इसी तरह व्रत और शीलों के अतिचारों की विधि कहते हैं-
व्रतशीलेषु पञ्च पञ्च यथाक्रमम् ॥२४॥
अर्थ - अहिंसादिक अणुव्रतों में और दिग्विरति आदि शीलों में क्रम से पाँच-पाँच अतिचार कहते हैं।
English - There are five transgressions for each of the vows, minor vows, and the supplementary vows.
शंका - व्रत और शील में क्या अन्तर है ?
समाधान - जो व्रतों की रक्षा के लिए होते हैं, उन्हें शील कहते हैं।