नमोस्तु आचार्य भगवंत
जब से आपको देखा है बस आपको ही देखने का मन करता है
अभी विहार के समय लगातार 6दिन आपके दर्शन करने का सौभाग्य मिला और आपके संघस्थ मुनि श्री को आहारदान देने का
सच कहूँ तो जब आपके चरण रज को माथे पर लगाने मिला तो ऐसा लग की मुझे सब कुछ मिल गया मन कर रहा था कि आपके चरणों मे ही बैठा रहू
नमोस्तु आचार्य भगवंत
वर्तमान के महावीर की जय हो
नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु