इसके पूर्व शुक्रवार की शाम दमोह की जैन धर्मशाला से बिहार करते हुए आचार्य भगवन घंटाघर स्टेशन चौराहा तीन गुल्ली होते हुए गांधी आश्रम के समीप सागर नाका पहुचे। जहां आचार्यश्री के सानिध्य में विद्यायतन विद्या पीठ का भूमि पूजन किया गया। इस दौरान नगर के अनेक लोगों ने विद्यापीठ के लिए दान राशि की घोषणा करते हुए इसमें अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने का संकल्प लिया।
अवसर पर मौजूद हजारों की संख्या में श्रद्धालु जनों को अपने अमृत वचनों से सुरक्षित करते हुए तृप्त करते हुए आचार्य भगवन ने कहा कि विधानसभा में प्रवचनों के दौरान भी उन्होंने कहा था कि देश की शिक्षा व्यवस्था राष्ट्रभाषा हिंदी में होना चाहिए। भले ही इसमें अंग्रेजी एक विषय हो। यहां भी जो विद्यापीठ की स्थापना की जा रही है उसमे बच्चों को प्रवेश दिलाएं, ना कि एडमिशन। प्रवचनों की बात के बाद विद्यापीठ का भूमि पूजन शिलान्यास पंडित आशीष अभिषेक शास्त्री के सानिध्य में संपन्न हुआ इसी के साथ आचार्य श्री का यहां से बिहार हो गया।