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वतन की उड़ान: इतिहास से सीखेंगे, भविष्य संवारेंगे - ओपन बुक प्रतियोगिता ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

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  1. *सिद्धोदय_सिद्ध_क्षेत्र #नेमावर* *आहारचर्या* *शुभ संदेश*🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈 *🗓०५,सितंबर,१९ गुरुवार🗓* *पर्वाधिराज दशलक्षण पर्व का तृतीय दिन ( उत्तम आर्जव धर्म )* *✨आज परम पूज्य संत शिरोमणि १०८ आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज✨*को आहार कराने का सौभाग्य* *⛳श्री मान कैलाशचंद जी जैन नेमावर निवासी एवं उनके परिवार को प्राप्त हुआ⛳* *👏🏽आहार दान देने वालों की अनुमोदना👏🏽*
  2. *दयोदय महासंघ का राष्ट्रीय अधिवेशन १० सितंवर मंगलवार को श्री नेमावर तीर्थ पर* जीव दया के क्षेत्र में संपूर्ण भारत में शताधिक गौ शालाओं का संचालन करने वाली संस्था दयोदय महासंघ का राष्ट्रीय अधिवेशन संत शिरोमणि आचार्य गुरूदेव श्री विद्यासागरजी महाराज के स संघ सानिध्य में दस लाक्षण महापर्व पर उत्तम त्याग के दिवस दिनांक १० सितंवर २०१९ दिन मंगलवार को श्री सिद्धक्षेत्र नेमावर में होंने जा रहा हैं। दयोदय महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता अविनाश जैन ने जानकारी देते हुये वताया उक्त अधिवेशन में रजिस्ट्रेशन का कार्य प्रातः7 वजे से आयोजन स्थल पर प्रारंभ हो जाएगा।एवं ८ वजे से आचार्य गुरूदेव की सामुहिक पूजन होगी तत्पश्चात ९:३० से आहार चर्या एवं १०:३० वजे से सामुहिक भोजन की व्यवस्था रहेगी। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मल्लकुमार जैन जबलपुर एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री सुरेन्द्र कुमार जैन कोषाध्यक्ष श्री प्रेमचंद जैन प्रेमी कटनी ने संस्था के सभी परम संरक्षक, संरक्षक, एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों एवं समस्त पदाधिकारीओं के साथ दयोदय गौशालाओं की प्रवंध कार्यकारणी सदस्यों एवं पदाधिकारीगणों के साथ संपूर्ण भारत के समस्त जीवदया प्रेमीओं को इस महा अधिवेशन में आमंत्रित किया हैं।उन्होंने सभी जीवदया के क्षेत्र में कार्य करने वाले गौ भक्तों को आमंत्रित करते हुये कहा कि यह हम सभी का सौभाग्य हैं कि इस वर्ष का आचार्य गुरूदेव का चातुर्मास मध्यप्रदेश के निमाड़ क्षेत्र में सिद्धभूमी श्री नेमावर तीर्थ पर १०/०९/२०१९ दिन मंगलवार को आयोजित किया जा रहा है। दोपहर १ वजे से अधिवेशन चातुर्मास स्थल पर प्रारंभ होगा। जिसमें सभी आमंत्रित सदस्य गण आपस में अपना परिचय प्रदान करेंगे। एवं महासंघ के पदाधिकारीगणों तथा अध्यक्ष महोदय की अनुमति से सदस्यों का सम्वोधन होगा। तत्पश्चात दोपहर३ वजे से परम पूज्य गुरूदेव आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज का सभी गौ भक्तो को आशीर्वाद एवं सम्वोधन होगा। सायं६ वजे से आचार्य