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मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

Darshan jain bina

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  1. प्रवास 2020* प्रवास स्थल – श्री 1008 वर्धमान दिगम्बर जैन मंदिर खिमलासा जिला सागर ( मध्य प्रदेश) अध्यात्म की पराकाष्ठा आचार्य भगवन 108 श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के मंगल आशीर्वाद से उनके परम् प्रभावक शिष्य- सौम्य मूर्ति 108 मुनि श्री विमल सागर जी महाराज मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज मुनि श्री अचल सागर जी महाराज मुनि श्री भाव सागर जी महाराज विराजमान हैं । प्रेषक 9993362175 9752407195
  2. 21/12/2020 अपडेट *प्रवास* *खिमलासा*2020* मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ससंघ की दिनचर्या प्रातः 6:30 बजे आचार्य भक्ति प्रातः 6:45 बजे वनविहार प्रातः 7:00 बजे देव वंदना प्रातः 7:45 बजे व्यक्तिगत स्वाध्याय प्रातः 8:45 बजे आचार्य श्री जी की पूजन प्रातः 9:00 बजे से प्रवचन प्रातः 10:00 मुनिसंघ की आहारचर्या दोपहर 11:45 मुनिसंघ की ईर्यापथ भक्ति दोपहर 12:00 -1:45 बजे तक सामायिक दोपहर 2:00– 3:00 बजे तत्वार्थ सूत्र स्वाध्याय दोपहर 3:00 – 4:00 बजे तक इष्टोपदेश स्वाध्याय( सभी के लिए) दोपहर 4:00 – 5:00 तक स्वाध्याय शाम 5:00 प्रतिक्रमण/ देववंदना शाम 5:15 आचार्यभक्ति शाम 5:30 भक्तामर ( बच्चों के लिए) शाम 7:00 बजे सामायिक नोट:- इस कार्यक्रम में मौसम के अनुसार स्थिति परिस्थिति अनुसार परिवर्तन हो सकता है।
  3. *👣वर्धा से कुंथलगिरी👣* 21 दिसबर 2020 श्रमण सूर्य परम पूज्य आचार्य भगवंत *श्री १०८ विद्यासागर जी महामुनिराज* के सुशिष्य 🌞मुनि श्री १०८ पवित्रसागर जी महराज 🌞मुनि श्री १०८ प्रयोगसागर जी महराज का चातुर्मास उपरान्त मंगल विहार अभी अभी दोपहर 3 00 बजे *देवली महाराष्ट्र से पुसद* की ओर हुआ विहार दिशा- कुंथलगिरी जी आज रात्रि विश्राम- यशवंत महाविद्यालय भिड़ी कल की आहारचर्या - रवींद्रनाथ टैगोर महाविद्यालय मानकापुर जिला यवतमाल 〰〰〰〰〰〰〰〰 👇🏻👇🏻👇🏻 *☀🚩पुण्योदय विद्यासंघ🚩☀* 〰〰〰〰〰〰〰〰
  4. 🚩 *20/12/2020* 🚩 *केशलोंच के उपवास के साधक* *श्री 1008 वर्धमान दिगंबर जैन छोटा मंदिर खिमलासा जिला सागर मध्य प्रदेश* जिला सागर (मध्य प्रदेश) मैं विराजमान . सर्वश्रेष्ठ साधक *आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज* के आज्ञानुवर्ती शिष्य *मुनि श्री 108 विमलसागर जी* महाराज का आज *केशलोंच का उपवास* है।हम सभी भावना भाये की अनुकूलता बनी रहे । दिगम्बर जैन साधु की चर्या अद्भुत होती है धन्य है ऐसे उपवास के साधक इनके चरणों में अनंत बार नमन ...🙏
  5. *🎪🎪आचार्य संघ एवं उपसंघ सूची* *❄संत शिरोमणि अपडेट❄* ☔ *सन्त शिरोमणि ,आचार्य भगवन् के संघ और उपसंघ की जानकारी(संभावित)*☔ १८-१२-२०२० 📿📿📿📿📿📿📿📿 🎪 *प पू संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्या सागर जी महामुनिराज* प पू मुनि श्री १०८ सौम्य सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ दुर्लभ सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ नीरोग सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निरामय सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ शीतल सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ श्रमण सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ संधान सागर जी महाराज (८ मुनिराज) ससंघ *श्री सिद्धोदय सिद्ध क्षेत्र नेमावर* में विराजमान है । 🎪 *प.पू. निर्यापक श्रमण मुनि श्री १०८ समय सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ प्रशस्त सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ मल्लि सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ आनंद सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निर्ग्रंथ सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निर्भ्रांत सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निरालस सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निराश्रव सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निराकार सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निश्चिंत सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निर्माण सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निशंक सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निरंजन सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निर्लेप सागर जी महाराज (१४ मुनिराज) ससंघ *शान्तिधाम बिना बारह* में विराजमान है। 🎪 *प.पू. निर्यापक श्रमण मुनि श्री १०८ योग सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ अक्षय सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ पूज्य सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ नेमि सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ अतुल सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निस्सीम सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ शाश्वत सागर जी महाराज प पू क्षुल्लक श्री १०५ समता भूषण सागर जी महाराज (७ मुनिराज, १ क्षुल्लक) ससंघ का *जिंतुर* से मंगल विहार हुआ। सम्भावित विहार दिशा :- *सेनगाव* 🎪 *प पू निर्यापक श्रमण मुनि श्री १०८ नियम सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ अभिनन्दन सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ ऋषभ सागर जी महाराज प पू क्षुल्लक श्री १०५ सयंम सागर जी महाराज (३ मुनिराज, १ क्षुल्लक) ससंघ *तिगडोली(कर्नाटक)* में विराजमान है। 