस्टर सड़क के दोनों ओर लगते ही जा रहे हैं जिसे भी जहां जगह मिलती है वह अपने बैनर को सुंदर से सुंदर बनवा कर लगाने का प्रयास करते ही जा रहे हैं, कहीं- कहीं तो देखने में ऐसा प्रतीत होता है कि बनाने वाले ने अपनी सारी भावनाओ को ही उसमें उड़ेल दिया है । लगाए गए होर्डिंग्स में आचार्यश्री के अनेक संदेशों को लिखा गया है, जो पठनीय और प्रेरित करने वाले हैं।
बने अनेक स्वागत द्वार : पूरे नगर में अनेक स्वागत द्वार बनाये गए हैं। अनेक श्रद्धालुओं ने भी अपने द्वार पर स्वागत के लिए द्वार बनाये हैं तथा घर के बाहर घर की महिलाएं रंगोली बनाने में जुटी हैं ।
-श्रीश सिंघई डॉ. सुनील संचय
ललितपुर
- Read more...
- 1 comment
- 1,327 views
-
ललितपुर। आगामी 24 नवम्बर से दयोदय गौशाला मसौरा ललितपुर परिसर में होने जा रहे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं गजरथ महोत्सव में साधना के सुमेरु भारतीय संस्कृति के संवाहक आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज संसघ के मङ्गल सान्निध्य की उम्मीदें बढ़ गयी हैं। ललितपुर की ओर आचार्यश्री के पग तेज गति से बढ़ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आचार्यश्री को राज्य अतिथि की घोषणा की थी। सोमवार को आचार्यश्री की आहारचर्या मोहनगढ़ में हुई। इसके बाद अपने विशाल संघ के साथ उत्तरप्रदेश की सीमा रमपुरा-कठवर में बतौर राज्य अतिथि के रूप में पहली बार उनका प्रवेश हुआ। इस अवसर पर दिगम्बर जैन पंचायत समिति व पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति ने उत्तर प्रदेश की सीमा पर पहुँचकर उनकी भव्य अगवानी की। इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने ललितपुर से भारी जनसैलाव उमड़ पड़ा। इस दौरान चारों ओर आचार्यश्री नमोस्तु और जयकारा गुंजायमान हो उठा। इस दौरान शासन-प्रशासन भी मौजूद रहा। पुलिस प्रशासन मुस्तेज रहा।
इस अवसर पर थाना प्रभारी हाकिम सिंह एसएचओ कृष्णपाल सिंह सरोज ने एकबालपुरा-रमपुरा (कठवर) पर शासन की ओर से अगुवानी की।
श्री योगेंद्र बहादुर सिंह अपर जिलाधिकारी ललितपुर ने रमपुरा पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और आचार्यश्री से आशीर्वाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर सपा जिलाध्यक्ष ज्योति कल्पनीत, नीलू तिवारी वरिष्ठ पत्रकार, श्यामबिहारी , पूर्व पार्षद वीरेश रजक, ग्राम प्रधान अच्छे लाल यादव, गजेंद्र सिंह हल्केराजा भेलोनी प्रधान, केहर सिंह रमपुरा प्रधान लखन सिंह, राजेन्द्र चोवे प्रधान रमपुरा
जैन पंचायत के अध्यक्ष अनिल अंचल, महामंत्री डॉ अक्षय टडैया, पंचकल्याणक महोत्सव समिति के अध्यक्ष ज्ञानचंद इमलिया, स्वागत अध्यक्ष नरेन्द्र कडंकी, संयोजक प्रदीप सतरवास, , सुरेश बढ़ेरा, मोदी पंकज जैन पार्षद, श्रीश सिंघई, डॉ सुनील संचय, संजय रसिया, शुभेन्दू मोदी, अभिषेक अनौरा, विपिन हिरावल, मंगू पहलवान, अन्नू भैया, अमित भैया, राजीव, कमलेश पहलवान, अक्षय अलया, शीलचंद अनौरा, सनत खजुरिया, अंतू जैन पत्रकार,विनोद कामरा, आनंद जैन बार, महेंद्र मयूर, अमित जैन,कैप्टन राजकुमार, नीलेश सिंघई, मुकेश सराफ, संदीप सराफ, जिनेन्द्र डिस्को, लकी जैन, डॉ संजीव कंडकी, मयंक जैन, गेंदालाल सतभैया, गौलू, गिरीश साहू, नीरज गुललन, प्रफुल्ल जैन, आशीष जैन, छोटे पहलवान, भगवानदास कैलगुवा, बैभव जैन,वीरेंद्र प्रेस, वीरेंद्र विद्रोही, महेंद्र चौधरी, जिनन्द रजपुरा, पंचम जैन, कमंडल सेवा मंडल, ललितपुर के सभी जैन मंदिरों के प्रबंधक आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। समीपवर्ती बार, बांसी, कैलगुवा, लड़वारी आदि की जैन समाज भी उपस्थित रही।
ग्राम के मोनियो ने भी अपनी भक्ति प्रदर्शित करते हुए पद विहार में अपने लोकनृत्य प्रस्तुत कर आचार्यश्री के प्रति श्रद्धा व्यक्त की। आसपास के सैकड़ों ग्रामीण भी उनके दर्शन को उमड़ पड़े।
नगर के होटल देगें किराए में रियायत :
उधर ललितपुर के होटल ऐसोसिएसन की एक बैठक ललित पैलेस में आयोजित हुई जिसमें पंच कल्याणमहोत्सव एवं आचार्यश्री के आगमन पर सभी ने अपने होटल के किराए में कटौती कर यात्रियों के लिए पूर्ण सहयोग का मन बनाया जिसमें सभी होटल्स के संचालक मौजूद रहे।
डॉ सुनील संचय ने बताया कि आज रात्रि विश्राम बार लड़वारी के पास रमपुरा ग्राम के स्कूल में हो रहा है तथा मंगलवार को यहॉ से बार की तरफ विहार होगा।
श्रीश सिंघई ने बताया कि ललितपुर प्रवेश के दौरान आचार्यश्री के देश-विदेश में लाखों की संख्या में भक्तों को देखते हुए इस भव्य मंगल प्रवेश का जिनवाणी चैनल पर लाइव प्रसारण भी होगा, जिसे देश -विदेश में देखा जा सकेगा।
प्रेषक डॉ सुनील संचय, मीडिया प्रभारी
- Read more...
