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दिनांक - 10-12-2018
पूज्य मुनिश्री कुंथुसागर जी महाराज का मंगल विहार भोपाल से सूखी सिमनिया की ओर हुआ।
सम्भावित दिशा- रायसेन/विदिशा -
दिनांक - 10-12-2018
पूज्य मुनि श्री निर्णय सागर जी महाराज एवं पूज्य मुनि श्री पद्मसागर जी महाराज का मंगल विहार आज कंजिया से बसहारी की ओर हुआ।
सम्भावित दिशा- सागर में विराजमान पूज्य मुनिश्री योगसागर जी महाराज के चरणों की ओर। -
पूज्य मुनि श्री विमलसागर जी ससंघ सागर में विराजमान है
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5 दिसंबर 2018
पूज्य मुनिश्री अभयसागर जी ससंघ सागर में विराजमान है |
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क्या कहता हैं आपका अनुमान आपकी विशेष टिप्पणी का हमे हैं इंतज़ार
आप सभी अपना अनुमान नीचे लिखें
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आचार्य भगवंत के चरणों मे 47 वें आचार्य पदारोहण दिवस पर शत शत नमन
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मुनि श्री समय सागर जी का सासंग प्रवेश कल प्रातः खजुराहो में
बड़े ही हर्ष का विषय है कि आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महराज के शिष्य एवं गृहस्त जीवन के लघु भृाता आज शाम भियाताल गाँव पहुँच चुके है ससंघ मुनि श्ी १०८ समयसागर जी महराज
कल प्रात:नगर प्रवेश
कल की अहार चर्या खजुराहो
मे होगी -
स्वयं का व्यवसाय (start up) प्रारंभ करने का दुर्लभ अवसर
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से संचालित महाकवि पंडित भुरामल सामाजिक सहकार न्यास के हथकरघा प्रशिक्षण केंद्रों मैं
अहिंसक वस्त्र निर्माण प्रशिक्षण का नवीन सत्र (6 मासिक) प्रारंभ हो रहा है जिसको प्राप्त कर आप हथकरघा प्रशिक्षक की योग्यता प्राप्त कर लेंगे एवं तदुपरांत अपने गांव एवं शहर में अन्य दूसरे इच्छुक जनों को कपड़ा बनाने की विधि सिखा कर स्वयं एवं दूसरों को एक बेहतर व्यवसाय प्रदान कर सकते हैं।(हम हमारे छात्रों द्वारा निर्मित वस्त्र श्रमदान ब्रांड के अंतर्गत विक्रय करने की जिम्मेदारी भी लेते हैं)
प्रशिक्षण के दौरान 6 महीने तक ₹9000 महीना एवं आवास + भोजन की व्यवस्था निःशुल्क प्रदान की जाएगी
साक्षात्कार का दिनांक - रविवार, २ दिसंबर २०१८
स्थान - बीना बारह, जिला सागर मध्य प्रदेश
समय - प्रातः ८ बजे(इच्छुक उम्मीदवार अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु नीचे दिए गए लिंक पर आवेदन करें एवं प्रशिक्षण की जानकारी प्रदान करें लिखकर इस व्हाट्सएप नंबर पर भेजें।)
https://goo.gl/forms/6XTJFUNSOjZPfjRG2
📞 9981128662 (सजल गोयल)
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प. पू. अभय सागर जी महाराज ससंद्य का बिहार बागरोद चौराहा से हुआ
आज आहारचर्या ग्राम बागरौद में होगी ।
कल प्रातः राहतगढ़ में होगा मंगल प्रवेश -
? *विहार अपडेट* ?
पूज्य श्री प्रशांत सागर जी ससंघ का विहार शुजालपुर की ओर चल रहा है !
आज आहार चर्या ग्राम मैना में सम्पन्न हुआ ! आहारदान पुण्यार्जक - ,श्री वीरेन्द्र कुमार संतोष कुमार श्री राजेश कुमार बाबू लाल जी जैन मैना !
सामयिक के उपरांत मुनि संघ का वहाँ से जामनेर अतिशय क्षेत्र के लिए विहार हो गया !
*रात्रि विश्राम वड़ा अरनिया ग्राम है* !
*आहार चर्या संभवत जामनेर में हो सकती है* !
