आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद एवं मुनिश्री प्रसाद सागर जी के मार्गदर्शन में वतन की उड़ान प्रतियोगिता की पुरस्कार एवं शिक्षकों का सम्मान समारोह संपन्न ।
राज्यसभा सांसद पद्म भूषण धर्माधिकारी श्री वीरेन्द्र हेगड़े जी ने मुख्य अतिथि के रूप में पधारकर किया सम्मान।
रायपुर विश्व परिवार। डोंगरगढ़ में। विराजमान आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज की पावन आशीर्वाद से एवं पूज्य मुनिश्री प्रसाद सागर जी महाराज के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुई “वतन की उड़ान प्रतियोगिता “के विजयी प्रतिभागियों को शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर देशभर से आए हुए 77 शिक्षकों का भी सम्मान किया गया। यह आयोजन स्थानीय मेकहारा मेडिकल कॉलेज के अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में संपन्न हुआ। पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि रहे पद्मभूषण राज्यसभा के सांसद धर्माधिकारी धर्मस्थली कर्नाटक श्री वीरेन्द्र हेगड़े जी।
वतन की उड़ान प्रतियोगिता डॉक्टर सुरेंद्र नाथ गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक सोने की चिड़िया एवं लुटेरे अंग्रेज के आधार पर ऑनलाइन आयोजित की गई थी। इस प्रतियोगिता में 11,000 प्रतिभागियों ने नामांकन कराया था एवं 7600 प्रतिभागियों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। इस प्रतियोगिता में विजय हुए। 77 प्रतिभागियों को आज इस भव्य मंच से सम्मानित किया गया। साथ ही देशभर के विभिन्न प्रदेशों से उत्कृष्ट सेवा कार्य करने वाले। 77 शिक्षकों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र एवं पुस्तकों आदि से सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में श्री नंदकुमार साय अध्यक्ष, औद्योगिक विकास निगम छत्तीसगढ़, श्री ब्रजमोहन अग्रवाल जी पूर्व मंत्री एवं विधायक रायपुर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अन्य अतिथियों में श्री उज्ज्वल पाटनी, मोटिवेशनल स्पीकर श्री राम प्रकाश सिंह अकोला, श्री राजेश अग्रवाल का श्री नर्मदा बाबा अमरकंटक, श्रीमती अरुणा पलटे कुलपति, श्री नरेंद्र जैन गुरुकृपा मैनेजिंग ट्रस्टी, श्री जैन समाज रायपुर आदि रहे।
इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत चंद्रगिरी तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से श्री किशोर जैन सिंघई, श्री विनोद जैन बिलासपुर अध्यक्ष चातुर्मास समिति श्री सुरेश जैन, श्री चंद्रकांत जैन सहित समिति के पदाधिकारी ने किया। दिगंबर जैन समाज रायपुर के विभिन्न मंदिरों के। पदाधिकारी ने अतिथियों का सम्मान किया। सम्मान की प्रारंभ में आचार्यश्री के चित्र अनावरण एवं दीपक प्रज्वलन अतिथियों के द्वारा संपन्न हुआ। मंगलाचरण श्रीमती स्नेह स्नेह छाबड़ा ने प्रस्तुत किया। मूक बधिर बच्चों द्वारा राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत प्रस्तुति दी गई, जिससे सभी ने सराहा। आयोजन में श्री सौरभ ठोलिया जयपुर, ब्रह्मचारी जिनेश मलया इंदौर, कवि चंद्रकांत जैन भोपाल एवं श्री पृयेश गोंदिया का सम्मान किया गया। इस अवसर पर आगे ऑनलाइन आयोजित किए जाने वाली प्रतियोगिता अंग्रेजी भाषा का भ्रमजाल का विमोचन किया गया तथा इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 15 सितंबर तक लोगों का आह्वान किया गया। वतन की उड़ान प्रतियोगिता की परिकल्पना करता एवं संचालक सौरभ भैया जयपुर ने इस अवसर पर प्रतियोगिता का आयोजन पर प्रकाश डाला एवं बताया कि भारत देश में अंग्रेजी शासनकाल के दौरान किस कदर लूट कर असंख्य राशि की सामग्री अंग्रेज अपने देश को ले गए।
उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में प्रमाण सही जानकारी प्रस्तुत की गई है, जिसे प्रत्येक भारतवर्ष के नागरिक को पड़ना चाहिए एवं देश की वास्तविक स्थिति के बारे में सचेत होना चाहिए। आयोजन समारोह समिति के सदस्य श्री प्रकाश मोदी, अध्यक्ष सकल दिगंबर जैन समाज, वरीष्ठ समाजसेवी पवन जैन डोंगरगाव द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। समारोह की विशिष्ट अतिथि श्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कर्नाटक से पधारे श्री वीरेन्द्र हेगड़े जी का छत्तीसगढ़ की धारा पर छत्तीसगढ़ वासियों की ओर से हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत किया। उन्होंने कहा कि श्री हेगड़े जी का व्यक्तित्व ये पूरे भारतवर्ष नहीं एवं पूरे विश्व में जनहितकारी कार्यों के लिए प्रख्यात है।
उनके द्वारा किए गए लोक कल्याणकारी यों की सर्वार्थ प्रशंसा होती है। छत्तीसगढ़ की धरा पर उनके पधारने से हम सभी गौरान्वित हुए हैं। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए श्री वीरेन्द्र हेगड़े जी ने कहा कि उन्हें छत्तीसगढ़ के इस आयोजन में आने से हार्दिक प्रसन्नता हुई है। देश के हित में आयोजित की गई वतन की उड़ान प्रतियोगिता की प्रतिभागियों को सम्मान करके एवं शिक्षकों का सम्मान करके उन्हें बेहद खुशी हुई है। उन्होंने इस आयोजन के आयोजकों एवं सभी सहयोगी जनों का हार्दिक। धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच का संचालन कवि श्री चन्द्र सेन भोपाल द्वारा किया गया। समारोह की विशेष पुण्यार्जक श्री विनोद जैन बड़जात्या द्वारा आयोजन में आये सभी अतिथियों प्रतिभागियों का हार्दिक धन्यवाद आभार प्रकट किया गया। प्रदीप कुमार जैन, संपादक, विश्व परिवार।