- 4 comments
- 1,244 views
-
दयोदय गौशाला में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा और गजरथ महोत्सव के लिए युद्ध स्तर पर चल रही हैं तैयारियां, सजाया जा रहा है नगर - आगामी 24 नवम्बर से अपराजेय साधक संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य में दयोदय गौशाला परिसर मसौरा ललितपुर में होने जा रहे श्री 1008 मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं गजरथ महामहोत्सव तथा विश्वशांति महायज्ञ के लिए दयोदय गौशाला में युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं।
समारोह स्थल को जहां खूब सजाकर आकर्षक बनाया जाएगा वहीं भारी जनसैलाव उमड़ने की संभावना को देखते हुए तमाम व्यवस्थाओं को व्यवस्थित करने में कार्यकर्ता रात-दिन जुटे हुए हैं। मुख्य पंडाल में वेदिका का निर्माण द्रुत गति से चल रहा है। मुख्य पंडाल में हजारों लोगों के बैठने के हिसाब से भव्य पंडाल तैयार किया जा रहा है। पांडुक शिला का निर्माण भी चल रहा है। जन सुविधाओं के लिए जहां बड़ी संख्या में पक्के शौचालयों का निर्माण कार्य प्रगति पर है वहीं अस्थायी शौचालय भी पर्याप्त मात्रा में बनाये जा रहे हैं।
स्थायी और अस्थायी आवास निर्माण किये जा रहे हैं। संत आहारचर्या के लिए भी दो मंजिला निर्माण हो रहा है। 350x84 की जनरल भोजन शाला के लिए भी सुविधायुक्त पंडाल बनाया जा रहा है। इसके अलावा त्यागी-व्रतियों, पंचकल्याणक के पात्रों के लिए शुद्ध भोजन हेतु भोजनशाला का समुचित प्रबंध किया जा रहा है। आवास एवं चौका लगाने हेतु व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था हेतु भी कार्य चल रहा है।
वाहनों की पार्किंग के लिए एक पार्किंग स्थल बनाने का कार्य परिसर के बगल में चल रहा है। इसके अलावा अस्थायी बाजार के लिए कार्य किया जा रहा है। आयोजन स्थल पर लोगों की सुविधा के लिए अनेक कार्यालय भी स्थापित रहेंगे, जैसे पूछताछ कार्यालय, आवास, परिवहन, भोजन, अमानती सामान आदि।
आकर्षण का केन्द्र रहेगा सफेद संगमरमर से निर्मित मंदिर और स्तम्भ : समारोह स्थल पर आकर्षण का केंद्र यहाँ नव निर्मित मंदिर, मानस्तम्भ, आचार्य विद्यासागर कीर्ति स्तम्भ रहेंगे जो सभी को अपनी भव्य, मनोरम बनावट के कारण सभी को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। इनका निर्माण सफेद संगमरमर से बाहर से आये कुशल कारीगरों द्वारा किया गया है। उल्लेखनीय है कि यह भव्य मंदिर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य, तरूणाई के प्रखर वक्ता, मुनि प्रमाण सागर जी महाराज की प्रेरणा से अल्प समय में ही अथक श्रमपूर्वक बनवाया गया।
मंदिर प्रांगण में नव निर्मित भव्य कीर्ति स्तम्भ, मानस्तम्भ का शिलान्यास आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की परम शिष्या वंदनीय आर्यिका रत्न पूर्णमती माता जी संसघ के सान्निध्य में हुआ था। यह दोनों बनकर तैयार हो गये हैं। गौशाला में निर्मित इसी भव्य संगमरमरी जिनालय का पंचकल्याणक महोत्सव सम्पन्न होने जा रहा है |
सागर रोड के हाईवे से गुजरने वाले सभी लोगों को रोड से ही यह भव्य मंदिर दिखाई देगा। यहां से आने-जाने वाले सभी लोगों के लिए यह दर्शनीय होगा। मंदिर, स्तम्भ का निर्माण जिस कलाकारी के साथ किया गया उससे प्रत्येक व्यक्ति अपने आप खिचा चला आएगा। मंदिर के चारों ओर का प्राकृतिक मनमोहनीय वातावरण चुंबकीय आकर्षण पैदा करेगा। आने वाले समय में सफेद संगमरमर का यह मंदिर ललितपुर की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरा में नए आयाम स्थापित करेगा।
आयोजन की ऐतिहासिक सफलता के लिए दिगम्बर जैन पंचायत समिति, पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के साथ ही अनेक उप समितियों के कार्यकर्तागण अथक श्रम कर महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।
एसडीएम ने किया आयोजन स्थल का निरीक्षण : कैप्टन राजकुमार जैन ने बताया कि शनिवार को एसडीएम घनश्याम वर्मा ने गौशाला पहुँचकर समारोह स्थल का निरीक्षण किया और समिति के पदाधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक कर कार्यक्रम के संबंध में जानकारी भी ली।
ज्ञानचंद्र इमलिया अध्यक्ष पंचकल्याणक महोत्सव समिति, जैन पंचायत के अध्यक्ष इंजी. अनिल अंचल, महामंत्री डॉ. अक्षय टडैया, संयोजक प्रदीप सतरवांस, स्वागत अध्यक्ष नरेन्द्र कड्की, जनरल कैप्टन मेला कैप्टन राजकुमार जैन, संतोष इमलिया, अभिषेक मुच्छाल, पंकज मोदी पार्षद, डॉ. संजीव कडूंकी, डॉ. सुनील संचय, संजीव सीए, महेंद्र सिंघई, अनूप कैरू, नेमिचन्द्र चंद्रा,श्रीश जैन, सत्येन्द्र गदयाना, जितेंद्र राजू,धर्मेंद्र सिंघई, धन्यकुमार करमुहारा, विनोद कामरा, शैलेन्द्र जैन, मनोज बबीना, संजय जैन, मुकेश जैन, अनूप जैन आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
ललितपुर की ओर बढ़ रहे हैं आचार्यश्री के कदम : 17 नबम्बर की प्रातः आचार्य श्री विद्यासागर मुनिराज के आहार धमना -दिगौडा में हुए जहां उनके पाद प्रक्षालन का सौभाग्य पश्चिम बंगाल से पधारे एक ऐसे परिवार को प्राप्त हुआ जिसने आज पहली बार ही आचार्य विद्यासागर जी महाराज ससंघ के दर्शन किये थे। कल प्रातः 7:30 बजे लगभग मुनि संघ का मंगल प्रवेश बंधाजी क्षेत्र पर होगा। विहार में नगर के कमंडल सेवा मंडल के साथ ही अनेकों लोग साथ चल रहे हैं। जैसे-जैसे आचार्यश्री ससंघ के पग ललितपुर के निकट आ रहे हैं लोगों की खुशी और उत्साह बढ़ता जा रहा है |
- Read more...
- 2 comments
- 1,635 views
-
पंचकल्याणक महोत्सव
खुशखबरी एक ही भूमि पर एक ही आचार्य की सन्निधि में छठवीं बार पंचकल्याणक महोत्सव म.प्र. की धर्म नगरी सागर में पांच पंचकल्याणकों की गवाह और विश्व के सबसे बड़े प्रस्तावित जिनालय की पावन भूमि, मंगल स्थान “भाग्योदय तीर्थ परिसर” में पंचम युग के महावीर, संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से धर्म नगरी सागर के पांच जिनालयों के ऐतिहासिक पंचकल्याणक महोत्सव 08 से 14 दिसंबर 2018 तक होने जा रहे हैं जिसमे प्रतिष्ठित होंगे श्री दि. जैन मंदिर ग़ोपालगंज श्री दि. जैन मंदिर रामपुरा श्री दि. जैन मंदिर काकागंज श्री दि. जैन मंदिर दीनदयाल नगर श्री दि. जैन मंदिर गीतांजलि ग्रीनसिटी ये क्रम बढ़ भी सकता है आइये आप और हम सभी इस ऐतिहासिक महोत्सव में सक्रिय भागीदारी देकर गौरवपूर्ण आयोजन के साक्षी बनें और धर्म प्रभावना का अंग बनते हुए धर्मार्जन करें।..... जय जिनेन्द्र
विशेष- जानकारी लेने के लिए और भव्य आयोजन में सहयोग देने के लिए आप भाग्योदय तीर्थ उपासना केंद्र में शाम 7 से 9 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।
*ऐतिहासिक पंचकल्याणक महोत्सव 2018* भाग्योदय तीर्थ
सागर (मध्यप्रदेश) 8 से 14 दिसंबर 2018*
*आशीर्वाद*
*सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज*
*सानिध्य*
ज्येष्ठ
मुनि श्री योग सागर जी,
मुनि श्री पवित्र सागर जी,
मुनि श्री अभय सागर जी,
मुनि श्री प्रयोग सागर जी, मुनि श्री प्रभात सागर जी, मुनि श्री संभव सागर जी,
मुनि श्री पूज्य सागर जी,
मुनि श्री विमल सागर जी ,
मुनि श्री अनंत सागर जी, मुनि श्री धर्म सागर जी ,
मुनि श्री शैल सागर जी,
मुनि श्री अचल सागर जी ,
मुनि श्री अतुल सागर जी ,
मुनि श्री भाव सागर जी ,
मुनि श्री निरीह सागर जी, मुनि श्री निस्सीम सागर जी ,
मुनि श्री शाश्वत सागर जी एवं
आर्यिका श्री ऋजुमति माता जी (11माताजी)
आर्यिका श्री गुण मति माताजी (4माताजी)
आर्यिका श्री अनंत मति माताजी (22माताजी)
आर्यिका श्री उप शांत मति माताजी( 4माताजी)
आर्यिका श्री अकम्प मति माताजी (8माताजी)। कुल 17मुनिराज एवं 49 माताजी का सानिध्य प्राप्त होगा
- Read more...
- 0 comments
- 1,624 views
-
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने आचार्य श्री विद्यासागर महाराज को दिया राज्य अतिथि का दर्जा
आचार्य श्री की आगवानी मे भी उपस्थित रहने के दिये संकेत
पत्रकार सम्भव सिंघई
पंजाब केसरी
जैन आचार्य विद्यासागर जी महामुनिराज के 32वर्ष उपरांत उत्तर प्रदेश की धरा पर आगमन की सम्भवनाओं को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ जी ने आचार्य भगवन को दिया राज्य अतिथि का दर्जा दिया
सम्मिलित होने का पूर्ण आस्वासनआचार्य श्री के ललितपुर आगमन पर मुख्यमंत्री हो सकते हैं आगवानी में शामिल
ललितपुर गौरव संत संतोष दास"सतुआ जी महाराज,सदर विधायक रामरतन कुशवाहा जी व् पंचकल्याणक महोत्सव समिति ने मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कर पंचकल्याणक महोत्सव आगमन हेतु आमंत्रण किया भेंट।
------------
- Read more...
