-
Posts
34 -
Joined
-
Last visited
Content Type
Forums
Gallery
Downloads
आलेख - Articles
आचार्य श्री विद्यासागर दिगंबर जैन पाठशाला
विचार सूत्र
प्रवचन -आचार्य विद्यासागर जी
भावांजलि - आचार्य विद्यासागर जी
गुरु प्रसंग
मूकमाटी -The Silent Earth
हिन्दी काव्य
आचार्यश्री विद्यासागर पत्राचार पाठ्यक्रम
विशेष पुस्तकें
संयम कीर्ति स्तम्भ
संयम स्वर्ण महोत्सव प्रतियोगिता
ग्रन्थ पद्यानुवाद
विद्या वाणी संकलन - आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के प्रवचन
आचार्य श्री जी की पसंदीदा पुस्तकें
Blogs
Events
Profiles
ऑडियो
Store
Videos Directory
Blog Comments posted by subodh patni
-
-
आचार्य विद्यासागर जी ससंघ का विहार रुआबांधा भिलाई से रायपुर (शांति नगर लाभाण्डी ) की ओर चल रहा है ।ki
In सूचना पट्ट - आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज ससंघ
A group blog by टीम विद्यासागर डॉट गुरु in General
गुरुवर के चरणों में बारंबार नमोस्तु वंदन
- 1
एकजुट हो - आचार्य विद्यासागर जी द्वारा रचित हायकू ४९२
In आचार्य श्री विद्यासागर जी द्वारा हायकू छन्द और आपकी समझ
A group blog by टीम विद्यासागर डॉट गुरु in General
Posted
ऐसे जुड़ो कि हम बेजोड़ हो जाएं बचपन में हमने सभी ने एक लघु कथा सुनी थी उसमें एक गरीब किसान के 5:00 पुत्र थे उसने अपने अंतिम समय में पांचों को बुलाकर एक एक लकड़ी लाने को कहा और फिर एक एक को तोड़ने के लिए कहा तो वह लकड़ियां आसानी से टूट गई किसान ने फिर पांचों पुत्रों को एक एक लकड़ी लाने को कहा और बड़े पुत्र को इन लकड़ियों को रस्सी से बांधने को कहा फिर पांचों पुत्रों को बारी बारी से तोड़ने के लिए कहा अब वह लकड़ियां तोड़ना संभव नहीं था यही संदेश आचार्य श्री इस हाइकु के माध्यम से शायद देना चाहते हैं जय जिनेंद्र