srajal jain Posted June 13, 2018 Report Share Posted June 13, 2018 *श्रुत पंचमी पर श्रुत स्कंध का अभिषेक करें* यह श्रुत स्कंध भगवान की दिव्य ध्वनि के पश्चात जो द्वादशांग की रचना हुई, उस द्वादशांग को वृक्ष के रूप में दर्शाया गया है। पूरे विश्व के दिगंबर जैन मंदिरों में यह श्रुत स्कंध ताम्रपत्र पर पीतल एवं रजत पत्रों पर उत्कीर्ण करवा कर विराजमान होना चाहिए , और श्रुत पंचमी एवं विशेष धार्मिक अवसरों पर अभिषेक होना चाहिए। नोट : यह खबर विश्व के सभी दिगम्बर जैनों तक अवश्य पहुचाएँ । प्रेषक- सृजल जैन गोटेगांव 8109397494 /8770942377 Link to comment Share on other sites More sharing options...
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