- 2 comments
- 1,925 views
-
19 दिसम्बर 2018
मुनि श्री योगसागर जी उपसंघ भाग्योदय तीर्थ सागर में विराजमान है |
19 नवम्बर 2018
मुनि श्री योग सागर महाराज की आगवानी दलपतपुर में हुई
कल की आहार चर्या दलपतपुर में होगी
विहार अपडेट
संतशिरामणी आचार्यश्री विद्यासागरजी महामुनिराज के परम शिष्य
पूज्य मुनि श्री 108 योगसागरजी महामुनिराज ससंघ
पूज्य मुनि श्री 108 संभवसागरजी मुनिराज
पूज्य मुनि श्री 108 शैलसागरजी मुनिराज
पूज्य मुनि श्री 108 निस्सीमसागरजी मुनिराज
पूज्य मुनि श्री 108 शाश्वतसागरजीमुनिराज
🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿
आज रात्री विश्राम *शाहगड
ग्राम में हो रहा है।
💐💐💐💐💐💐💐💐💐
कल की आहार चर्या शाहगड में होगी। हीरापुर से 11 km. दूर।
दिनांक - 14 नवम्बर 2018
परम् पूज्य मुनि श्री योग सागर जी महाराज का ससंघ द्रोणगिरि में आज दोपहर 3 बजे होगा भव्य मंगल प्रवेश
परम् पूज्य आचार्य श्री विधासागर जी महाराज के परम शिष्य मुनि श्री योग सागर जी एवं 6 मुनिराजों के संघ सहित दिनांक 14,11,2018 दोपहर 3 बजे द्रोणगिरि में भव्य प्रवेश होगा।
आप सभी द्रोणगिरि पहुंचकर भव्य अगवानी कर पुण्यार्जन करें।
दिनांक 15 नवम्बर को प्रातः 8 बजे द्रोणगिरि पर्वत पर त्रिकाल चौबीसी मन्दिर में अभिषेक एव मंगल प्रवचन का लाभ होगा । धर्मशाला परिषर में आहार चर्या का लाभ प्राप्त होगा आप सभी अवश्य पधारें।
विहार उपडेट - दिनांक 13/11/2018
पूज्य मुनि श्री 108 योगसागरजी महामुनिराज उपसंघ
पूज्य मुनि श्री 108 संभवसागरजी मुनिराज
पूज्य मुनि श्री 108 शैलसागरजी मुनिराज
पूज्य मुनि श्री 108 निरीहसागरजी मुनिराज
पूज्य मुनि श्री 108निस्सीमसागरजी मुनिराज
पूज्यमुनिश्री108शाश्वतसागरजीमुनिराज
आज रात्री विश्राम मुगवारी
ग्राम में हो रहा है। 13 km. दूर।
कल की आहार चर्या बडामलहार में होगी। मुगवारी से 13 km. दूर।
विहार उपडेट - दिनांक 12/11/2018
संत शिरोमणि 108 आचार्य विद्यासागर महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 योग सागर जी महामुनिराज ससंघ मंगल विहार चल रहा है।
दिनांक 12/11/2018 का रात्रि विश्राम चौका गांव हो रहा है।
दिनांक 13/11/ 2018 की आहारचर्या अंगौर ग्राम में संपन्न होने की संभावना है।
विहार की दिशा- सागर
- Read more...
- 2 comments
- 5,646 views
-
आज छतरपुर में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ सानिध्य में सहस्त्रकूट जिनालय का शिलान्यास होने जा रहा है आप सभी सपरिवार सादर आमंत्रित है |
- Read more...
- 2 comments
- 1,300 views
-
23 नवम्बर 2018
पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार आज दोपहर, श्री क्षेत्रपाल मन्दिर ललितपुर से, पंचकल्याणक स्थल, दयोदय गौशाला की ओर हुआ। (दूरी लगभग 10 किमी)
कल 24 नवम्बर को घटयात्रा एवम बिभिन्न कार्यक्रम के साथ, पंचकल्याणक महोत्सव आरम्भ होंगे।
21 नवंबर 2018
आचार्य श्री ससंघ का दि. जैन अतिशय क्षेत्र क्षेत्रपाल, ललितपुर, उ.प्र. में हुआ मंगल प्रवेश
कल २१ नवम्बर का संभावित विहार
कल प्रातः काल बाँसी से विहार होगा▪
▪कल की आहार चर्या - आदिनाथ डिग्री कॉलेज
▪बिगा महर्रा नेशनल हाईवे▪
कल शाम को जिला ललितपुर में होगी भव्य आगवानी
कल का रात्रि विश्राम - ललितपुर के श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र क्षेत्रपला जी मंदिर
20 नवंबर 2018
न्यूज़ अपडेट
कल शाम 21 नवंबर को आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का ललितपुर नगर में मंगल प्रवेश होगा।
20 नवम्बर 2018
आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज ससंघ
का बार से हुआ विहार
आज का रात्रि विश्राम - बाँसी (जिला - ललितपुर)
19 नवम्बर दोपहर
आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज ससंघ का हुआ विहार मोहनगढ़ से
आज का रात्रि विश्राम - (प्राथमिक विद्यालय रमपुरा)संभावित
19 नवम्बर सुबह
आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज ससंघ
का हुआ विहार बंधा जी से
आज की आहार चर्या - (मोहनगढ़)
17 नवम्बर
परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का हुआ मंगल विहार...!!
आज रात्रि विश्राम- बम्होरी।
कल की आहार चर्या- अतिशय क्षेत्र श्री बन्धा जी।
संभावित दिशा-
अतिशय क्षेत्र बंधा जी एवम ललितपुर
16 नवम्बर
परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का हुआ मंगल विहार, संभावित दिशा- अतिशय क्षेत्र बंधा जी एवम ललितपुर।
आज रात्रि विश्राम - झिलमिल गांव म.प्र.(मजना से ९ km)
कल शुक्रवार १७/११/१८ को आहार चर्या धामना गांव(झिलमिल से ८ km) (संभावित ) में होगी
----
आचार्य भगवन श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का हुआ सरकनपुर से विहार
आहारचर्या मजना गांव में होने की सम्भवना है
विहार दिशा- ललितपुर
15 नवम्बर
आचार्य श्री रात्रि विश्राम सरकनपुर
13 नवम्बर, अपरान्ह बेला-
पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ-
आज मंगल विहार हुआ, छिदारी ग्राम से-
◆ आज रात्रि विश्राम- खैरा ग्राम (11 किमी)
◆ कल की आहार चर्या- खरगापुर (खैराग्राम से 11 किमी)
÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷¡÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷
कल खरगापुर में, परम् पूज्य आचार्यश्री जी ससंघ के पावन सानिध्य में हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र का शुभारम्भ होगा।
12 नवम्बर 2018
◆ आज रात्रि विश्राम- पठादा ग्राम।
◆ कल की आहार चर्या- छितारी ग्राम संभावित (पठादा से 11 किमी)
◆ संभावित दिशा- खरगापुर 21 किमी (छितारी से)
11 नवम्बर 2018
■आ● भगवन श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का डेरा पहाड़ी से ससंघ विहार हो चूका है
◆ आज रात्रि विश्राम- डेरी ग्राम, स्कूल।
◆ कल की आहार चर्या- पहाड़ गाँव संभावित
◆ संभावित दिशा- खरगापुर, ललितपुर
मुनि श्री योगसागर जी उपसंघ अभी डेरा पहाड़ी छतरपुर में ही विराजमान हैं
छतरपुर में हुआ मुनि श्री योगसागर जी से आचार्य श्री का मिलन
---
कल सुबह होगा छतरपुर में मुनि श्री योगसागर जी उपसंघ (6 मुनिराज) का आचार्य श्री से मिलन
पूज्य गुरुदेव का हुआ मंगल विहार।
10 नवम्बर
परम पूज्य आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ-
● गंगाइच से हुआ मंगल विहार।
● आज रात्रि विश्राम- डेरा पहाड़ी क्षेत्र छतरपुर में मंगल प्रवेश आज लगभग 4:30 बजे होगा।
आचार्य श्री का खजुराहो से हुआ विहार - 6 मुनिराज उपसंघ का विहार सागर की और
दिनाँक :- 09 नवम्बर 2018 खजुराहो
विहार की जानकारी
सर्वश्रेष्ठ ब्रम्हचर्य के साधक मूकमाटी रचियता आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज का मंगल विहार 09 नवम्बर 2018 को प्रातः 06:30 बजे राजनगर की ओर हुआ_
संभावित विहार दिशा - ललितपुर
आहार चर्या - राजनगर संभावित
खजुराहो से राजनगर- लगभग 5 किमी
आज रात्रि विश्राम विक्रमपुर
ज्येष्ठ मुनिश्री योग सागर जी महाराज, मुनि श्री संभव सागर जी, मुनि श्री शैल सागर जी, मुनि श्री निरीह सागर जी, मुनि श्री निस्सीम सागर जी, मुनि श्री शाश्वत सागर जी सहित 6 मुनिराजों का मंगल विहार बमीठा की ओर
विहार दिशा - सागर
- Read more...
- 8 comments
- 9,902 views
-
*?खजुराहो, मध्यप्रदेश पिच्छी परिवर्तन UPDATE?*
*?४ नवम्बर २०१८, रविवार?*
*✨आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज की पिच्छी यानि संयम का उपकरण लेने का सौभाग्य*
????????
*⛳चौधरी श्री बाबूलाल जी जैन के सुपुत्र चौधरी श्री प्रदीप कुमार जी जैन, छतरपुर निवासी वालों जी को प्राप्त हुआ⛳*
- Read more...
- 5 comments
- 3,990 views
-
##भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह##
आचार्य भगवान श्री विद्यासागर जी महाराज ससंग का भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह आज दोपहर ३:००बजे से
- Read more...
- 1 comment
- 2,659 views
-
स्वर्नोदय तीर्थ क्षेत्र खजुराहो में 04 नवम्बर 2018 रविवार दोपहर 01:30 बजे आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में सहस्त्रकूट जिनालय का शिलान्यास होने जा रहा है आप सभी सपरिवार सादर आमंत्रित है |
- Read more...
- 0 comments
- 1,042 views
-
डॉ गंगवाल की खजुराहो में लगाई बहुभाषी प्रदर्शनी दे रही शाकाहार का संदेश, एक लाख को शाकाहारी बनाने पर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज आचार्यश्री ने मुक्तकंठ से सराहा
छतरपुर अतिशय क्षेत्र खजुराहो में आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज की प्रेरणा और आशीवार्द से डॉ कल्याण गंगवाल ने शाकाहार एवं अहिंसा पर केंद्रित एक बहुभाषी साहित्य एवं सामग्री की प्रेरक,ज्ञानवर्धक, धार्मिक ग्रंथों के संदर्भ सहित एक भव्य तथा आकर्षक प्रदर्शनी लगाई है। विगत दिनों इस प्रेरक प्रदर्शनी का अवलोकन पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज एवं संघस्थ साधुओं ने सूक्ष्मता से किया और प्रदर्शनी के उद्देश्य एवं प्रयासों की मुक्तकंठ से सराहना न केवल प्रदर्शनी स्थल पर की,वरन अपने विशेष प्रवचन के दौरान भी डॉ गंगवाल के इस शाकाहार मिशन को सराहते हुए उन्हें मंच से मंगल आशीर्वाद भी दिया। इस अवसर पर डॉ गंगवाल ने अपने उद्बोधन में शाकाहार अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि वे अपने चिकित्सकीय प्रोफेशन से अर्जित आय से इस कार्य को विगत पंद्रह वर्षों से करते आरहे हैं।सामाजिक कार्यों को करने हेतु उन्होंने 1987 में सर्वजीव सेवा प्रतिष्ठान की स्थापना की और उनके क्लिनिक में आने वाले तीस प्रतिशत गरीब मरीजों का वे निःशुल्क उपचार कर दवाएं देते हैं। शाकाहार, जीवदया, अहिंसा एवं व्यसनमुक्ति के मिशन के लिए समर्पित डॉ कल्याण गंगवाल अपनी इस प्रेरक,प्रभावी और वैज्ञानिक तथ्यों से परिपूर्ण प्रदर्शनी के जरिए अब तक कोई एक लाख से ज्यादा लोगों को शाकाहारी बना चुके हैं।
