Sanyog Jagati Posted May 2, 2019 Report Share Posted May 2, 2019 *दमोह 02-05-2019* *भारत की चिकित्सा विश्व में सर्वश्रेष्ठ है - मुनिश्री विमल सागर जी महाराज दमोह ( मध्यप्रदेश) में *सर्व श्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के* शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी महाराज श्री दिगंबर जैन नन्हे मंदिर दमोह में विराजमान है प्रातः काल आचार्य श्री की पूजन हुई।इष्टोपदेश ग्रंथ पर प्रवचन में धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री विमलसागर जी महाराज ने कहा कि यदि हम सम्मान नहीं करते है विद्या का तो विद्या प्राप्त नहीं होती है।विनय को मोक्ष का द्वार कहा है।आप अपने अंदर का मैल अलग करिये तभी कुछ प्राप्त होगा। *उसे पिंजरे में देख मुझे मेरा कैदखाना याद आ गया* इसका अर्थ है कि मैं अनादि काल से इस देह रूपी पिंजरे में कैद हूँ।अब व्यकुलित हूँ मुक्त होने को।आप जो भी कार्य करते है और बाधाएँ आती है तो अंतराय कर्म के कारण आती है। प्रभु और गुरु को नमस्कार बैठ कर करना चाहिए। सम्मान करवाने से ज्यादा सम्मान करना श्रेष्ठ है। मुनिश्री भावसागर जी ने कहा कि आज चिकित्सा में सबसे ज्यादा गड़बड़िया हो रही है।ध्यान के माध्यम से भी मन की चिकित्सा होती है आज भी भारतीय चिकित्सा पद्धति विश्व में सर्व श्रेष्ठ है। आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रेरणा से जबलपुर में आयुर्वेद चिकित्सालय *पूर्णायु* बनने जा रहा है।आचार्य श्री की भावना है कि पूरे विश्व के लोग स्वस्थ रहते हुए पूर्णायु को प्राप्त करे।भारत में आज भी घरेलु नुस्खे बहुत कारगर सिद्ध हो रहे है दुनिया में सर्व प्रथम इंजेक्शन का आविष्कारक भारत ही है ऑपरेशन ब्लेड भी सर्व प्रथम भारत में ही बनाया गया था सबसे ज्यादा ग्रन्थ भारत के ऋषियों ने लिखे और पूरे विश्व के लोग चिकित्सा के क्षेत्र में प्रयोग कर रहे है। Link to comment Share on other sites More sharing options...
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