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श्री 1008 सिद्धचक्र महामण्डल विधान विश्वशांति महायज्ञ एवं भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह
दिनांक - 17 नवम्बर से 25 नवम्बर 2018
स्थान - जैन बोर्डिंग परिसर, कटनी
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दिनांक - 15 नवंबर 2018
कोपरगाँव से हुआ मंगल विहार-
संतशिरोमणि पूज्य आ.विद्यासागरजी महाराज के परम शिष्य
मुनिश्री108 अक्षयसागरजी महाराज
मुनिश्री 108नेमिसागरजी महाराज
क्षुलक105 समताभुषणजी
महाराज का विहार कोपरगाव से कोकमठाण की ओर हुआमुनिश्री के सानिध्य मे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा होने वाली है
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आचार्य गुरुदेव के सानिध्य में पूज्य आर्यिका प्रशांतमति माता जी ससंघ का भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह
दिनांक - 14 नवम्बर 2018
स्थान - खरगापुर म. प्र.
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परम पूज्य आचार्य श्री संत शिरोमणि विधासागर जी महाराज श्री के परम प्रभावक शिष्य परम पूज्य मुनि श्री 108 प्रशांतसागर जी परम पूज्य मुनि श्री 108 निर्वेगसागर जी परम पूज्य मुनि श्री 108 विशद सागर जी पुज्य क्षुल्लक* 105 श्री देवानंद सागर जी का मंगल विहार ग्राम मैना के लिए चातुर्मास उपरान्त आज दोपहर 2:45 बजे होने जा रहा है।
रात्रि विश्राम ग्राम पटारिया में होगा ।
कृपया अधिक से अधिक संख्या में पधार कर धर्म लाभ लेंवे। निवेदक श्री दिगम्बर जैन पंचायत समिति श्री दिगम्बर जैन मुनि सेवा समिति आष्टा विहार दिशा शुजालपुर संभावित -
भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह
परम पूज्य आर्यिका रत्न १०५ श्री पूर्णमती माताजी ससंघ का भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह दिनांक १६ नबम्बर २०१८ शुक्रवार को प्रातः ८ बजे से करगूवजी झाँसी में सम्पन्न होगा ।आप सभी सादर आमंत्रित है- 1
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पूज्य ज्येष्ठ मुनि श्री समयसागर जी महाराज संसंघ का मंगल विहार आज देवेंद्र नगर से दोपहर 2:00 बजे पन्ना की तरफ हुआ ।
● आज रात्रि विश्राम- देवेंद्र नगर से 12 किलोमीटर दूरी पर सकरिया मोढ पर होगा!
● कल दिनांक 14-11-18 को प्रातः 6:00 बजे से बिहार प्रारंभ होगा एवं देवेंद्र नगर से 20 किलोमीटर आगे कैप्टन जयपाल सिंह गड़ी के आगे, गुप्ता जी के फार्म हाउस में आहार चर्या संपन्न होगी!
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परम पूज्य मुनिश्री १०८ अभयसागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार विदिशा से चातुर्मास पश्चात हुआ
आज रात्रि विश्राम - हिरनई
संभावित दिशा - खुरई (सागर)- 1
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विदिशा में चातुर्मास कर रहे संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के शिष्य मुनि श्री अभयसागर जी मुनि श्री प्रभातसागर जी, मुनि श्री पूज्यसागर जी का पिच्छिका परिवर्तन समारोह शीतलधाम पर संपन्न हुआ! प्रवक्ता अविनाशजैन ने बताया इस अवसर पर विदिशा जिले के गंजबासौदा, मंडीबामौरा, कुरवाई, ललितपुर, अशोकनगर, वासी, तथा भोपाल मुंबई, पाटन, तथा भारत के विभिन्न नगरों के लोग उपस्थित थे| पिच्छिका परिवर्तन अशोकनगर से आये श्री दिगम्वर जैन युवा वर्ग के द्वारा संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के संयम स्वर्ण वर्ष को समर्पित होकर आचार्य श्री के जीवन चित्रण को सजीव करते हुये घटना क्रम को जोड़ा और सबसे पहले विदिशा मे परम पूज्य मुनि श्री अभय सागरजी महाराज की पिच्छिका को जीवन की एक रेल के माध्यम से लाया गया जिसे नगर के सभी बाल ब्रह्मचारियों ने स्वीकार कर उसको विमोचित कर पूज्य मुनि श्री को संयम को स्वीकार करते हुये नौ परिवारों ने पूज्य मुनि श्री के कर कमलों में भेंट की जिसे मुनि श्री ने अपनी पुरानी पिच्छी को विदिशा