संगीत किसी भी शब्द को लोकप्रिय बनाने एवं श्रोता के मन को आनदं से भर देने में समर्थ होता है। इसी उद्देश्य गुरूवर्य की स्तुयियों के संग्रह को प्रकाशित किया जाएगा। कृतज्ञता ज्ञापित करती कोई पूजांजलि या गुणगाथा आपने रची हो तो हमें तत्काल प्रेषित कीजिएगा, उसका प्रकाशन कर हमें प्रस़न्नता होगी।