आज से कोई 2 साल पहले जब आचार्य भगवन सागर आए जेल अधीक्षक महोदय के निवेदन पर केंद्रीय जेल सागर के जेल के अंदर बंदियों को दरिया और कालिन बनाते देखा तो आचार्य श्री ने बंदियों से कहा इसमें सुधार की जरूरत है उसके बाद ब्रह्मचारिणी रेखा दीदी DSP पूर्व मैं आचार्य श्री के पास जेल में बंदियों को सिखाने हेतु जानकारी दी आचार्य श्री जी बहुत खुश हुए कि सलाखों से स्वावलंबन की ओर बंदी बढ़ेंगे और इसी श्रंखला में 1 जनवरी 2018 को वंदनीय आरिका अनंत मति माताजी के मंगल सानिध्य में जेल में बंदियों को हथकरघा पर साड़ी बनाने का प्रशिक्षण डॉ रेखा दीदी DSP पूर्व डॉक्टर नीलम दीदी शिशु रोग विशेषज्ञ एवं ब्रह्मचारी डॉक्टर अमित जैन राजा एसोसिएट प्रोफेसर बीएमसी कॉलेज ने प्रशिक्षण दिया मध्य प्रदेश के जेल मंत्री श्री अंतर सिंह जी आर्य पुलिस जेल महानिदेशक श्री संजय चौधरी मैं आचार्य श्री जी को डिंडोरी जाकर बंदियों के बारे में जानकारी दी और 108 हाथ करघे लगाकर मध्य प्रदेश की 13 केंद्रीय जेलो से पांच पांच बंदी भेज कर केंद्रीय जेल सागर में प्रशिक्षण करवाने की बात कही आचार्य श्री की करुणा बंदियों के लिए जागी और 13 केंद्रीय जेलों में बंदियों के लिए 150 लीटर की बोल्तास कंपनी की वाटर कूलर दानदाताओं द्वारा दिए गए वर्तमान में केंद्रीय जेल सागर में केंद्रीय जेल जबलपुर भोपाल ग्वालियर इंदौर से पांच-पांच बंदी कर साड़ियां बनाने का प्रशिक्षण ले रहे हैं |
हथकरघे की एक सराहनीय उपलब्धि - मध्यप्रदेश शासन की जेल विभाग से आचार्य भगवन के आशीर्वाद से संचालित सक्रिय सम्यग्दर्शन सहकार संघ का एक एग्रीमेंट जेल में बंदियों को हथकरघा सिखाने का हुआ प्रथम बार भारत के इतिहास में जेल विभाग ने किसी संस्था से एग्रीमेंट का कार्य किया आचार्य भगवन की करुणा बंदियों तक पहुंची और सलाखों से स्वावलंबन की ओर बंदी बढ़ें अहिंसा के लिए बंदियों ने जो हाथकरघे का काम करेंगे आजीवन व्यसनमुक्त रहने का संकल्प करके काम करेंगे कल 9 मई से जेल में हथकरघा की संख्या बढ़ाकर केंद्रीय जेल जबलपुर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, बड़वानी पांच जगह से पांच-पांच बंदी केंद्रीय जेल सागर में आ गए हैं और उन्हें हथकरघा की साड़ियां बनाने का प्रशिक्षण प्रारंभ कर दिया यह सभी बंदी भाई मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किए जाएंगे और अपनी अपनी जेलों में वापस जाकर वहां के बंदियों को सिखाएंगे साल दो साल में जेलों के अंदर मध्य प्रदेश में लगभग 55000 बंदी हैं जो हथकरघा कि इस मिशन में सहयोग देंगे और बंदियों के श्रम को आचार्य श्री जी पुरस्कृत करेंगे l
8 मई को पपौरा जी में जेल अधीक्षक महोदय सागर ने पहुंच कर आचार्य श्री जी की पूजन के दौरान मंच से निवेदन किया है कि आचार्य श्री जी हमारा एक एग्रीमेंट आपके साथ हो गया है हमारे बंदियों की भावना है कि आप केंद्रीय जेल सागर आए और सन 1834 से चल रही जेल में लाखों बंदी रहकर के गए हैं काफी नकारात्मक उर्जा वहां पर है उसे दूर करने के लिए आठ दिवसीय सिद्धचक्र महामंडल विधान आप की मंगल सानिध्य में केंद्रीय जेल सागर में हो उन्होंने आगे कहा आचार्य श्री जी हमारी बंदियों की भावनाओं में सुधार हो इसके लिए एक आहार चर्या हमारी जेल के अंदर हो आप की आहार चर्या को सोलह सौ कैदी देखेंगे आपके तप त्याग देख कर के बहुतो का हृदय परिवर्तन होगा उक्त उद्गार को सुनकर आचार्य श्री जी बहुत प्रसन्न हुए बहुत मनोभावों से उन्होंने जेल अधीक्षक महोदय को आशीर्वाद दिया |
पिछले 4 माह से जेल में चल रहे हाथकरघा प्रशिक्षण की बहुत अच्छी उपलब्धियां रही बंदियों द्वारा बहुत अच्छी साड़ी बनाई जा रही है जैन समाज और आम जनता ने इस कार्य में अपना अपूर्व सहयोग किया अभी तक साड़ियां चेन्नई, दिल्ली, मुंबई, पुणे, मिर्जापुर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, फिरोजपुर हरियाणा भेजी गई हर जगह से दोबारा साड़ियों का आर्डर मिला आचार्य भगवन की भावना थी कि साड़ियां विदेश तक जाएं तो एक बड़ा ऑर्डर विदेश से भी प्राप्त हुआ है जिसे मई माह में पूरा करके देना है |
बंदियों का भी गजब का पुण्य है बंदियों द्वारा बनाए गए सिंहासन पर प्रतिदिन आचार्य भगवन बैठ रहे हैं और बंदियों कि जब भी नमोस्तु बोली जाती है आचार्य श्री जी बहुत खुश होकर उन्हें आशीर्वाद देते हैं मेरा सौभाग्य है कि मेरी टीम डॉक्टर नीलम दीदी, डॉक्टर अमित राजा भैया और हमारे ट्रेनर सभी मिलकर इस कार्य में सहयोग दे रहे हैं प्रतिदिन सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक और दोपहर 1:00 बजे शाम 5:00 बजे तक कुल 8 घंटे का प्रशिक्षण हमारी टीम दे रही है और हमारे बंदी भाई बहुत उत्साह से काम कर रहे हैं समस्त मानव समाज से अपेक्षा है कि इन बंदियों के भाव सुधरे जिससे इनके भव सुधरेंगे और अहिंसा पूरे विश्व में फैलेगी किसी ने सही कहा है गुरु कृपा कछु दुर्लभ नाही |
डॉ रेखा जैन DSP पूर्व
मध्यप्रदेश जेल के बंदियों का हथकरघा क्षेत्र में सलाखों से स्वावलंबन की ओर बढ़ते कदम