के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डा. सतीश चंद़ संजय जैंन किरीमौहल्ला परिवार को दी| वंही पर मुनि श्री प्रभात सागर जी महाराज की पिच्छिका को एरावत हाथी अपनी सूंड़ पर लेकर आता हैं। जिसे सभी ब्र. बहनें विमोचित कर संयमी परिवारों के द्वारा वह पिच्छिका मुनि श्री अभय सागर जी को सोंप दी जाती हैं जिसे मुनि श्री प्रभातसागर जी स्वीकार करते हैं| उसी क्रम में मुनि श्री प्रभात सागर जी की पुरानी पिच्छिका श्री कमलेश जी जैन लुहांगीपुरा के परिवार को मिलती हैं उसके पश्चात की कहानी को आगे बढ़ाते हुये आचार्य श्री के बुंदेलखंड नैनागिर के चातुर्मास की घटना को जोड़ते हें, जिसमें खूखार डाकूओं का घोडों पर आगमन नैनागिर में होता हैं, और वह पूज्य आचार्य गुरुदेव के समक्ष अपने अपराधों को स्वीकार करते हैं| एवं आगे से उन अपराधों को न करने का वचन देते हैं| और उन्ही में से श्रावकों के माध्यम से नवीन पिच्छिका प्राप्त होती हैं, जिसे पाठशाला की सभी बहने विमोचित कर संयमी परिवार को सौंप देती हैं, और वह नवीन पिच्छिका मुनि श्री अभयसागर जी महाराज मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज को सौंपते हैं और मुनि श्री की पुरानी पिच्छिका युवा मुनि सेवक श्री राहुल जैन परिवार को संयम लेंने पर दी जाती हैं|
इस अवसर राष्ट़ीय कवि श्री चंद्रसेन जी जैन भोपाल ने गूरु भक्ति में अपनी कविताओं के माध्यम से उपस्थित जनता का मन मोह लिया| कार्यक्रम का संचालन श्री विजय जैन धुर्रा, एवं श्री शैलेन्द़ जैन अशोकनगर ने कहानी के माध्यम से किया इस अवसर पर श्री चातुर्मास कमेटी, श्री समवशरण विधान समिती श्री शीतलविहार न्यास, श्री सकल दि. जैन समाज समिती के पदाधिकारिओं ने अशोकनगर से जैन युवा संघ की टीम जिन्होंने श्री विजय जैन धुर्रा के नेतृत्व में जो प्रस्तुती दी एवं अशोक नगर पिच्छिका बनाकर लाने वाले युवाओं का तिलक माला एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया| इस अवसर पर श्री हृदयमोहन जैन, श्री वसंत जैन, श्री ओमप्रकाश जैन, श्री प्रद्युमन सिंघई, ने अपने उद्वबोधन में कहा कि गुरूदेव के आशीर्वाद से सभी कार्यक्रम संपन्न हुये| मुनित्रय ने अपना संक्षिप्त आशीर्वाद देते हुये कहा कि आचार्य श्री का ललितपुर आना हो रहा हैं| और हम लोगों का भी जाना हो रहा हैं, हो सकता हैं, हम लोगों का भी जाना हो सकता हैं| मुनि श्री ने कहा कि पिच्छिका परिवर्तन एक बंद कमरे में भी हो सकता हें, लेकिन यह कार्यक्रम संयमोत्सव के रुप में मनाया जाता हें| साधुओं का सानिध्य आप सभी को इसी प्रकार आशीर्वाद मिलता रहे| इसी भावना के साथ मुनि श्री ने मयूर पिच्छिका के गुणों को बताते हुये कहा कि जैसे मुनिराज का मन बहुत ही कोमल होता हैं, उसी प्रकार यह पिच्छिका भी बहुत कोमल होती हैं|
इस अवसर पर समाचार पत्रों में विशेष कवरेज के लिये सभी पत्रकार बंधुओं का सम्मान भी किया गया! एवं एक प्रतियोगिता चातुर्मास के समाचारों की कटिंग फाईल भी रखी गई जिसमें प्रथम स्थान श्री सीमा विजयकुमार जैन एवं द्वितीय स्थान पर श्री मति ज्योती एवं श्री मति सुनीता उत्सव तथा तृतीय स्थान पर डॉ. आई. के. जैन रहे इसके साथ ही सांत्वना पुरस्कार सभी प्रतियोगियों को दिये गये|
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भव्य शुभारंभ
राष्ट्रहितचिंतक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में
श्रमदान के तृतीय भव्य विक्रय केंद्र
का खजुराहो में होने जा रहा है भव्य शुभारंभ।4/11/2018 समय सुबह 8:00 बजे
आप सभी सादर आमंत्रित हैं
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बालक विद्याधर का जन्म सन 1946 में शरद पूर्णिमा के दिन माँ श्रीमती की कुक्षी से हुआ ... बचपन से ही धर्म मार्ग पर सदैव बढ़ते हुए इन्होंने आचार्य श्री ज्ञानसागर जी
महाराज से दीक्षा पाई एवं आज हम सभी के समक्ष आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के रूप में विराजमान हैं.. 290 से अधिक मुनि एवं आर्यिकाओं को गुरुदेव द्वारा दीक्षा दी गई है ..
