यह योग ही आस्रव है-
स आस्रवः ॥२॥
अर्थ - यह योग ही आस्रव है। जैसे सरोवर में जिस द्वार से पानी आता है, वह द्वार पानी के आने में कारण होने से, आस्रव कहा जाता है; वैसे ही योग के निमित्त से आत्मा में कर्मों का आगमन होता है, इसलिए योग ही आस्रव है। आस्रव का अर्थ ‘आगमन' है।
English - These three types of yoga cause vibration/throbbing in the space points of soul resulting in influx (asrava) i.e. incoming of karmas.