भक्ति संपन्न होगी। महासंघ के सभी पदाधिकारियों ने समस्त भारत के एवं मध्यप्रदेश अंचल के जीव दया प्रेमीओं से अपील की हें कि वह अपने व्यस्तम समय में से समय निकाल कर कार्यक्रम में अवश्य पधारें, एवंअपनी गौ शालाओं की गतिविधियों का चित्र एवं विशेष जानकारी का बैनर बनवाकर साथ लेकर आये। जिसमें दयोदय महासंघ का उल्लेख हो। नेमावर क्षेत्र हरदा रेल्वे स्टेशन से 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। हरदा में 9 की रात ठहरने की व्यवस्था या आने जाने का साधन की आवश्यकता हो वे श्री नवनीत जी जैन प्रभारी निमाड क्षेत्र हरदा से मोबाइल न 9752232323, 7772099681 पर पूर्व सूचना देकर संपर्क कर सकते हैं।
  3. *सिद्धोदय_सिद्ध_क्षेत्र #नेमावर* *आहारचर्या* *शुभ संदेश*🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈🏳‍🌈 *🗓०४,सितंबर,१९ बुधवार🗓* *पर्वाधिराज दशलक्षण पर्व का दुतीय दिन ( उत्तम मार्दव धर्म )* *✨आज परम पूज्य संत शिरोमणि १०८ आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज✨*को आहार कराने का सौभाग्य* *⛳श्री मान ए. के . जैन दिल्ली निवासी एवं उनके परिवार को प्राप्त हुआ⛳* *👏🏽आहार दान देने वालों की अनुमोदना👏🏽* ✍🏻 *अक्षय बाकलीवाल खातेगांव*
  4. *‼आहारचर्या*‼ *श्री सिद्धयोदय नेमावर* _दिनाँक :०३ ,सितंबर,१९ *आगम की पर्याय महाश्रमण युगशिरोमणि १०८ आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज* _को आहार दान का सौभाग्य ब्रह्मचारिनी रानू दीदी सागर को प्राप्त हुआ है।_ इनके पूण्य की अनुमोदना करते है। 💐🌸💐🌸 *भक्त के घर भगवान आ गये* 🌹🌹🌹🌹
  5. पर्यूषण पर्व / मोक्ष का साक्षात उपाय है ‘मैं’ छोड़कर दूसरों को क्षमा करना पर्युषण पर्व पर आज के अतिथि संपादक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज... उन्होंने कहा, पयुर्षण जीवन को सर्वोत्तम तरीके से जीने की कला सिखाने वाले 10 लक्षणों काे व्यवहार में उतारने का पर्व पर्युषण पर्व मोह की नींद में सोए लोगों के लिए सबक लेकर आया है। इन दिनों संसार के मूल कारण- आठ कर्म छूट जाते हैं। कहा भी है- पर्वराज यह आ गया, चला जाएगा काल। परंतु कुछ भी ना मिला, टेढ़ी हमारी चाल॥ हमारी चाल टेढ़ी है, पर्वराज न आता है, न जाता है। हम चले जा रहे हैं। हमें सांसारिक संबंधों से छुट्टी लेनी है, परिश्रम से नहीं। आचार्यों ने वस्तु के स्वभाव को धर्म बताया है। दस प्रकार के क्षमादि भावों को धर्म कहते हैं। धर्म, अधर्म, आकाश और काल भी वस्तु है। सभी का अपना स्वभाव ही उनका धर्म है। तो आज हम कौन से धर्म का पालन करें, जिससे कल्याण हो। स्वभाव तो हमेशा धर्म रहेगा ही, लेकिन इस स्वभाव की प्राप्ति के लिए जो किया जाने वाला धर्म है वह है- ‘खमादिभावो या दसविहो धम्मो’- क्षमादि भाव रूप दस प्रकार का धर्म आज से शुरू हो रहा है। क्षमा धर्म के लिए आज का दिन तय है। क्षमा धर्म की बड़ी महत्ता बताई गई है। करोड़ नारियल चढ़ाने में जितना फल मिलता