बहती ज्ञान की धारा है, विद्या गुरु के द्वारा है।
गुरु जी का द्वारा हमको स्वर्ग से प्यारा है।
गुरु जी के चरणों में शत-शत नमन हमारा है।
बड़े बाबा के प्यारे हैं छोटे बाबा हमारे हैं।
और ज्ञान सागर जी की आँखों के तारे हैं।
बहती...............
तप के धनी, गुण के गुणी सूरीश्वर ये महाकवि
गुरुदेव ही हैं हमारे मार्ग प्रदाता ऽऽऽ
गुरुजी की कृपा जो पायी मन में बजे शहनाई
ये मन मंदिर पा इनकी शरण बन जाता
दूर हैं फिर भी दूर नहीं मन-वच-तन में बसे यही
चेहरे पर मुस्कान सदा ही बिखरी................
बड़े बाबा........................
गुरु जो मिले सब है मिला देखो अपना भाग्य खिला
इनके चरणों में बीते जीवन सारा
मन में ये ही आस लिए, आयेंगे वो द्वार मेरे
जैसे शबरी ने दिल से राम पुकारा
गुरु आज्ञा में रहकर ही, गुरु के सम बन जाना है।
गुरु दर्शन को तरसे हमारे नैना
बड़े बाबा.......................
पूर्ण हुआ गुरु सपना, बीज वपन गुरु ने जो किया
फिर महकी बगिया ये आदर्श हमारी
गुरु जी की हम छाँव तले
संस्कारों से फूले फले
इसकी खुशबू से महके दुनिया सारी
प्रतिभास्थली प्रणेता है, गुरुवर कर्म विजेता हैं।
कण-कण में हैं समाहित इनकी छवियाँ
बडे बाबा...................