srajal jain Posted June 13, 2018 Report Share Posted June 13, 2018 *संयम स्वर्ण महोत्सव प्रभावना* *आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज* के मुनि दीक्षा के 50वें वर्ष संयम स्वर्ण महोत्सव पर *आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज* के शिष्य *मुनि श्री विमलसागर जी महाराज* *मुनि श्री अनन्तसागर जी महाराज* *मुनि श्री धर्मसागर जी महाराज* *मुनि श्री अचलसागर जी महाराज* *मुनि श्री अतुलसागर जी महाराज* *मुनि श्री भावसागर जी महाराज* के सानिध्य में संयम स्वर्ण महोत्सव पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए जिसमें केवलारी पिंडरई , सिवनी , जगदलपुर , राजनांदगांव , मंडला , छिंदवाड़ा , चौरई आदि में संयम कीर्ति स्तंभ बने , और सिवनी में संयम स्वर्ण महोत्सव मनाया गया , जिसमें 120 ग्राम स्वर्ण का शास्त्र बनाया गया । यह विश्व का पहला ग्रंथ है और पीतल ताम्रपत्र और रजत पत्र पर ग्रंथ उत्कीर्ण किए गए , और छपारा में भी संयम स्वर्ण महोत्सव मनाया गया जिसमें 4 स्वर्ण कलश और दो स्वर्ण झारी अभिषेक शांतिधारा के लिए बनवाई गई , और छिंदवाड़ा में महामस्तकाभिषेक छिंदवाड़ा के इतिहास में पहली बार कार्यक्रम हुआ। यहां भी 4 स्वर्ण कलश 2 स्वर्ण झारी बनवाई गई । मेघासिवनी गौशाला जो कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से प्रथम गौशाला है । यहां पर भी अहिंसा युवा समागम का आयोजन किया गया था। जिसमें बहुत सारे युवाओं को सम्मानित किया गया था। छिंदवाड़ा जिला कारागृह में प्रवचन हुए थे । गोटेगांव में संयम स्वर्ण महोत्सव के उपलक्ष्य में 1008 कलशों से पारसनाथ भगवान का महामस्तकाभिषेक एवं 108 शांतिधारा हुई थी।और संयम स्वर्ण महोत्सव ज्ञान संस्कार शिविर लगाया गया था। जिसमें हजारों लोगों ने ज्ञान अध्ययन करके ज्ञानार्जन किया था छपारा छिंदवाड़ा ,चौरई परासिया में संयम स्वर्ण महोत्सव के 50 ग्रंथों को विराजमान किया विराजमान किया गया था । छपारा में विद्यावर्धन दिव्यघोष, छिन्दवाड़ा में वीरविद्या दिव्यघोष तथा गोटेगांव में विद्योदय दिव्यघोष की शुरुआत हुई । प्रेषक : सृजल जैन गोटेगांव 8109397494 / 8770942377 श्रान्त जैन गोटेगांव 9644202449 Link to comment Share on other sites More sharing options...
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