ये जानकारी देते हुए डॉ सुमति प्रकाश जैन ने बताया कि प्रदर्शनी में देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए हिंदी,इंग्लिश, फ़्रेंच, जर्मन, स्पैनिश,चायनीज,जापानी आदि ऐसी अनेक भाषाओं मे डॉ गंगवाल ने शाकाहार सम्बन्धी प्रचुर साहित्य तैयार कराया है जिसे वे देशी-विदेशी पर्यटकों को निःशुल्क भेंट कर शाकाहार और अहिंसा का शंखनाथ पूरे देश एवं दुनिया मे कर रहे हैं।अपनी शाकाहार पर केंद्रित पुस्तकों एवं अन्य साहित्य में डॉ गंगवाल ने जैन दर्शन के गूढ़ ग्रंथों मूलाचार,कार्तिकेयअनुपेक्ष, ज्ञानार्णव,तत्वार्थसूत्र,प्रवचनसार एवं समीक्षाशतक का अध्ययन कर इसमें वर्णित अहिंसा, जीवदया एवं शाकाहार संबंधी प्रसंगों का संदर्भ बखूबी दिया है,जिससे इनकी उपयोगिता तथा प्रमाणिकता और भी ज्यादा हो गई है।एक वरिष्ठ चिकित्सक होने के नाते डॉ गंगवाल ने अपने साहित्य में शाकाहार के वैज्ञानिक एवं मानवीय पक्ष को सुदृढ़ता के साथ प्रस्तुत करते हुए मनुष्यों के लिए शाकाहार को ही हर दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ आहार बताया है।
ज्ञातव्य है कि एमबीबीएस, एमडी मेडिसिन जैसी उच्चशिक्षा गोल्ड मैडल के साथ प्राप्त करने वाले डॉ गंगवाल पुणे के केईएम हॉस्पिटल में कंसल्टेंट एवं प्रोफेसर रहते हुए अपने अतिव्यस्त समय लेकिन व्यवस्थित दिनचर्या से इस शाकाहार अभियान के लिए समय औऱ धन का सदुपयोग करते रहते हैं। डॉक्टरों द्वारा किए जाने वाले अनएथिकल ट्रीटमेंट के विरोधी एवं नब्बे के दशक में देश मे पहला गुटखा विरोधी मूवमेंट शरू कर महाराष्ट्र में गुटखा बेन कराने वाले डॉ गंगवाल के इन भागीरथी और अथक प्रयासों का सार्थक नतीजा भी निकला। शिर्डी के समीप कोपरगाँव में गुरुपूर्णिमा के अवसर पर कोकमठाण स्थित जंगलीमहाराज आश्रम में आयोजित एक बड़े कार्यक्रम में डॉ गंगवाल की प्रेरणा और समझाइश से करीब एक लाख लोगों ने एक साथ मांसाहार एवं व्यसन त्याग कर शाकाहार अपनाने का सामूहिक संकल्प लिया था।हाल ही मैं डॉ गंगवाल की इस उपलब्धि पर मौके पर मौजूद चालीस सदस्यीय टीम ने उनका नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज करते हुए उन्हें सम्मान दिया गया है।
सोशल वर्क एवं मेडिकल प्रेक्टिस के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए 132 राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजे जा चुके 73 वर्षीय डॉ गंगवाल द्वारा अतिशय क्षेत्र खजुराहो के मंदिर परिसर में लगाई गई इस उपयोगी प्रदर्शनी को आचार्यश्री के दर्शन करने देश के कोने कोने से आने वाले श्रद्धालु एवं क्षेत्रीय जैनेतर समाज के लोग भी प्रतिदिन बड़े चाव से बड़ी संख्या में देख और सराह रहे हैं।
- Read more...
- 0 comments
- 988 views
-
30 अक्टूबर 2018 - आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य व निर्देशन में दस प्रतिमाधारी श्री अनिल भाई खंधार मुंबई निवासी की सल्लेखना सानंद सम्पन्न हुई |
गुरु चरणों में चल रही समता पूर्वक, प्रसन्नता पूर्वक सल्लेखना के अनमोल पल अत्यंत हर्ष का विषय है कि आदरणीय अनिल बाबा जी मुंबई जो १० प्रतिमा धारी है उनकी सल्लेखना गुरु चरणों में समता पूर्वक, प्रसन्नता पूर्वक चल रहीं है | जय हों जय हों जय हों
sallekhana.mp4
- Read more...
- 1 comment
- 2,527 views
-
आज
आचार्यश्री मुनिश्री योगसागर जी मुनिश्री निश्चलसागर जी मुनिश्री श्रमणसागर जी मुनिश्री संधानसागर जी के खजुराहो में हुए केश लोच |
- Read more...
- 2 comments
- 675 views
-
?? खजुराहो की खबर??
खजुराहो स्वर्णोदय तीर्थ क्षेत्र में विराजमान प.पु.आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के दर्शन करने फ्रांस के राजदूत अलेक्सअंद्रे ज़िएगलेर
ने आचार्य श्री के दर्शन कर कहा मेने god के बारे में सुना था आज तो साक्षात देख लिया में धन्य हु दिल्ली से सिर्फ आपके दर्शन करने आया हु
आचार्य श्री से शाकाहार का नियम भी लिया
राजदूत ने आचार्य भगवन से कहा हमारे फ्रांस में शाकाहार का प्रचलन बहुत बढ़ रहा है आपके दर्शन कर में भी शाकाहारी हो गया महीने में ओर सप्ताह में नियम रखूंगा
जाते जाते o माई god
धन्य है गुरुवर आपकी महिमा
- Read more...
- 2 comments
- 2,708 views
-
जय जिनेन्द्र,
प्रसन्नता की बात है कि पूज्य गुरुवर आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के मुखारविन्द से निकली वाणी का संकलन किया जा रहा है। सन 1968 से लेकर सन 2015 तक की पुरानी आडियो, वीडियो कैसेट अथवा सीडी आदि आपके पास सुरक्षित रखी हो तो हमारे पास प्रेषित करने की कृपा करें। उन्हें आधुनिक तरीको से सुरक्षित कर, आपको आपकी कैसेट/सीडी आदि वापस करने के लिये हम वचनबन्द है।
धन्यवाद
अधिक जानकारी एवं कैसेट/सीडी आदि प्रेषित करने हेतु संपर्क करे।
अशोक कुमार जैन 9923028808
वरुण जैन 9424451179
सौरभ ठोलिया 9694078989
ई-मेल- vidhyavanisanklan@gmail.com
पता-
वरुण जैन
C- 62, पदमनाभ नगर, प्रभात सर्कल के पास, भोपाल, म.प्र.-462023
- Read more...
