आगे शेष जीवों के कौन सा जन्म होता है, यह बतलाते हैं-
शेषाणां सम्मूर्च्छनम् ॥३५॥
अर्थ - गर्भ जन्म वाले मनुष्य, तिर्यञ्चों और उपपाद जन्म वाले देव, नारकियों के सिवा बाकी के एकेन्द्रियों, विकलेन्द्रियों और किन्हीं पंचेन्द्रिय तिर्यञ्चों के सम्मूर्छन जन्म ही होता है।
English - The birth of the rest of the beings is by spontaneous generation.