संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महामुनिराज के प्रति विनयांजलि सभा का आयोजन नगर के बाजार प्रांगण में किया गया।
विनयांजलि सभा में शामिल जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारी कर्मचारियों तथा समाजसेवियों और जैन समाज सहित नगर वासियों ने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को नमन कर विनयांजलि समर्पित की।सभी ने उन्हें साक्षात भगवान का अवतारी संत पुरुष बताया।
विनयांजलि सभा का प्रारंभ आचार्य श्री के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया इसके समस्त उपस्थित जनों ने श्रीफल ,पुष्प समर्पित कर श्र्द्धा सुमन अर्पित किए।
विधायक प्रतिनिधि अशोक सिंह बामोरा ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज को विनयांजलि समर्पित करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य रहा की आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ ,मैंने कभी ईश्वर के साक्षात दर्शन नहीं किए लेकिन जब भी आचार्य श्री के दर्शन करता था ऐसा अहसास होता था ऐसे ही ईश्वर रहते होंगे। इतना त्याग वास्तव में कोई अपने जीवन मे नहीं कर सकता वह अनियतविहारी संत थे ,आचार्य श्री ने आजीवन नमक और शक्कर जैसे पदार्थ का त्याग रहा।मानव जीवन और जीव कल्याण के लिए उनकी प्रेरणा से देशभर में हजारों गौशालाओ ,अस्पताल , ,विदयालय ,मंदिर और जेल में कैदियों को स्वालम्बी बनाने के लिए उनकी प्रेरणा से हथकरघा की स्थापना की कराई गई जिनसे वह स्वालम्बी बन रहे हैं। आचार्य श्री प्रेरणा से इंडिया नहीं भारत बोलो ,इंडिया से भारत बानने का अद्भुत कार्य किया जिसे शब्दो में बयां नहीं कर सकता। उन्होंने शरीर का त्याग किया हैं वह हमेशा हमारे मन जीवंत मे रहेंगे, जो उन्होंने मार्ग बताया उसमें से लोग सौ प्रतिशत में से 20 प्रतिशत ही अपने जीवन मे धारण करले हमारा जीवन और भारत देश धन्य हो जायेगा।
आचार्य श्री ब्रह्मण्ड के देवता है : पं. गिरीश पटैरिया
विनयांजलि सभा के तारतम्य में समाजसेवी गिरीश पटैरिया ने विनयांजलि समर्पित करते हुए कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ब्रह्मण्ड के देवता हैं।जब भी संतो की चर्चा होगी उसमें विद्यासागर जी का नाम लिया जाएगा। वह ब्रह्माण्ड के देवता हैआज से कुछ दिन पहले गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का संसार के देवता के रूप में नाम दर्ज किया गया हैं। मध्यप्रदेश व नगर , जैन समुदाय की बात नहीं कर रहा हूँ यह नाम संसार भर में विचारणीय हो गया है जब महात्मा गांधी सम्राट अशोक महापुरुषों का नाम लिया जाएगा उसमें संसार के देवता के रूप में सन्त शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महाराज का लिया जाएगा।
भगवान के अवतार थे : सीईओ
जनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी सचिन गुप्ता ने आचार्य श्री को नमन करते हुए कहा कि आचार्य श्री आम इंसान नहीं थे वह भगवान के साक्षात अवतार थे हमारा सौभाग्य है कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के जीवन मे दर्शन करने का सौभाग्य मिला ।
सूर्य की भांति आचार्य श्री : समाजसेवी अशोक गुप्ता:
समाजसेवी अशोक गुप्ता ने विनयांजलि अर्पित करते हुए मंच से कहा कि सूर्य का प्रकाश बिना भेदभाव से सभी को प्रकाश देता है वह अमीर गरीब छोटा बड़ा नहीं देखता सभी को ऊर्जा ,प्रकाश ताप ,सबके के लिए हैं जैसे पुष्प की ,नदी का जल और बर्षा का पानी बिना भेदभाव सबके लिए हैं किसी बिशेष के लिए नहीं हैं। आचार्य श्री का ज्ञान , सोच ,चिंतन केवल किसी समाज विशेष ,स्थान विशेष और देश के लिए नहीं संपूर्ण विश्व ,मानवता ,प्राणी कल्याण की भावना से भरा ह्रदय था। भक्ति लोक ज्ञान लोक कर्म योग के त्रिवेणी । मात्र 22 बर्ष उम्र विद्याधर से विद्यासागर बन गए ,ज्ञान सागर जी महाराज से 1968 में अजमेर में मुनि दीक्षा धारण कर ली थी।
पाठशाला की बच्चियों द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन प्रमोद जैन ने किया और अंत मे आभार योगेश कठरिया ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष जयंत सिंह बुन्देला ,भाजपा मंडल अध्यक्ष रामकुमार बघेल, पंडित गिरीश पटैरिया ,रामदयाल पाठक ,रावराजा राजपूत ,दुर्ग सिंह परिहार ,सरनाम सिंह तोमर ,जनपद उपाध्यक्ष बलवीर सिंह राजपूत ,सीईओ सचिन गुप्ता ,अशोक गुप्ता , डॉ आशीष पटैरिया ,संतोष यादव ,रामवरण सिंह तोमर ,लल्लूराम विश्वकर्मा ,रूप किशोर नामदेव , ओमकार साहू ,जगदीश राय , मनोहर लाल सोनी ,जमना राय ,
श्रीमती सुशीला सुनील शर्मा ,ब्रजेश पांडेय ,धर्मेंद्र अहिरवार ,गोलू राय ,वीरेंद्र राजपूत , सालक राम विश्वकर्मा ,बाबू सिंह सिसोदिया , कमलेश राय ,विकास राय ,चंद्रभान पाठक ,ओमप्रकाश तिवारी ,लल्लू राजा ,मेनिजर प्रदीप कुमार पीएनबी ,लल्लू राजा मंडी,जितेंद्र सिसोदिया, ,पुष्पेंद्र परिहार ,राघवेंद्र परिहार ,हीरू सिंह ,अंकित पटैरिया ,भगवान सिंह यादव ,वीरेंद्र गुप्ता , दुर्गा प्रजापति ,शहीद खान ,माखन रैकवार, ,इशाक खान ,योगेश जैन अध्यक्ष जैन पंचायत कमेटी सहित सकल जैन समाज सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे