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नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
अंतरराष्ट्रीय मूकमाटी प्रश्न प्रतियोगिता 1 से 5 जून 2024 ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

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आहारचर्या शुभ संदेश 23/05/19

*‼आहारचर्या‼* *प्रतिभास्थली दयोदय*          *जबलपुर*   _दिनाँक :२३/०५/२०१९_ *आगम की पर्याय महाश्रमण युगशिरोमणि १०८ आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज* _को आहार दान एवं सौभाग्य *श्रीमान पंकज जी श्रीमती नीलू जी जैन गढ़ा जबलपुर* को एवं उनके परिवार को प्राप्त हुआ है।_ इनके पूण्य की अनुमोदना करते है।             💐🌸💐🌸 *भक्त के घर भगवान आ गये*           🌹🌹🌹🌹 *_सूचना प्रदाता-:श्रीमति सपना-मुकुल जैन,सेतु,संगम कॉलोनी जबलपुर_*        🌷🌷🌷 *अंकुश जैन बहेरिया *प्रशांत जैन सानोधा

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आहारचर्या शुभ संदेश 22/05/19

*‼आहारचर्या‼* *प्रतिभास्थली दयोदय*          *जबलपुर*   _दिनाँक :२२/०५/२०१९_ *आगम की पर्याय महाश्रमण युगशिरोमणि १०८ आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज* _को आहार दान एवं सौभाग्य *श्रीमान मुन्ना जी जैन एस. के. हैण्डलूम लमेठा जबलपुर* को एवं उनके परिवार को प्राप्त हुआ है।_ इनके पूण्य की अनुमोदना करते है।             💐🌸💐🌸 *भक्त के घर भगवान आ गये*           🌹🌹🌹🌹 *_सूचना प्रदाता-:श्रीमति सपना-मुकुल जैन,सेतु,संगम कॉलोनी जबलपुर_*        🌷🌷🌷 *अंकुश जैन बहेरिया *प्रशांत जैन सानो

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आहारचर्या शुभ संदेश 21/05/19

*‼आहारचर्या‼* *प्रतिभास्थली दयोदय*          *जबलपुर*   _दिनाँक :२१/०५/२०१९_ *आगम की पर्याय महाश्रमण युगशिरोमणि १०८ आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज* _को आहार दान एवं सौभाग्य *श्रीमान राजकुमार जी जैन हुंडी दलाल चरहाई सराफा जबलपुर* को एवं उनके परिवार को प्राप्त हुआ है।_ इनके पूण्य की अनुमोदना करते है।             💐🌸💐🌸 *भक्त के घर भगवान आ गये*           🌹🌹🌹🌹 *_सूचना प्रदाता-:श्रीमति सपना-मुकुल जैन,सेतु,संगम कॉलोनी जबलपुर_*        🌷🌷🌷 *अंकुश जैन बहेरिया *प्रशांत जैन सा

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कोटा बूंदी सांसद ओम् बिरला ने लिया आचार्य श्री से आशीर्वाद

आचार्य श्री के पास पहुँचे बिरला कोटा बूंदी सांसद ओम् बिरला जी॰एम॰ए॰ अध्यक्ष राकेश कुमार जैन के साथ आज वर्तमान के वर्धमान आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी महाराज के दर्शनार्थ मध्यप्रदेश के जबलपुर पहुँचे। आचार्य श्री ने बिरला से चर्चा करते हुए कहा कि भारत में वर्षा के जल को बनाये रखने और धरती में जल को बनाए रखने के लिये नदियों को जोड़ेने की आवश्यकता हे जिस पर काम किया जाना चाहिये ऐसा करने से खेती, जानवर, पशु , पक्षी और मनुष्य सभी को पर्याप्त पानी मिल सकेगा और वर्षा से जो जल व्यर्थ बह जाता हे उ

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आहारचर्या शुभ संदेश 19/05/19

*‼आहारचर्या‼* *प्रतिभास्थली दयोदय*          *जबलपुर*   _दिनाँक :१९/०५/२०१९_ *आगम की पर्याय महाश्रमण युगशिरोमणि १०८ आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज* _को आहार दान एवं सौभाग्य *श्रीमान सुरेंद्र कुमार जी,मुकेश कुमार जी ,रिंकू जी,नितिन जी जैन रिंकू ट्रांसपोर्ट संगम कॉलोनी जबलपुर* को एवं उनके परिवार को प्राप्त हुआ है।_ इनके पूण्य की अनुमोदना करते है।             💐🌸💐🌸 *भक्त के घर भगवान आ गये*           🌹🌹🌹🌹 *_सूचना प्रदाता-:श्री प्रांजल जी जैन श्रीमति सपना-मुकुल जैन,सेतु,संगम