🎪 *प पू निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव श्री १०८ सुधा सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ महा सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निष्कंप सागर जी महाराज प पू क्षुल्लक श्री १०५ धैर्य सागर जी महाराज प पू क्षुल्लक श्री १०५ गम्भीर सागर जी महाराज (३मुनिराज २ क्षुल्लक) ससंघ *बिजौलिया* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ समता सागर जी महाराज* प पू एलक श्री १०५ निश्चय सागर जी महाराज (१ मुनिराज १ ऐलक) ससंघ *शीतल धाम विदिशा* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ समाधि सागर जी महाराज* (१ मुनिराज) ससंघ *हस्तिनापुर* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ सरल सागर जी महाराज* (१ मुनिराज) ससंघ *बबीना* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ प्रमाण सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ अरह सागर जी महाराज (२ मुनिराज) ससंघ का *बिलहरी* से मंगल विहार हुआ। सम्भावित विहार दिशा :- *जबलपुर* 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ मार्दव सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८भद्र सागर जी महाराज (२ मुनिराज) ससंघ *पानीगांव* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ पवित्र सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ प्रयोग सागर जी महाराज (२ मुनिराज) ससंघ *वर्धा* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ पावन सागर जी महाराज* (१ मुनिराज) ससंघ *बेहरोज अलवर* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ सुख सागर जी महाराज* (१ मुनिराज) ससंघ *कुडची* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ प्रशान्त सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ निर्वेग सागर जी महाराज प पू क्षुल्लक श्री १०५ देवानन्द जी महाराज (२ मुनिराज ,१ क्षुल्लक) ससंघ *बण्डा* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ विनीत सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ चन्द्रप्रभ सागर जी महाराज (२ मुनिराज) ससंघ *अजमेर* में विराजमान है । 🎪 *प पू मुनी श्री १०८ निर्णय सागर जी महाराज* प पु एकल श्री १०५ क्षिर सागर जी महाराज (१ मुनिराज, १ एलक जी ) ससंघ *सुल्तानपुर* में विराजमान है 🎪 *प पू मुनि १०८ प्रबुद्ध सागरजी महाराज* (१ मुनिराज) ससंघ *गोटेगांव* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि १०८ पूण्य सागरजी महाराज* (१ मुनिराज) ससंघ *अरातला* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि १०८ पाय सागरजी महाराज* प पू क्षुल्लक १०५ सन्मार्ग सागरजी महाराज (१ मुनिराज, १ क्षुल्लक जी) ससंघ *बननिकोप्पा* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ प्रसाद सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ उत्तम सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ शैल सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ पुराण सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निकलंक सागर जी महाराज (५ मुनिराज) ससंघ *थुबोनजी* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ अभय सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ प्रभात सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निरीह सागर जी महाराज ( ३मुनिराज) ससंघ *आरोन* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ प्रबोध सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ सुपार्श्व सागर जी महाराज (२ मुनिराज) ससंघ *भोसे* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ प्रणम्य सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ चन्द्र सागर जी महाराज (२ मुनिराज) ससंघ *मुज्जफरनगर* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ अजित सागर जी महाराज* प पू एलक श्री १०५ दया सागर जी महाराज प पू एलक श्री १०५ विवेकानन्द सागर जी महाराज (१ मुनिराज ,२ एलक) ससंघ *समसगढ* में विराजमान है। संभावित विहार दिशा :- *भोपाल* 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ सम्भव सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ विराट सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निर्मोह सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निष्पक्ष सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निष्पन्द सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निष्काम सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ नीरज सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निसंग सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ समरस सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ संस्कार सागर जी महाराज (१० मुनिराज) ससंघ *शुजालपुर* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ पदम् सागर जी महाराज* (१ मुनिराज ) ससंघ *चंदेरी* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ श्रेयांस सागर जी महाराज* प पू क्षुल्लक श्री १०५ निजात्म जी महाराज (१ मुनिराज ,१क्षुूल्लक ) ससंघ *सानोधा* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ विमल सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ अनन्त सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ धर्म सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ अचल सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ भाव सागर जी महाराज ( ५ मुनिराज) ससंघ *खिमलासा* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ कुन्थु सागर जी महाराज* (१ मुनिराज ) ससंघ *बेगमगंज* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ सुव्रत सागर जी महाराज* (१ मुनिराज) ससंघ का *शिवपुरी* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ वीर सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ विशाल सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ धवल सागर जी महाराज (३ मुनिराज) ससंघ *सरधाना* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ आगम सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ पुनीत सागर जी महाराज प पू मुनिश्री १०८ सहज सागरजी महाराज (३ मुनिराज) ससंघ *मालगांव(कोल्हापुर)* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ अविचल सागर जी महाराज* (१ मुनिराज) ससंघ *सोनागिर* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ विशद सागर जी महाराज* (१ मुनिराज) ससंघ *आष्टा* में विराजमान है। 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ विन्रम सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ निस्वार्थ सागर जी महाराज प पू मुनिश्री १०८ निष्पर्ह सागरजी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निश्चल सागर जी महाराज प पू मुनिश्री १०८ निर्भीक सागरजी महाराज प पू मुनि श्री १०८ नीराग सागर जी महाराज प पू मुनिश्री १०८ निर्मद सागरजी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निसर्ग सागर जी महाराज प पू मुनिश्री १०८ ओमकार सागरजी महाराज (९ मुनिराज) ससंघ *मनावर* में विराजमान है। सम्भावित विहार दिशा :- *बावनगजा* 🎪 *प पू मुनि श्री १०८ निर्दोष सागर जी महाराज* प पू मुनि श्री १०८ निर्लोभ सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निरापद सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निराकुल सागर जी महाराज प पू मुनि श्री १०८ निरुपम सागर जी महाराज (५ मुनिराज) ससंघ *मनावर* में विराजमान है। सम्भावित विहार दिशा :- *बावनगजा* 🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵 *आर्यिका संघ* 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ गुरूमति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ चिन्तनमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५सूत्रमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ शीलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सारमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ साकारमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सौम्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ शांतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सुशांतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ जाग्रतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ कर्तव्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ निष्काममति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ विरतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ तथामति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ चैत्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ पुनीतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ उपशममति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ ध्रुवमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ पारमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ आगतमति माताजी प पू आर्यिका श्री१०५ श्रुतमति माताजी (२१ आर्यिका माताजी) ससंघ *नागपुर* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ दृढ़मति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ पावनमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ साधनामति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ विलक्षणामति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ वैराग्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अकलंकमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ निकलंकमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ आगममति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ स्वाध्यायमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ प्रशममति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ मुदितमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सहजमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ संयममति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सत्यार्थमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सिद्धमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ समुन्नतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ शास्त्रमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ तथ्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ वात्सल्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ पथ्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ संस्कारमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ विजितमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ आप्तमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ स्वभावमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ धवलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ समितिमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ मननमति माताजी (२७ आर्यिका माताजी) ससंघ *गढ़ा जबलपुर* में विराजमान हे। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ मृदुमति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ निर्णयमति माताजी (२ आर्यिका माताजी) ससंघ *पिंडरई* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ ऋजुमति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ सरलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ शीलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ असीममति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ गौतममति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ निर्वाणमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ मार्दवमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ मंगलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ चारित्रमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ श्रद्धामति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ उत्कर्षमति माताजी (११ आर्यिका माताजी) ससंघ *कुण्डलपुर* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ तपोमति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ सिद्धांतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ नम्रमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ विनम्रमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अतुलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अनुगममती माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ उचितमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ विनयमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ संगतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ लक्ष्यमति माताजी (१० आर्यिका माताजी) ससंघ *चन्द्रगिरि डोंगरगढ़* में विराजमान हे। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ सत्यमति माताजी* (१आर्यिका माताजी) ससंघ *निवार* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ गुणमति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ ध्येयमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ आत्ममति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ संयतमति माताजी (४आर्यिका माताजी) ससंघ *शाहपुर(गणेशगंज)* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ प्रशांतमती माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ विनतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ विशुद्धमति माताजी (३ आर्यिका माताजी) ससंघ *शाहगढ़* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ पूर्णमति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ शुभ्रमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ साधुमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ विशदमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ विपुलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ मधुरमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ कैवल्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सतर्कमति माताजी (८ आर्यिका माताजी) ससंघ *कुण्डलपुर* मैं विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ अनन्तमति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ विमलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ निर्मलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ शुक्लमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ भावनामति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ आलोकमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ संवेगमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ निर्वेगमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सविनयमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ समयमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ शोधमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ शाश्वतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सुशीलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सुसिद्धमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ सदयमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ उदारमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ संतुष्टमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ निकटमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अमितमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ निसर्गमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ भक्तिमति माताजी (२१ आर्यिका माताजी) ससंघ *बण्डा* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ कुशलमति माताजी* (१आर्यिका माताजी) ससंघ *खितौली* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ धारणामति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ शैलमति माताजी ( २ आर्यिका माताजी) ससंघ *शाहपुर* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ आदर्शमति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ दुर्लभमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अंतर मति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अनुनय मति माताजी प पूआर्यिका श्री १०५अनुग्रह मति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अक्षयमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अमूर्तमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अखण्डमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अनूपम मति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अनर्घमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अनुभवमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ आनंदमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अधिगममति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अमंदमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अभेदमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ श्वेतमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ उद्योत मति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ स्वस्थमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ गंतव्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ संवरमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ पृथ्वी मति माताजी प पूआर्यिका श्री १०५ निर्मदमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ विनीतमती माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ मेरुमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ परमार्थमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ ध्यानमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ विदेहमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अवाय मति माताजी प पूआर्यिका श्री १०५ अदूरमति माताजी (२९ आर्यिका माताजी) ससंघ *पपौरा जी* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ अपूर्वमति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ अनुत्तरमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अगाधमति माताजी (३आर्यिका माताजी) ससंघ *सिरोंज* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ उपशांतमति माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ ओंकारमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ परममति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ चेतनमति माताजी (४ आर्यिका माताजी) ससंघ *कुंडलपुर* में विराजमान है। 🎪 *प पू आर्यिका श्री १०५ अकम्पमती माताजी* प पू आर्यिका श्री १०५ अमूल्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ आराध्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अचिन्त्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अलोल्यमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अनमोलमति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ आज्ञामति माताजी प पू आर्यिका श्री १०५ अचलमति माताजी (८ आर्यिका माताजी) ससंघ *करेली* में विराजमान है।
  6. 17/12/2020 अपडेट *प्रवास* *खिमलासा*2020* मुनि श्री विमल सागर जी, ससंघ की दिनचर्या प्रातः 6:30 बजे आचार्य भक्ति प्रातः 6:45 बजे वनविहार प्रातः 7:00 बजे देव वंदना प्रातः 7:45 बजे व्यक्तिगत स्वाध्याय प्रातः 9:45 बजे आचार्य श्री जी की पूजन प्रातः 10:00 मुनिसंघ की आहारचर्या दोपहर 11:45 मुनिसंघ की ईर्यापथ भक्ति दोपहर 12:00 -1:45 बजे तक सामायिक दोपहर 2:00– 3:00 बजे तत्वार्थ सूत्र स्वाध्याय दोपहर 3:00 – 4:00 बजे तक इष्टोपदेश स्वाध्याय( सभी के लिए) दोपहर 4:00 – 5:00 तक स्वाध्याय शाम 5:00 प्रतिक्रमण/ देववंदना शाम 5:15 आचार्यभक्ति शाम 5:30 भक्तामर ( बच्चों के लिए) शाम 7:00 बजे सामायिक नोट:- इस कार्यक्रम में मौसम के अनुसार स्थिति परिस्थिति अनुसार परिवर्तन हो सकता है।
