बालक विद्याधर का जन्म सन 1946 में शरद पूर्णिमा के दिन माँ श्रीमती की कुक्षी से हुआ ... बचपन से ही धर्म मार्ग पर सदैव बढ़ते हुए इन्होंने आचार्य श्री ज्ञानसागर जी
महाराज से दीक्षा पाई एवं आज हम सभी के समक्ष आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के रूप में विराजमान हैं.. 300 से अधिक मुनि एवं आर्यिकाओं को गुरुदेव द्वारा दीक्षा दी गई है ..
दिगंबर सरोवर के राजहंस आचार्य भगवान् का वर्तमान में चातुर्मास इंदौर में सानंद चलरहा है..|
आज शरद पूर्णिमा 31 अक्टूबर 202o, संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महाराज का 75 वा अवतरण दिवस -आइये सभी एक साथ मिलकर उनको नमोस्तु लिखें