Jump to content
नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
अंतरराष्ट्रीय मूकमाटी प्रश्न प्रतियोगिता 1 से 5 जून 2024 ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

विवाह का मूल उद्देश्य


संयम स्वर्ण महोत्सव

352 views

विवाह का मूल उद्देश्य

 

सामाजिकता को अक्षुण्ण बनाये रखना है और दुराचार से दूर रहकर भी वैषयिक सुख की मिठास को चखते रहना है जैसे कि हमारे पूर्व विद्वान् श्रीमदाशाधर के ‘‘रति वृत कलोन्नति'' इस वाक्य से स्पष्ट हो जाता है। यह जभी बन सकता है कि विवाहित दम्पतियों में परस्पर सौहार्दपूर्ण प्रेमभाव हो। इसके लिए दोनों के सौहार्द रहन-सहन, शील-स्वभाव में प्रायः हरबात में समकक्षता होनी चाहिए। अन्यथा तो वह दाम्पत्य पथ कण्टकाकीर्ण होकर सदा के लिए क्लेश का कारण हो जाता है। जैसा कि सोमा सती आदि में आख्यानों से जान लिया जा सकता है। एवं इस अनबन को दूर हटाने के लिए हमारे पूर्वजों ने एक स्वयंवर प्रथा को जन्म दिया था, जिसमें कि कन्या अपनी बुद्धिमता से अपने योग्य पति को स्वयं ढूंढ़ निकालती थी। उदाहरणार्थ गीतकला ने अपनी संगीतज्ञता के द्वारा धन्यकाकर को स्वीकार किया था।

 

परन्तु ऐसा किसी गरीब भाई को दे देनी थीं, सांयकाल तक जिन्दगी रही तो और रोटियां बना कर खाली जा सकती हैं। यदि ऐसी संग्रहकारिता हो मुझे पसन्द होती, जो किसी शाहजादे के साथ ही मेरा नाता जोड़ती, आपके पीछे क्यों लगती? यह सुनकर युवक बहुत खुश हुआ। मतलब इस सब लिखने का यह है कि जैसी के साथ में वैसे का संबंध ही प्रशंसा योग्य होता है। मगर आज ऐसा संबंध कोई बिरला ही होता होगा। आज तो यदि देखा जाता है या तो रूप सौन्दर्य या वित्तकोष। बस, इन दो के पीछे ही आज की जनता बंधी हुई है। इसीलिये आजकल का दाम्पत्य जीवन प्रेमोदऊभावक न होकर प्रायः कलह का स्थान ही रहता है। स्वर्ग का संदेश मिलने के बदले वहां पर नरक का दृश्य देखने को मिलता है।

0 Comments


Recommended Comments

There are no comments to display.

Create an account or sign in to comment

You need to be a member in order to leave a comment

Create an account

Sign up for a new account in our community. It's easy!

Register a new account

Sign in

Already have an account? Sign in here.

Sign In Now
  • बने सदस्य वेबसाइट के

    इस वेबसाइट के निशुल्क सदस्य आप गूगल, फेसबुक से लॉग इन कर बन सकते हैं 

    आचार्य श्री विद्यासागर मोबाइल एप्प डाउनलोड करें |

    डाउनलोड करने ले लिए यह लिंक खोले https://vidyasagar.guru/app/ 

     

     

×
×
  • Create New...