अन्य क्षेत्रों का विस्तार बतलाते हैं-
तद्-द्विगुणद्विगुणविस्तारा वर्षधरवर्षा विदेहान्ताः ॥२५॥
अर्थ - आगे के पर्वत और क्षेत्र विदेह क्षेत्र तक भरत क्षेत्र से दूने दूने विस्तार वाले हैं।
English - Width of the mountains and regions is double that of the previous one up to the Videha.
अर्थात् हिमवन् पर्वत का विस्तार भरत क्षेत्र से दूना है। हिमवन् पर्वत के विस्तार से हैमवत क्षेत्र का विस्तार दूना है। हैमवत क्षेत्र के विस्तार से महाहिमवन् पर्वत का विस्तार दूना है। महाहिमवान् पर्वत से हरिक्षेत्र का विस्तार दूना है। हरिक्षेत्र के विस्तार से निषध पर्वत का विस्तार दूना है और निषध पर्वत से विदेह क्षेत्र का विस्तार दूना है।