जैसे औदारिक शरीर दिखायी देता है, वैसे वैक्रियिक आदि शरीर क्यों नहीं दिखायी देते ? इसका उत्तर देते हैं-
परं परं सूक्ष्मम् ॥३७॥
अर्थ - औदारिक से आगे के शरीर सूक्ष्म होते हैं। अर्थात् औदारिक से वैक्रियिक सूक्ष्म है, वैक्रियिक से आहारक सूक्ष्म है, आहारक से तैजस सूक्ष्म है और तैजस से कार्मण सूक्ष्म है।
English - The bodies are more and more subtle successively.