आचार्य विद्यासागर जी महाराज का उनका आशीर्वाद आनन्द से भर देने वाला था ।उनका जाना अभ्दुत मार्ग खोने के समान था। आचार्य विद्यासागर जी महाराज कहने से सोने की चिडिया ,हायकु और वतन की कमान की पुस्तकों से हमने प्रतियोगिता में भाग लिया था उसका एग्जाम दिया और हमको अच्छे अंक प्राप्त भी हुए और हमको ज्ञान भी प्राप्त हुआ शिक्षा के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त हुई विद्यासागर जी महाराज चले गए तो हमको बहुत दुख हुआ अब आगे क्या होगा कैसा होगा हम क्या जाने। आचार्य विद्यासागर जी महाराज के स्वृरणिम याद यादगार कुछ पलो के साथ बिताए कासलीवाल परिवार की तरफ से आचार्य जी को भावपूर्ण श्रदाजंली शत,शत,नमन गुरूदेव ,,,,,,,,🙏