संयम स्वर्ण महोत्सव के दौरान तमिलनाडु मे मेरी ओर से अभी तक 52 लोगों को हमारी पत्राचार पाठ्यक्रम मे भर्ती करके हमारे छोटे बाबाजी की आशीर्वाद से पढा रहा हूूॅ । इसके अलावा आचार्य श्री विद्यासागर महाराज कीी जीवन गाथा तमिल मे "छोटे बाबा" शीर्षक मे श्री् श्रुतकेवली मासिि धर्म पत्रिका मे लिख रहा हूॅ ।
मेरे विचार मे "संयम स्वर्ण महोत्सव " विश्व पर ऐसा मनाना चाहिए कि दुनिया पर ऐसा महोत्सव त्रिकाल मे कभी इतनी धूम धाम से नही मनाना चाहिए ।