  7. खिमलासा : 17/12/2020 *वेदी प्रतिष्ठा समारोह संपन्न हुआ* श्री दिगंबर वर्धमान जैन मंदिर खिमलासा जिला सागर(मध्यप्रदेश) मे मूकमाटी रचयिता आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी महाराज मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज मुनि श्री अचल सागर जी महाराज मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य मे एवं प्रतिष्ठाचार्य प्रतिष्ठा रत्न, प्रतिष्ठा सम्राट वाणी भूषण ब्रह्मचारी विनय भैया जी बंडा के निर्देशन में 14; 15; 16 दिसंबर को प्रतिदिन प्रात काल अभिषेक, शांतिधारा, पूजन, आरती हुई एवं 16 दिसंबर को नवीन वेदी पर श्रीजी विराजमान हुए एवं, मुनि श्री की दिव्य देशना, का लाभ भी प्राप्त हुआ एवं हवन के साथ समारोह संपन्न हुआ
  8. *निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव साक्षात तीर्थ स्वरूप 108श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहा* *स्वयं की दृष्टि मे सम्यग्दृष्टि मत मानना* *अनुभव कभी झूठ नहीं बोलता लेकिन अनुभव कभी प्रमाणिक नहीं होता हैं* 1.धर्म क्षेत्र में कभी झूठ नहीं बोलूंगा भगवान के सामने खुली किताब रखूंगा क्योंकि भगवान के सामने बेईमान हो ही नहीं सकते,भगवान की हा मे हा नहीं,जो अनुभव मे आ रहा है वैसा अनुभव करो,कुछ समझ मे नही आ रहा हैं कि आत्मा भगवान हो कि नहीं यदि कहा तो लोग मिथ्यादृष्टि कहेगे तो भी सच सच कहो भगवान के सामने कि मैं मिथ्यादृष्टी हुं,सम्यग्दृष्टि जैसा कहा वैसा अनुभव में आ जाए। 2.धर्म संसार में दोनों के बीच में द्वंद है भगवान कहते हैं अजर अमर अविनाशी हो लेकिन हम डरे बैठे हैं। हर पल पल मर रहे हैं इसकी अनुभूति हो रही है एक सी अनुभूति हो जाए भगवान और हमारी अनुभूति एक जैसी हो जाए,फेल ज्यादा हो रहे हैं पास कम हो रहे हैं। 3.जब भगवान की तरफ देखते हैं तो भगवान बनने के भाव आते हैं हम भगवान बन नहीं पाते,जब भगवान को सुनते हैं तो हमेशा चिंतन करते हैं लेकिन वैसा अनुभवी नहीं कर पाते, भगवान को देखते हैं वह हम देखने में नहीं आता,भगवान की वाणी सुनते हैं लेकिन हम उसको समझते नहीं हैं,यह दोनों विसंवाद भक्त और भगवान के बीच चल रहे हैं। 4.अपनी आँखों को को बेईमान कहता है अपने करनी के को कौन बेईमान कहता है,इसलिए हम जो भी करते हैं देखते हैं उसको सही दिशा देने वाला चाहिए और उसी का नाम गुरु हैं। 5.दृश्य पाप अनुभव में आता है अदृश्य पाप का अनुभव भी नहीं आता। *आज की शिक्षा*-पर के कार्य में कभी भी ईमानदारी हो ही नही सकती है।
  9. 🛕🌹☘️ *वेदी प्रतिष्ठा समारोह*☘️🌹🛕 *16 दिसंबर 2020* 🍃🌼 *कार्यक्रम स्थल*🌼🍃 🛕श्री 1008 दिगंबर महावीर जैन मंदिर खिमलासा जिला सागर(मध्यप्रदेश) *अतिशयकारी आशीर्वाद प्रदाता*:- 🌞💐मूकमाटी रचयिता आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज💐🌞 🌺☘️ *पुण्यवर्धन सानिध्य*☘️🌺 मुनि श्री विमल सागर जी महाराज मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज मुनि श्री अचल सागर जी महाराज मुनि श्री भाव सागर जी महाराज 🌷 *प्रतिष्ठाचार्य*🌷 🎙️🎙️प्रतिष्ठा रत्न, प्रतिष्ठा सम्राट वाणी भूषण ब्रह्मचारी विनय भैया जी बंडा 🌹☘️ *महापुण्यशाली कार्यक्रम* ☘️🌹 16 दिसंबर बुधवार प्रातः 6:30 बजे अभिषेक, शांतिधारा, पूजन, हवन, मुनि श्री की दिव्य देशना, नवीन वेदी पर श्रीजी विराजमान 🙏🍁🍃 *विशेष निवेदन*🙏🍁🍃 शासन प्रशासन के नियमों का पालन करें। मास्क का प्रयोग करें। सोशल डिस्टेंस का पालन करें।😷😷 आप सभी इस कार्यक्रम में सपरिवार इष्ट मित्रों सहित आमंत्रित हैं! 🙏 *आयोजक/निवेदक*🙏 सकल दिगंबर जैन समाज खिमलासा जिला सागर (मध्य प्रदेश)
  10. *प्रवास 2020* प्रवास स्थल – श्री 1008 वर्धमान दिगम्बर जैन मंदिर खिमलासा जिला सागर ( मध्य प्रदेश) अध्यात्म की पराकाष्ठा आचार्य भगवन 108 श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के मंगल आशीर्वाद से उनके परम् प्रभावक शिष्य- सौम्य मूर्ति 108 मुनि श्री विमल सागर जी महाराज मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज मुनि श्री अचल सागर जी महाराज मुनि श्री भाव सागर जी महाराज विराजमान हैं । 14/12/2020 अपडेट 🌸🌺🍀 प्रवास 2020 मुनि श्री विमल सागर जी, ससंघ की दिनचर्या प्रातः 6:30 बजे आचार्य भक्ति प्रातः 6:45 बजे वनविहार प्रातः 7:00 बजे देव वंदना प्रातः 7:45 बजे व्यक्तिगत स्वाध्याय प्रातः 9:45 बजे आचार्य श्री जी की पूजन प्रातः 10:00 मुनिसंघ की आहारचर्या दोपहर 11:45 मुनिसंघ की ईर्यापथ भक्ति दोपहर 12:00 -1:45 बजे तक सामायिक दोपहर 1:45 – 2:15 बजे मुनिश्री का व्यक्तिगत स्वाध्याय दोपहर 2:15 – 3:15 बजे तक मुनिसंघ का स्वाध्याय दोपहर 3:15 – 4:15 तक स्वाध्याय शाम 5:00 प्रतिक्रमण/ देववंदना शाम 5:30 आचार्यभक्ति शाम 5:45 आचार्य श्री जी की आरती शाम 7:00 बजे सामायिक नोट:- इस कार्यक्रम में मौसम के अनुसार स्थिति परिस्थिति अनुसार परिवर्तन हो सकता है। *संपर्क* 7772082709 7828395970
  11. 14-12-2020 *बीना से खिमलासा विहार समाचार* *सर्वश्रेष्ठ ब्रह्मचर्य धारक परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज* के शिष्य *मुनि श्री विमलसागर जी महाराज* *मुनि श्री अनन्तसागर जी महाराज* *मुनि श्री धर्मसागर जी महाराज* *मुनि श्री अचलसागर जी महाराज* *मुनि श्री भावसागर जी* *महाराज* बीना से 20km खिमलासा पहुंचेंगे। 15,16 दिसंबर 2020 को वेदीप्रतिष्ठा का कार्यक्रम संभावित है । *रात्रि विश्राम* : - 14/12/2020 - खिमलासा या आसपास संभावित *आहार चर्या* : - 15/12/2020 की खिमलासा मे होगी । *नोट*:- *मुनि श्री की अनुकूलता ‌के अनुसार एवं स्थिति - परिस्थिति अनुसार परिवर्तन हो सकता है।*
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