अधिकरण के भेद बतलाते हैं-
अधिकरणं जीवाजीवाः ॥७॥
अर्थ - आस्रव के आधार जीव और अजीव हैं। यद्यपि जीव और अजीव दो ही हैं, फिर भी जिस तिस पर्याय से युक्त जीव अजीव ही अधिकरण होते हैं, और पर्याय बहुत हैं। इसलिए सूत्र में ‘जीवाजीवाः बहुवचन का प्रयोग किया है।
English - The living and the non-living constitute the substrate.