Samprada Jain
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Sweet n Short explanation of Satya!
~~~ उत्तम सत्य धर्म की जय!
~~~ जय जिनेंद्र, उत्तम क्षमा!
~~~ जय भारत!
2018 Sept. 18 Tue. 12:14 @ J
आकिंचन्य धर्म
In प्रवचन संकलन
A group blog by Editors in General
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? Thank U! For Sharing.?
धीरे धीरे परिग्रह को त्याग करते जाना ही आकिंचन धर्म की तरफ आरूढ़ होना माँना गया है।
मछली को जल से बाहर निकलते ही बह तड़पने लगती है क्योंकि बहार आक्सिजन ज्यादा होती और पानी में कम होती है जो उसके अनुकूल होती है। ऐंसे ही धन को ज्यादा मात्रा में रखने से बह भार बन जाता है इसलिए समय समय पर उसे सदुपयोग में लगाकर परिग्रह के भार से मुक्त हो जाना चाहिए।
~~~ उत्तम आकिंचन धर्मांगाय नमो नमः।
~~~ जय जिनेंद्र, उत्तम क्षमा!
~~~ जय भारत।
2018 Sept. 22 Sat. 13.02 @ J