Jump to content
नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

परिक्रमा से तीन लोग के राज्य की प्राप्ति होती है पंचकल्याणक महोत्सव ज्ञान कल्याणक पर विशेष प्रवचन


harshit sitawat

Recommended Posts

घाटोल 15-12-2023


 ( पंचकल्याणक महोत्सव के दौरान ज्ञान कल्याणक ) 
 *परिक्रमा से तीन लोग के राज्य की प्राप्ति होती है* 

 *अक्षय तृतीया दान के कारण प्रसिद्ध हो गई*  

 *प्रतिमाओं की  प्राण प्रतिष्ठा हुई* 


*मुनि श्री विमल सागर जी ससंघ के सानिध्य में

  धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि महापुरुषों में आहार चर्या के माध्यम से बहुत बड़ा सौभाग्य दिया है ,जिस घर में मुनिराज आहार हेतु आते है वह चिंतामणि रत्न के समान है , मंगल वस्तु लेके झूकते हुए पडगाहन करना चाहिए पडगाहन करते है कई लोग लेकिन उदास रहते है पडगाहन से आनंद से पडगाहन करें , परिक्रमा से तीन लोग के राज्य की प्राप्ति होती है, भाव पवित्र होना चाहिए, पैर पीछे से आगे धोना चाहिए  पहले आगे होना चाहिए बच्चों की की स्वर्ग नहीं करना चाहिए करना चाहिए वस्त्रों को भूमि से स्पर्श नहीं होना जो हिंसात्मक व्यापार करते है  वह आहार देने के पात्र नहीं है, कुछ लोग मित्र के समान साधुओं के पास रहते है ,दान तीर्थ की प्रवृत्ति राजा श्रेयांश ,राजा सोम के द्वारा चली आ रही है, अक्षय तृतीया को आदिनाथ भगवान को आहार मिला था इसीलिए यह तिथि अक्षय हो गई दोपहर की वेला मे कहा कि समवशरण विश्व की सर्वश्रेष्ठ सभा है ,विश्व की सर्वश्रेष्ठ आत्माएं विराजमान होती है, यहां आनंद का खजाना होता है,विश्व की सर्वश्रेष्ठ शक्तिया ओम में है,पाप खलनायक की तरह है ,धर्म जीरो से हीरो बना देता है,दीन दुखियों को करुणा दान दो,ऐसे ही धर्म के अनुष्ठानों को समय-समय पर करते रहना चाहिए, 

Link to comment
Share on other sites

×
×
  • Create New...