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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

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  1. वर्ष 2020 के आगमन पर संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को शत शत नमन विद्यासागर डॉट गुरु वेबसाइट के सभी सदस्यों को एवं गुरु भक्तों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं वर्ष भर हम सब मिलकर गुरु प्रभावना करते रहे, और आप सभी का सहयोग मिलता रहें, इसी के अंतर्गत आप अपने सुझाव कमेंट मे जरूर लिखें |
  2. वर्ष 2020 के आगमन पर श्रमदान प्रस्तुत कर रहा हैं हथकरघा प्रतियोगिता प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये नीचे लिंक पर क्लिक करें https://www.shramdaan.in/quiz?utm_source=news&utm_medium=vidyasagar_guru&utm_campaign=nyquiz
  3. ऐप मे उपर दी गई तीन बिन्दुओं को सिक्क करे Notification का बटन खुलेगा
  4. वक्ता / गायक / प्रस्तुतकर्ता: आचार्य विद्यासागर जी
    2000 वर्ष पूर्व स्वामी समन्तभद्र महाराज जी द्वारा रचित स्वयंभू स्तोत्र जो कि चौबीस तीर्थंकर भगवान की स्तुति है जो अनंत पापों का क्षय करने वाली है इस पवित्र स्तोत्र का पाठ आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज प्रतिदिन 3 बार करते हैं
  5. सागर में आर्यिका 105 सुनयमति माताजी की समाधि हुई सागर/ संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की परम प्रभावक शिष्या आर्यिका माँ 105 सुनयमति माताजी की समाधि में भाग्योदय तीर्थ में हो गई। मुनिसेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि आर्यिका सुनयमति माताजी ने 16 अगस्त 1980 को आचार्य श्री जी से मुक्तागिरी में ब्रह्मचर्य व्रत लिया था। 6 जून 1997 को उन्हें सीधी आर्यिका दीक्षा रेवातट नेमावर में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने दी थी शुरू में आर्यिका आलोकमति माताजी का संघ था बाद में माताजी का स्वास्थ्य अनुकूल नहीं होने से व्हील चेयर पर चलती थी। 27 दिसंबर की रात्रि प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र नैनागिर में सामायिक के दौरान कोयले की सिगड़ी की आग भड़कने से माताजी के वस्त्रों तक पहुंच गई जिससे वे लगभग 90 प्रतिशत जल गई थी उन्हें भाग्योदय तीर्थ अस्पताल लाया गया जहां पर उन्होंने समाधि की इच्छा जताई और 29 दिसंबर की सुबह 5:30 बजे के लगभग उनकी समाधि हो गई उनका डोला अभी 10:00 बजे भाग्योदय तीर्थ से 25 एकड़ प्लाट भाग्योदय के सामने मुनि श्री क्षमा सागर महाराज की समाधि स्थल जाएगा
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