Sanyog Jagati Posted February 3, 2019 Report Share Posted February 3, 2019 बरोदिया कला 03फरवरी 2019 *दान की महिमा अपरम्पार है*- मुनि श्री सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी ससंघ एबं प्रतिष्टाचार्य बाल ब्रह्मचारी विनय भैया बंडा के निर्देशन में चल रहे श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर बरौदिया के पंच कल्याणक महोत्सव में हायर सेकेंडरी प्लेग्राउंड बरोदिया कला में पंच कल्याणक स्थल पर आचार्य श्री जी की पूजन मुनि श्री भाव सागर जी ने करवाई । और पूजन की द्रव्य गोपालगंज सागर,मालथौन जैन समाज के द्वारा लाई गई । धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी ने कहा कि दान की महिमा अपरम्पार है जीवन भर जो अतिथि के लिये भोजन के लिये इंतजार करता है उसको विशेष पुण्य अर्जन होता है। घर मे पूजन के बर्तन स्टील के नही होना चाहिए। पीतल ,ताँबा या रजत के होना चाहिए श्रावक कहता है कि मेने अपने लिये भोजन बनाया है उसमें से साधुओं को दान देता हूं। पूजन ओर आहार दान में सिर ढ़कना चाहिए। दूसरे के चौके के सामने पड़गाहन नही करना चाहिए दूसरे चौके वालो को विकल्प होता है। विशुद्धि बढ़ाने से ही साधुओं को आहार देने का अवसर प्राप्त होता है ।विवेक ,श्रद्धा ,भक्ति से आहार दान देना चाहिए। गंधोदक को अच्छी तरह से ग्रहण करना चाहिए। राजा श्रेयांश ओर राजा सोम ने मुनि श्री बृषभ सागर जी महाराज को आहार दान दिया ओर सभी महापात्रो एवं अन्य श्रावकों ने भी आहार दान दिया। प्रतिदिन रात्रि में आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं।कार्यक्रम में बिभिन्न नगरों से लोग शामिल हुये।प्रात 7 बजे अभिषेक, पूजन, विधान की क्रिया होगी गांव एवं भारत के विभिन्न नगरो से श्रद्धालु आएंगे। 3 फरवरी रविवार को ज्ञान कल्याणक की क्रियाएं हुई समोशरण में मुनि श्री ने धर्म देशना दी ओर कहा की अहिंसा प्रधान है हम सभी को पालन करना चाहिए ।समोशरण में शास्त्र अर्पण किया गया और आरती की गई 4 फरवरी सोमवार को मोक्ष कल्याणक एवं विशाल गजरथ फेरी एवं मेला होगा इसमें चार्टर प्लेन से पुष्प वर्षा करने का सौभाग्य अरविन्द कुमार जैन भूसा वालो को प्राप्त हुआ जो प्लेन में बैठ कर श्री जी के ऊपर एवं परिकमा पथ पर पुष्प वर्षा करेगे। कार्यक्रम में पूरे देश के लोग आएंगे। Link to comment Share on other sites More sharing options...
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