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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

मंजु सुनील जैन

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  1. 🙏🙏🌹🌹🙏🌹नमोस्तू गुरूवर जी बहुत सुन्दर कमो के अनुसार लोभ करना बहुत बुरा होता है 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏
  2. नमोस्तू गुरूवर जी आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं ईश्वर आपके रत्नत्रय मे वृद्धि होये 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
  3. नमोस्तू मेरे भगवन ईश्वर से प्रार्थना आप स्वस्थ रहे हमेशा आपका आशीष भरा हाथ हमारे ऊपर रहे सबको आपका प्यार व आशीष ओर धमँ-लाभ मिलता रहे शत् शत् वंदन, कोटि कोटि नमन् 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
  4. नमोस्तू भगवन आप से हाथजोडकर 🙏विनय प्राथँना है आपके दशँन के अभिलाषी बहुत सारे व्यक्ति है हमसे सुनकर अब होली पर आये जिसमे मैरा बेटा व बिटिया दामाद व उसका पुरा परिवार ओर बहुत लोग आपकी एक झलक देखने की तीव्र भावना के साथ आये थे क्योकि वह सब आपको वतँमान के महावीर मानते उन भक्तो को पुणँ दशँन हो जाये ऐसी व्यवस्थान हो सकती केवल दृष्टि सीधी करके बैठा दे सब भक्त को भक्ति का लाभ मिल जाये हम सब भी अपने भगवन को स्वस्थ रहे द्धीघ आयु हो यही भावना के साथ हम रोज जाप भी करते हमारीप्राथँना स्वीकार करो लम्बी लाईनबच्चे बुढे परेशान सबको जयजिनैन्द्र भगवन को नमोस्तू आप भगवान तक भावना पहुचा दो वो करूणा मय वात्सलमय दया से युक्त है शत् शत् नमन कोटि कोटि वंदना 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
  5. 🌹🌹🌹🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏मेरे मगवन शत् शत् नमन कौटि कौटि वंदन नमोस्तू भगवन 🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏सदैव स्वस्थ रहो हमे आपका आशीष मिलता रहे 🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🌹🙏🙏
  6. नमोस्तू नमोस्तू नमोस्तू 🙏🌹🙏🌹🙏🌹आचायँ विधासागर जी व सुधासागर जी होली तक रहेगे ना हमे11से 19के बीच आना है गुप मे18सदस्य है प्लीज बताये सब की इच्छा छोटे बाबा के दशँन की तीव्र इच्छा है 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🙏
  7. धन्य है बहुत अनमोदना 🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏भगवान इनका रत्नात्रय अच्छे से पले 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏हमेभी शक्ति दे हम भी यह मागँ पर चले 🙏🌹🙏🌹🙏🌹❤🌹
  8. नमोस्तू बडे बाबा व छोटे बाबा सम्पूणँ मुनिसंध व आयिँका माता जी सबको शत् शत् नमन हम गये थे आज तक तो केवल जिनवाणी मे पढा था समोशरण ऐसा होता अब तो साक्षात देखा श्री आचायँ महाराज की वह मनोहर छवि (महावीर के लघु) वैसे जैसे =समोशर मे पढते इतने मुनि, आयिका, क्षुल्लक, ऐलक, ब्रह्मचारी, ब्रह्मचारिणी आदि,आचायँ की वाणी से धन्य हुये मनोहर समोशरण आहार चयाँ आदि पारस व जिनवाणी तो गणधर का काम कर रहे थे जन जन तक पहुंचा कर इस पवित्र धरा को कोटि कौटि वंदन आदिनाथ व 59जिनालय पुरा मन्दिर की छटा देखते बन रही थी पता ही नहीं चलता था कब कौन से मुनिराज माता जी कहा से आकर हमारे बिल्कुल समीप होते थेअदभूत नजारा शत् शत् नमन् ऐसा आज तक कही नही देख शायद आगे भी न देखने मै आये यह तो बडे बाबा व छोटे बाबा का अनोखा सगमं ओर साथ मे ओर बडे बडे मुनिराज व बडी माता जी का संध धन्य बहुत साधुवाद 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
  9. बडे को शत् शत् नमन, नमोस्तू 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏छोटे बाबा को कोटि कोटि नमन 🙏🌹🙏🌹🙏नमोस्तू भगवन आपका आभार हमे इतनी अच्छी गुरू साईड से जोडने के लिए बहुत 🙏🌹🙏🌹🙏🌹पूरे संध को शत् शत् नमोस्तू 🙏🌹🙏🌹🙏🌹भैया जी आपका धन्यवाद 🙏🌹🙏🌹🙏हमे इससे जोडने के लिये भगवन के बारे इतना कुछ जानने के लिये मिला 👋🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹
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