इसी से मध्य लोक का वर्णन प्रारम्भ करते हुए सूत्रकार पहले इसी बात की चर्चा करते हैं
जम्बूद्वीपलवणोदादयः शुभनामानो द्वीपसमुद्राः॥७॥
अर्थ - मध्यलोक में जम्बूद्वीप और लवण समुद्र वगैरह अनेक द्वीप और समुद्र हैं।
English - Jambudvipa etc. and Lavanoda etc. are the auspicious names of the continents and the oceans respectively.
अर्थात् पहला द्वीप जम्बूद्वीप है और उसके बाद पहला समुद्र लवणसमुद्र है। लवण समुद्र के बाद दूसरा द्वीप धातकीखण्ड है। और धातकी खण्ड के बाद दूसरा समुद्र कालोदधि है। कालोदधि के बाद तीसरा द्वीप पुष्करवर है और उसके बाद तीसरे समुद्र का नाम भी पुष्करवर है। इसके आगे जो द्वीप का नाम है, वही उसके बाद के समुद्र का नाम है। सबसे अन्तिम द्वीप और समुद्र का नाम स्वयंभूरमण है।