दिगंबर सरोवर के राजहंस आचार्य भगवान् का वर्तमान में चातुर्मास खजुराहो में सानंद चलरहा है..|आचार्य भगवंत के चरणों मे शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर शत शत नमन |
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चमक उठी है कुल की नारी
हथकरघा की साड़ी न्यारी
हथकरघा का सुन्दर कपडा
वदन, वतन की रक्षा करता
हथकरघे का पानी छन्ना
दया धर्म को पाले मुन्ना
हथकरघा व जेविक खेती
स्वस्थ रहेंगे बेटा-बेटी
संस्कृति रक्षा स्वास्थ्य सुरक्षा
आश्रय दान करे हथकरघा
- यह पूर्ण अहिंसक विधि से बना है।
- यह शुद्ध है। (पावरलूम से बने वस्त्रों में मटन टेलो, पशुओं की चर्बी आदि हिंसक वस्तुओं का उपयोग होता है)
- यह त्वचा के रोगों की रोकथाम करता है।
- यह देश के बेरोजगारों को, आशा की नई किरण दिखाने वाला है। ?
- यह ध्यान व एकाग्रता बढ़ाने में सहायक है।
- यह भारतीय हस्तशिल्प, कला कौशल का परिचायक है।
- यह आधुनि परिधान के अनेक रंगों व डिजायनों में उपलब्ध है।
- इसमें पर्यावरण विकास व स्वदेशी भावना की शक्ति है।
- यह आपके पसीने से, आपको ही ठंडक का एहसास दिलाने वाला है।
- यह “जियो और जीने दो” व “परस्परोपग्रहो जीवानाम्” की कहावत चरितार्थ करता है
- इसमें ऋषि, मुनि, साधु व साध्वियों की सद्भावनायें जुड़ी हैं।
- यह जेल के कैदियों के श्रम का प्रतिफल है।
करे हथकरघा-तन की सुरक्षा ।
आश्रयदान व संस्कृति की रक्षा ।।
- आचार्य विद्यासागर
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विहार अपडेट
In वर्तमान स्थान
Posted
पूज्य मुनि श्री समतासागर जी महाराज ससंघ का बागीदौरा से विहार, श्रद्धालुओं ने दी विदाई, आज गांगड़तलाई में मंगल प्रवेश बागीदौरा कस्बे में पांच महीने से प्रवासरत आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के परम शिष्य मुनिश्री समता सागरजी और ऐलक निश्चय सागरजी महाराज का शुक्रवार को दोपहर दो बजे बागीदौरा से गांगड़तलाई के लिए विहार हुआ। मंडल अध्यक्ष ने बताया कि मुनि संघ का रात्रि विश्राम थापड़ा में हुआ। शनिवार को सुबह भलेर गांव में उनकी आहारचर्या होगी। विहार के दौरान समाज के पुरुष, महिलाएं बड़ी संख्या में मौजूद थे। इन पांच माह के दौरान मुनिश्री समतासागरजी व निश्चय सागरजी महाराज ने अपने प्रवचनों के माध्यम से धर्मावलंबियों को उपदेश दिया। इसके अलावा प्रतिदिन प्रवचन माला, अभिषेक, शांतिधारा, आचार्य भक्ति आदि का श्रद्धालुओं ने लाभ लिया। मुनि संघ के विहार से श्रद्धालुओं की आखें नम हो गई । मुनि श्री के जयकारों से मंदिर प्रांगण गूंज उठा। इस दौरान समाज के के अध्यक्ष सहित कई श्रद्धालु मौजूद थे।