- 1 comment
- 4,154 views
-
स्वराज सम्मान समारोह के तहत महान क्रांतिकारी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में जैन समाज के शीर्षस्थ संत आचार्य विद्यासागर के सानिध्य में “जरा याद करो कुर्बानी इस कार्यक्रम में देश के अमर शहीदों के वंशजों का श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र समिति खजुराह्य द्वारा सम्मान किया गया। इस अवसर पर सभी अमर शहीदों के साथ ब्रिटिश हुकूमत द्वारा की गई बर्बरता, उनकी फांसी आदि को लेकर डाक्यमेटी फिल्म भी दिखाई गई। जैसे ही डाक्यूमेंट्री फिल्म में अंग्रेजों की बर्बरता और देश के वीर सपूतों को फांसी देते दिखाया गया तो उनके वंशजों की आंखों से आंसू बहने लगे। कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गई। अंतिम बादशाह बहादुर शाह जफर के वंशज शाह मुहम्मद खान ने कहा कि बादशाह बहादुर शाह की अस्थियां रंगून में रखी हैं। मेरा आचार्य श्री से आग्रह है कि वह देश की सरकार से कहें कि अस्थियां वापस भारत लाई जाएं।
राष्ट्र हित चिंतक परम पूज्य 108 आचार्य गुरुवर विद्यासागर जी महामुनि राज के अवचेतन में चलने वाले विचार चक्र को पकड़ने का प्रयास हमने इससे पहले सर्वोदय सम्मान 2018 के माध्यम से किया था, जिसमें देश के अलग अलग हिस्सों में नेपथ्य में काम करने वाले नायकों का सम्मान किया गया था, उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए खजुराहो में स्वराज सम्मान वर्ष 2018 का आयोजन किया गया |
सम्मान का मुख्य उद्देश है कि देश की बाल युवा पीढ़ी अपने इतिहास से वाकिफ हो, उस बलिदान के इतिहास से जिसके कारण वे आज खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं, यह बाल युवा पीढ़ी आजादी के रणबांकुरों के बलिदान से प्रत्यक्ष अवगत हो और जाने की आजादी हमें बहुत आसानी से नहीं मिली थी इसके लिए लाखों जाने अनजाने लोगों ने अपने प्राणों की आहुति लगाई थी| याद करो बलिदान कार्यक्रम में 18 शहीद परिवारों को स्वराज सम्मान से सम्मानित किया गया है| इतिहास क्रम के माध्यम से चुने गए उदाहरण के तौर पर महाराणा प्रताप से लेकर श्रीकृष्ण सरल तक शहीदों में दक्षिण भारत की जैन रानी महादेवी अबबका चोटा भी शामिल है, जिन्होंने 6 बार पुर्तगालियों और अंग्रेजों को पराजित किया और मूड बद्री में अपनी रियासत को आजाद रखा तो दूसरी तरफ नेताजी सुभाष चंद्र बोस के निजी अंगरक्षक व ड्राइवर कर्नल निजामुद्दीन के सुपुत्र मोहम्मद अकरम को भी आमंत्रित और सम्मानित किया गया है| 21 अक्टूबर 1943 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सिंगापुर में आजाद हिंद सरकार का गठन किया गया ,उसके 75 वर्ष पूर्ण होने पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था जरा याद करो बलिदान कार्यक्रम की रूपरेखा उस समय बनी जब अपने एक उपदेश में उन्होंने कहा कि शरीर राष्ट्रीय संपदा है|
सम्मान समारोह मे क्रांतिकारी बलिदानियों के वंशजो को सम्मानित किया गया जिनके नाम निम्न प्रकार है -
इस स्वर्णिम अवसर पर आचार्य श्री के विशेष उद्बोधन सुनें -
- Read more...
- 0 comments
- 1,191 views
-
एक अपूर्व अवसर खजुराहो के इतिहास मे लगभग एक हजार वर्ष के बाद आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य मे समवसरण जिनालय का भव्य शिलान्यास दिनांक 24/10/2018 दोपहर 1:30 शरद पूर्णिमा पर्व पर होने जा रहा है जिसमे आपकी गरिमामय उपस्थिति से कमेटी गौरान्वित महसूस करेगी|
प्रात: स्मरणीय, विश्व वंदनीय, संत शिरोमणी 108 आचार्यश्रेष्ठ ममगुरू श्री विद्यासागरजी महामुनिराज के मंगल अवतरण दिवस, शरद पूर्णिमा, के शुभावसर पर प्रसिद्ध गायक अवशेष जैन एंड पार्टी, जबलपुर द्वारा "एक शाम गुरुवर के नाम" रंगारंग संगीतमय भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा है।
स्थान - अतिशय क्षेत्र खजुराहो
समय - शाम ७:३०
दिनांक - 24/10/2018
आयोजक :- स्वर्णोदय तीर्थ न्यास एवं प्रबंध समिति खजुराहो जिला छतरपुर म0प्र0
आप सभी इस संगीतमय भक्ति संध्या का आनंद लेने हेतू सपरिवार ईष्ट मित्रो सहित सादर आमंत्रित है।
- Read more...
- 3 comments
- 1,861 views
-
प्रतियोगिता अध्याय 3 क्रमांक 4 की विजेता - @Manjali Sanmati Raibagkar
प्रतियोगिता अध्याय 4 क्रमांक 5 की विजेता - @Dr Rashmi Jain
प्रतियोगिता अध्याय 5 क्रमांक 6 के विजेता - @मनीष
प्रतियोगिता अध्याय 6 क्रमांक 7 के विजेता - @Nisheeth Jain
प्रतियोगिता अध्याय 7 क्रमांक 8 के विजेता - @Pramod Jain
प्रतियोगिता अध्याय 8 क्रमांक 9 के विजेता - @S C jain Jain
प्रतियोगिता अध्याय 9 क्रमांक 10 की विजेता - @Sonali Khawade
प्रतियोगिता अध्याय 10 क्रमांक 11 की विजेता - @Poonam
आप सभी को बहुत बहुत बधाई
- Read more...