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आहारचर्या शुभ संदेश 18/05/19

*‼आहारचर्या‼* *प्रतिभास्थली दयोदय*          *जबलपुर*   _दिनाँक :१८/०५/२०१९_ *आगम की पर्याय महाश्रमण युगशिरोमणि १०८ आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज* _को आहार दान एवं सौभाग्य *(संघस्थ मुनि श्री 108 निष्काम सागर जी महाराज के परिवार जन) श्रीमान मगनलाल जी,श्रीमती विद्यादेवी जी (माँ-पिता),श्रीमती शशिकांता जी(बहिन),श्री सतीश कुमार जी,श्री आजाद कुमार जी जैन (भाई) रांझी जबलपुर* को एवं उनके परिवार को प्राप्त हुआ है।_ इनके पूण्य की अनुमोदना करते है।             💐🌸💐🌸 *भक्त के घर भगवान

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आहारचर्या शुभ संदेश 17/05/19

🇮🇳भारत को भारत ही बोलो 🇮🇳         🙏🏻🙏🏻🙏🏻 *आचार्यश्रीजी* *मतलब विद्यासागरजी* 🥀🥀🥀    *‼आहारचर्या‼* *प्रतिभास्थली दयोदय जबलपुर*   _दिनाँक :१७/०५/२०१९_ *आगम की पर्याय महाश्रमण युगशिरोमणि १०८ आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज* _को आहार दान एवं सौभाग्य *ब्रमचारणी बहन श्वेता दीदी मालेगाँव महाराष्ट्र* को एवं उनके परिवार को प्राप्त हुआ है।_ इनके पूण्य की अनुमोदना करते है।             💐🌸💐🌸 *भक्त के घर भगवान आ गये*           🌹🌹🌹🌹 *_सूचना प्रदाता-:श्री प्रांजल जी जैन श्रीमति सप

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निमित्त मिले - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५१४

निमित्त मिले, पित्त उछले भले, चित्त शांत हो (मस्त हो / स्वस्थ हो ) |   हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते है

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मोह से घिरे - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५१३

मोह से घिरे, आचरण से गिरे, पर से जले |   हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम से हम अपन

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मुझे संभाला - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५१२

मुझे सँभाला, उन्हें दवा दुआ दूं, ऋण चुकाऊं |   हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम से

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उनके तीर - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५११

उनके तीर, न तो डूबो अर्जुन, पाओ न तीर |   हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम से हम अप

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विष का पान - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५१०

विष का पान, समता सहित भी, अमृत बने |     हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम से ह

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उपयोग का - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५०९

उपयोग का, सही उपयोग हो, सही बात है |   हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम से हम अपना

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दर्प देखने - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५०८

दर्प देखने, दर्पण देखना क्या, बुद्धिमानी है ?   हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम से

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जो जवान था - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५०७

जो जवान था, बूढ़ा होकर वह, पूरा हो गया |   हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम से हम अप

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जिनसे मेरे - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५०६

जिनसे मेरे, कर्म बंधे, फले वो, मित्र ही कैसे |     हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके म

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जिनसे मेरे - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५०५

जिनसे मेरे, कर्म धुले, टले वो, शत्रु ही कैसे |     हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके म

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दो - दो पंख हो - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५०४

दो - दो पंख हो, राष्ट्रीय पक्षी बनो, पक्षपात धिक् |     हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं।

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मैं तो आत्मा हूँ - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५०३

मैं तो आत्मा हूँ, औरों से आत्मीयता, मेरी श्वास है।     हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। स

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योग में देखा - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५०२

योग में देखा, कोलाहल मन का, नींद ले रहा |     हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम

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तरण नहीं - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५०१

तरण नहीं "वितरण बिना हो" चिरमरण | (भूयोमरण)   हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम से ह

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लज्जा न बेचो - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ५००

लज्जा न बेचो "शील का पालन सो" ढीला ढीला न |   हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम से ह

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ममता से भी - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ४९९

ममता से भी, समता की क्षमता, अमिता मानी हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है।   आओ करे हायकू स्वाध्याय आप इस हायकू का अर्थ लिख सकते हैं। आप इसका अर्थ उदाहरण से भी समझा सकते हैं। आप इस हायकू का चित्र बना सकते हैं। लिखिए हमे आपके विचार क्या इस हायकू में आपके अनुभव झलकते हैं। सके माध्यम से हम अपना जीवन चर

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