संयम स्वर्ण महोत्सव Posted December 8, 2017 Report Share Posted December 8, 2017 जिसने गाय से नाता जोडा, रोग ने उससे नाता तोडा। जिसके घर दूध और गाय, उसके घर कभी रोग न आय। गौ उत्पादों का करे प्रयोग, धन बचे मिट जाएँ रोग। जैसा पिये दूध, वैसा होय पूत। गों सेवा को समझकर, जो घर में रखे गाय। गोबर, गौ-मूत्र, घी से वो खूब करेगा आय। खूब करेगा आय, लक्ष्मी खूब आयेगी। सुख समृद्धि मान, प्रतिष्ठा संग लायेगी। गौ सेवा को समझकर, जो फेरे गौ पे हाथ। बिन डॉक्टर की दवा के, रोग छोड दे साथ। रोग छोड दे साथ, जीने का मजा आयेगा। मानव जीवन सफल, भक्ति मुक्ति पायेगा। 3 Link to comment Share on other sites More sharing options...
kailas jain Posted December 11, 2017 Report Share Posted December 11, 2017 अति सुंदर नारे आचार्य श्री को नमोस्तू गो माता को वनंदन ।। 2 Link to comment Share on other sites More sharing options...
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