है, उतना फल एक स्तुति से मिलता है और करोड़ स्तुति का फल एक बार जाप से मिलता है। जितना फल करोड़ जाप से मिलता है, उतना एक बार मन-वचन-काय को एकाग्रकर ध्यान से मिलता है। शारीरिक-वाचनिक-मानसिक क्रिया जितनी निर्मल होती जाती है, उतना फल मिलता जाता है। कोटि बार ध्यान से जो फल मिलता है, वह एक क्षमा से मिलता है। क्षमा से बैर नहीं रखना है। मोक्ष का साक्षात उपाय क्षमा है। आप आधि-व्याधि से तो दूर हो सकते हैं, पर उपाधि से दूर होना मुश्किल है, ‘मैं’पना नहीं निकलता। आधि मानसिक चिन्ता को कहते हैं और व्याधि शारीरिक बीमारी है। उपाधि बौद्धिक विकार है। समाधि आध्यात्मिक है। क्षमा करने वाले अनंतचतुष्टय का अनुभव करते हैं। पर घाति चतुष्टय का क्या? वहां सुख अनंत है, यहां दुख अनंत है। आत्मा के अहित का कारण कषाय यानी राग-द्वेष जैसे अवगुण हैं। इन्हें हटाने पर ही क्षमा की सच्ची भावना आ पाएगी। सर्वोत्तम तरीके से जीने की कला सिखाने वाले 10 लक्षणों 1. उत्तम क्षमा: क्रोध- बैर छोड़कर सभी से क्षमा मांगना और क्षमा करना; उत्तम क्षमा है। 2. उत्तम मार्दव: सब मैं करता हूं- यह सोच अहंकार है। इसे छोड़कर नम्र होना मार्दव धर्म है। 3. उत्तम आर्जव: मन की बात सुनना यानी मन, वचन, कार्य से एक हो जाना आर्जव धर्म है। 4. उत्तम शौच: शुचिता को शौच कहते हैं। मन को निर्मल बनाने का प्रयास उत्तम शौच है। 5. उत्तम सत्य: जो सत्य पर अटल, वो साधक है। ईश्वर को अंतिम सत्य मानना उत्तम सत्य है। 6. उत्तम संयम: स्वस्थ, संतुलित सोच के लिए नियंत्रित जीवन जीना उत्तम संयम है। 7. उत्तम तप: जीवन का सार तप है। भीतर की अपार संभावनाओं को पहचानना उत्तम तप है। 8. उत्तम त्याग: आधी आय परिवार, एक चौथाई आपत्ति के लिए, एक चौथाई दान उत्तम त्याग है। 9. उत्तम आकिंचन्य: कुछ भी मेरा नहीं है, ऐसा व्यवहार और भाव रखना उत्तम आकिंचन्य है। 10. उत्तम ब्रह्मचर्य: ब्रह्म का अर्थ है आत्मा और आत्मा को जानने की कोशिश है ब्रह्मचर्य। आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ( आचार्य श्री मध्यप्रदेश के नेमावर में चातुर्मास कर रहे हैं)
  6. *‼आहारचर्या*‼ *श्री सिद्धयोदय नेमावर* _दिनाँक :०२,सितंबर,१९ *आगम की पर्याय महाश्रमण युगशिरोमणि १०८ आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज* _को आहार दान का सौभाग्य श्री मान प्रकाश चंद जी मुकेश जी राकेश जी सेठी ( बराड़ा परिवार ) खातेगांव निवासी एवं उनके परिवारको प्राप्त हुआ है।_ इनके पूण्य की अनुमोदना करते है। 💐🌸💐🌸 *भक्त के घर भगवान आ गये* 🌹🌹🌹🌹 *_सूचना प्रदाता-:श्री अक्षय जी जैन खातेगांव_* 🌷🌷🌷 *अंकुश जैन बहेरिया *प्रशांत जैन सानोधा
  7. गुरु प्रभावना में सहयोग दीजिए। इस बार दसलक्षण पर्व पर आपके मंदिर में इस बैनर का प्रिंट निकाल कर जरूर लगाइए। प्रिंट करने के लिए पीडीएफ़ डाउनलोड कर सकते हैं। Acharya shree app poster.pdf
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