संयम स्वर्ण महोत्सव Posted December 8, 2017 Report Share Posted December 8, 2017 मेरी ऑख में रत आ जानेकी तकलीफ हो गयी। मैने ऑखो के नामांकित डॉ. गद्रे (राजकोट) एवं नागपाल (अहमदाबाद) की दवाई लगातार तीन साल तक ली। तथापि चिकित्सा एवं दवाईयों लेने पर भी वह तकलीफ बढ़ती ही गई। और मुझे दोनों आँखो में अंधापन संपूर्णतया आ गया | एक वैद्य की सलाह से नाक में हमेशा तीन-तीन बूंद देशी गाय का घी डालना शुरू कर दिया। दो महीनों में आँख कि रोशनी वापस आ गई। आज मैं अखबार पढ़ सकता हूँ। गाय के घी ने मुझे नवजीवन प्रदान कर चमत्कार का सर्जन किया है। - जीवन ठुमर राजकोट, मो -०९९२५१८४६५४ 1 Link to comment Share on other sites More sharing options...
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