संयम स्वर्ण महोत्सव Posted June 20, 2018 Report Share Posted June 20, 2018 प्रतिदिन सभी व्यक्तियों को अपने जीवन में अपने गुरू एवं भगवान से प्रार्थना अवश्य करनी चाहिए। इसी श्रृंखला में गुरूदेव श्री प्रणम्य सागर जी द्वारा रचित यह प्रार्थना अहम् योग के अन्त में अवश्य बोलनी चाहिए। जिससे हमारे जीवन में शांति एवं सुगमता आकर हमारा स्वभाव सरल एवं सहज बन सकें तथा हम ईश्वरीय शक्ति को अपने जीवन में पाकर अपने इस नरभव को सफल बना सकें। णमोकार मय सारा जीवन बना लो। महामंत्र से चेतना को सजा लो।। 1. णमोकार के पंच परमेष्ठी प्यारे। भरे शुद्ध भावों से जग में हैं न्यारे।। महामंत्र की शक्ति निज में मिला लो। महामंत्र से चेतना को सजा लो।। णमोकार.. 2. रहे ज्ञान ही ज्ञान में मेरा ध्यान। महामंत्र सब दु:ख हर ले महान।। सभी हो सुखी और सबका भला हो। महामंत्र से चेतना को सजा लो।। णमोकार.. 3. न तन में हो रोग, न मन में अशांति। हो सारे जहां में परम शांति-शांति।। परम शांति अर्हम सभी को मिला लो। महामंत्र से चेतना को सजा लो।। णमोकार.... शांति पाठ सम्पूजकानां प्रतिपालकानां यतीन्द्र सामान्य तपो धनानाम्। देशस्य राष्ट्रस्य पुरस्य राज्ञः करोतु शांतिं भगवान् जिनेन्द्रः।। 2 Link to comment Share on other sites More sharing options...
Asha Jain Posted June 21, 2018 Report Share Posted June 21, 2018 ??? 2 Link to comment Share on other sites More sharing options...
PreetiJain Posted January 24, 2022 Report Share Posted January 24, 2022 🙏🙏🙏 1 Link to comment Share on other sites More sharing options...
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