प्रथम धारा
मध्य भारत में प्रथम बार
दिंनाक : 6 अक्टूबर 2019 रविवार
(शीतल नाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक दिवस)
समय : दोपहर 1 बजेकार्यक्रम स्थल : जैन मंदिर, जवाहर चौक भोपाल
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की कृपा व मुनि श्री प्रसाद सागर जी , मुनि श्री शैल सागर जी व मुनि श्री निकलंक सागर जी महाराज के सानिध्य में |
आपके 8 वर्ष से 16 वर्षीय बालक का उपनीति क्रिया व मौजी बंधन संस्कार
नियम
बालक के लिए शुद्ध धोती दुपट्टा, हार तिलक, मुकुट आदि सामग्री की व्यवस्था स्वयं करनी होगी |
विशेष ध्यान दे : जो बालक सफेद धोती में होंगे उनके ही संस्कार किये जायेगे |
वेशभूषा की विशेष प्रस्तुतीकरण करने पर चयन पद्धति से विशेष पुरुस्कार प्रदान किया जायेगा |
बाहर से पधारे हुए बालको व अभिभावकों की आवास व भोजन की पूर्ण व्यवस्था निशुल्क रखी गयी है |
पंजीयन की अंतिम तिथि 2 अक्टूबर बुधवार तक है |
मंदिर कार्यालय या अपने शहर / कॉलोनी के अध्यक्ष को अपना नाम , पूरा पता, शहर, मोबाइल नंबर लिखवाए |
8 वर्ष से 16 वर्ष तक के प्रत्येक बालक को स्वर्ण रूपी रजत (चांदी) कलश उपहार स्वरुप दिया जायेगा