मनुष्यलोक के बाहर ज्योतिषी देवों की स्थिति बतलाते हैं-
बहिरवस्थिताः ॥१५॥
अर्थ - मनुष्यलोक के बाहर ज्योतिषी देव अवस्थित हैं - गमन नहीं करते हैं।
English - Outside the human regions the Stellar devas remain stationary.
शंका - मनुष्यलोक में ज्योतिषी देवों के नित्य गमन बतलाने से ही यह ज्ञात हो जाता है कि बाहर के ज्योतिषी देव गमन नहीं करते। फिर इस बात को बतलाने के लिए ‘बहिरवस्थिताः' सूत्र बनाना व्यर्थ है ?
समाधान - यह सूत्र व्यर्थ नहीं है, क्योंकि मनुष्यलोक से बाहर ज्योतिषीदेवों का अस्तित्व ही अभी सिद्ध नहीं है। अतः मनुष्यलोक से बाहर भी ज्योतिषी देव हैं और वे चलते नहीं हैं, ये दोनों बातें बतलाने के लिए ही ‘बहिरवस्थिताः' सूत्र कहा है।