- 4 comments
- 1,117 views
-
खजुराहो, संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्या सागर जी महाराज के मंगल सानिध्य मे प्रथम हथकरघा सद्भावना सम्मेलन संपन्न ।प्रथम सत्र मे प्रातः कालीन पूजन सद्भावना परिवार द्वारा किया गया है। दूसरे सत्र मे आये हुए अतिथियों के उद्धबोधन हुए। साथ ही गुरुदेव के मंगल प्रवचन हुए ।
विवेक के स्तर से जब इंसान नीचे उतरता हें, तो वासना उसे शैतान वना देती हैं! आज विश्व के कई देश विष्फोटक सामग़ी के कारण एक दूसरे को डराने में लगे हैं! लेकिन भारत ही एक ऐसा देश हैं जो किसी से डरता नहीं उन्होंने कहा कि यंहा पर सिंह और गाय एक घाट पर पानी पीते हें विश्व के अनेक देश आश्चर्य करते हैं! उन्होंने कहा कि जंहा पर दया का वास होता है, वंहा पर सभी जीव अच्छा ही सोचते हैं! उन्होंने कहा कि कभी भी कोई जीव अपने आप प्रहार नहीं करता उन्होंने कहा कि जब तक मानव दिल और दिमाग का दुरुपयोग न करे तो यह विष्फोटक सामग़ी कोई कितनी भी वना ले उससे कोई भी नुकसान नहीं हो सकता! उसी प्रकार यदि कोई अपराधी है और यदि वह प्रायश्चित कर लेता हैं तो उसको न्यायाधीश भी उस क्रूर व्यक्ती को भी डंड देते समय क्रूरता का उपयोग न करे! उन्होंने कहा कि मनुष्य एक ऐसा प्राणी हैं कि वह सभी को अपने वश में करना चाहता हैं! उन्होंने हंसते हुये कहा वस मुझे छोड़कर आप लोगों ने सभी को वशीकरण किया हैं! उन्होंने कहा कि "आमदनी कम और खर्चा ज्यादा लक्षण है मिट जानेका, कूवत कम और गुस्सा ज्यादा लक्षण हैं पिट जाने का उन्होंने कहा कि जैलर स़ा. ने कहा कि कैदीयों के लिये हस्तकर्धा से श्री गणेश किया हैं उनकी जिंदगी को सुधारने का तो उसके जबाब में आचार्य श्री ने कहा कि आपने अपनी प्रतिभा का और वुद्दी का और शक्ती का सही सदुपयोग किया हैं। उन्होंने भारत के इतिहास की ओर ले जाते हुये कहा कि भारत के वस्त्रों में गुणवत्ता थी इंग्लैण्ड की महारानी विक्टोरिया के वस्त्राभूषण भारत से जाते थे। लेकिन सुनते हें कि भारत में ऐसे रईस थे कि वह अपने वस्त्र विदेश से वुलवाते थे । अंत मे आचार्य श्री ने कहा यह अभी एक क्रांति है। अब सब लोग प्रण लो आगे से सब हथकरघा के ही वस्त्र पेनहेंगे ।
राष्ट्रीय स्तरीय हथकरघा फेंसी ड्रेस प्रतियोगिता एवं केंद्रीय जैल सागर के कैदियों द्वारा भव्य नाटिका गुरु कृपा कछु दुर्लभ नाही का मंचन किया गया ।अंत मे प्रज्ञाचक्षु कलाकारों द्वारा भव्य भजन संध्या हुई ।
इस मंगल अवसर पर मुख्य अतिथि श्री के.सी जैन, मुम्बई, श्री विनय कुमार जैन लखनऊ(आई. जी, जेल),डॉ नीलेश दत्तात्रेय, महा निदेशक भारतीय कपड़ा सहायक एवं उपकरण , श्री यू. टी पवार, जेल अधीक्षक पुणे रहे। मंच संचालन डॉ रेखा जैन (पूर्व डी. एस. पी, सागर) ने किया ।यह कार्यक्रम सद्भावना परिवार, केंद्रीय जेल सागर एवं सक्रिय सम्यकदर्शन सहकार संघ के तत्वाधान मे हुआ ।
- Read more...
- 0 comments
- 582 views
-
पूज्य संत शिरोमणि जैनाआचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के संयम स्वर्ण महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित खजुराहो कला महोत्सव।
जैन धर्म, कला, इतिहास, संस्कृति और खजुराहो के प्राकृतिक सौंदर्य को चित्रकला के माध्यम से कैनवास पर उतार कर दुनिया से परिचित कराने के उद्देश्य से खजुराहो कला महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है ।
खजुराहो कला महोत्सव में भारत वर्ष के प्रसिद्ध चित्रकारों को विशेष रूप से इस कला महोत्सव के लिए आमंत्रित किया गया है। सभी कलाकार 4 दिन खजुराहो में रहकर परम पूज्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के जीवन एवं खजुराहो के जैन मंदिर और इतिहास पर आधारित फाइन आर्ट पेंटिंग्स बनाएंगे।
खजुराहो कला महोत्सव में आयोजित कार्यक्रम:
कला महोत्सव - आर्ट कैंप का आयोजन 21 से 24 अक्टूबर 2018 तक किया जाएगा।
प्रदर्शनी - 24 एवं 25 अक्टूबर को सभी पेंटिंग्स की प्रदर्शनी खजुराहो में लगाई जाएगी।
दिनांक : 21 से 24 अक्टूबर 2018
स्थान : श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, खजुराहो, मध्य प्रदेश।
अधिक जानकारी के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें: https://goo.gl/ow8a63
Facebook: @khajurahokalamahotsav
Instragram: @khajurahokalamahotsav
web: www.sbgartfestival.com/khajuraho
email: sbgartfestival@gmail.com
- Read more...
- 0 comments
- 690 views
-
आज के विजेता हैं @Shil Jain
आपको बहुत बहुत बधाई
- Read more...
- 4 comments
- 1,588 views